मलाला यूसुफजई ने इस अंदाज में अपने बर्थडे को बनाया यादगार

हर आम-ओ-खास अपना जन्मदिन केक काटकर मनाता है, लेकिन मलाला ने इस दिन कुछ स्पेशल किया। उन्होंने अपना बर्थडे ब्राजीलियाई लड़कियों को शिक्षा के लिए प्रेरित करके मनाया।

 
MALALA YOUSAFZAI INSTAGRAMER main

मलाला यूसुफजई दुनियाभर के बड़े-बड़े लीडर्स से मुलाकात की है, उनकी किताब 'आई एम मलाला: द गर्ल हू स्टुड अप फॉर एजुकेशन एंड वाज शॉट बाय तालिबान' की लाखों प्रतियां बिक चुकी हैं। वह जहां भी जाती हैं, महिलाओं को खूब इंस्पायर करती हैं। जाहिर है महिलाएं उनसे काफी प्रेरित महसूस करती हैं। शायद इसी बात ने मलाला को दुनियाभर में फैले अपने फैन्स से कनेक्ट करने के लिए प्रेरित किया। मलाला ने हाल ही में अपना 21वें जन्मदिन मनाया, लेकिन उन्होंने इस बार एक नई शुरुआत की और वह थी इंस्टाग्राम से जुड़ने की। एजुकेशन एक्टिविस्ट बनी मलाला ने अपनी पहली पोस्ट ब्राजील से शेयर की। इसमें उन्होंने इंस्टाग्राम से जुड़ने की खुशी जाहिर की। उन्होंने लिखा, 'हाई इंस्टाग्राम, ब्राजील में अपना 21वां जन्मदिन मनाकर खुशी महसूस हो रही है।'

A post shared by Malala Yousafzai (@malala) onJul 12, 2018 at 6:28am PDT

मलाला ने ब्राजील की लड़कियों को किया इंस्पायर

फिलहाल ऑक्सफोर्ड में पढ़ रही मलाला ने अपना सबसे स्पेशल डे स्थानीय लड़कियों के स्कूल जाने की वकालत करने के साथ बिताया। मलाला ने अपनी ब्राजील ट्रिप के बारे में भी बताया। उन्होंने ट्विटर पर कहा, 'मैंने यहां कई लड़कियों से मुलाकात की, जो रेसिज्म, गरीबी और हिंसा से जूझ रही हैं। इन समस्याओं की वजह से 1.5 मिलियन ब्राजीलियाई लड़कियां, जिनमें अधिकतर ब्राजीलियाई मूल की और एफ्रो-ब्राजीलियाई हैं, स्कूल नहीं जा पातीं और सुरक्षित महसूस नहीं करतीं।'

लड़कियों की एजुकेशन के लिए मलाला ने उठाया जिम्मा

मलाला ने घोषणा की है कि उनका एनजीओ 'द मलाला फंड' ब्राजील में लड़कियों की शिक्षा के लिए करीब 7,00,000 डॉलर की रकम का निवेश कर रहा है।' मलाला ने अपने इमोशनल कर देने वाले संदेश में कहा, 'हम चाहते हैं कि इस देश की हर लड़की को 12 सालों तक मुफ्त, सुरक्षित और स्तरीय शिक्षा मिले।' अपनी निजी जिंदगी में तालिबान के मौत के मुंह से जिंदा बचकर निकलीं मलाला इन महिलाओं को दिखा देना चाहती हैं कि वे अपने संघर्ष में अकेली नहीं हैं।

नोबेल शांति पुरस्कर पाने वाली सबसे यंग वुमन

साल 2012 में मलाला को सिर और गर्दन में गोली मार दी गई थी क्योंकि पाकिस्तानी लड़कियों की शिक्षा के अधिकार की बात की थी। मलाला के बारे में सुनकर दुनियाभर से उनके लिए सपोर्ट मिला। इसी का नतीजा था कि उन्हें लाइफ सेविंग ट्रीटमेंट के लिए बर्मिंघम लाया गया। इससे मलाला पूरी तरह रिकवर हो गईं और उन्होंने तभी से यंग वुमन की एजुकेशन के लिए कैंपेन करना शुरू कर दिया। मलाला को साल 2014 में नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था, जो यूएन सेक्रेटरी जनरल द्वारा दिया जाने वाला सबसे बड़ा सम्मान है। फिलहाल मलाला ऑक्सफोर्ड में फिलॉसफी, पॉलिटिक्स और इकोनॉमिक्स पढ़ रही हैं।

Recommended Video

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP