ए आर रहमान से लेकर रिकी मार्टिन जैसे कई इंटनेशनल फेम सेलिब्रिटीज़ के साथ परफोर्म कर चुकी जयपुर घराने की फाल्गुनी शाह को इस साल ग्रैमी अवार्ड के लिए नॉमीनेट किया गया है। वैसे आपको ये भी बता दें कि इस साल सिर्फ फाल्गुनी शाह वो इंडियन सेलिब्रिटी हैं जिन्हें ये सम्मान दिए जाने के लिए नॉमिनेशन मिला है। ग्रैमी अवार्ड दुनियाभर के बेस्ट कलाकारों की सराहना करते हैं और उन्हें संगीत के क्षेत्र में सफलता का प्रतीक माना जाता है।
इंडियन क्लासिकल सिंगर फाल्गुनी शाह जो फालू मंच के नाम से ज्यादा पॉपुलर हैं इस साल 61वें ग्रैमी अवार्ड्स में उन्हें बेस्ट चिल्ड्रन म्यूज़िक केटेगरी के लिए नॉमिनेशन मिला है। ये नॉमिनेशन उन्हें उनकी एल्बम फालूज़ बाज़ार के लिए मिला है। ये अवार्ड सेरेमनी 11 फरवरी को सुबह 7:30 बजे से शुरु हो जाएगी।
कौन हैं सिंगर फाल्गुनी शाह
इंडियन क्लासिकल म्यूज़िक को इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म तक पहुंचाने वाली फाल्गुनी शाह के बारे में कम लोग ही जानते हैं। तो हम आपको बताते हैं कि फाल्गुनी शाह मुम्बई बेस्ड सिंगर हैं। कम उम्र से ही क्लासिकल म्यूज़िक में दिलचस्पी रखने वाली फाल्गुनी के गाने सिर्फ गानें ही नहीं आप इन्हे जादू भी कह सकते हैं जो आपको सुनते ही सूकून देंगे।
फाल्गुनी अकसर अपनी मां को रागों को गुनगुनाते हुए सुनती थी और हमेशा आरडी बर्मन और द बीटल्स का म्यूज़िक सुनना पसंद करती थी। फाल्गुनी ने जयपुर संगीत परंपरा और ठुमरी की बनारस शैली में ट्रेनिंग लेकर अपने करियर की शुरुआत की और आगे चलकर जयपुर घराने के फेमस भारतीय शास्त्रीय गायक उस्ताद सुल्तान खान और फेमस किशोरी अमोनकर से भी संगीत सीखा फिर वह न्यूयॉर्क चली गई, 2000 में, जहां वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाने-माने संगीतकारों जैसे विक्लिफ जीन, फिलिप ग्लास, रिकी मार्टिन, ब्लूज़ ट्रैवलर, यो-यो मा और इंडियन लेजेंड - एआर रहमान के साथ काम पर गई। फाल्गुनी म्यूज़िक टीचर हैं। वैसे फाल्गुनी ने ग्रैमी नॉमीनेशन के लिए अपने चार साल के बेटे निषाद को अपनी इंस्पीरेशन बताया है।एल्बम - फलू की बाजार जिसके लिए उन्हें इस साल 61वें ग्रैमी में नॉमिनेट किया गया है वो उन्होंने अपने बेटे से इन्सपायर होकर ही बनायी थी।
फालूज़ बाज़ार इंग्लिशन, हिंदी और गुजराती में हैं और इस एल्बम में 12 गाने हैं। इसमें उनके पति, गायक-गीतकार गौरव शाह और उनकी माँ, शास्त्रीय गायिका किशोरी दलाल की अवाज़ भी है। ग्रैमी में नॉमीनेशट होने के बाद फाल्गुनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा “ मुझे न केवल भारत में बल्कि व्यामियों में लाखों लोगों का प्रतिनिधित्व करने के लिए सम्मानित किया जा रहा है, जिन्होंने सफलता प्राप्त करने के लिए अमेरिका की यात्रा की है। 2000 में अमेरिका में आप्रवासन के बाद, मेरा एक सपना ग्रैमी अवार्ड जीतने का था, और अब एक के लिए नामांकित होना भी असली है। मुझे उम्मीद है कि मैं इस मंच का उपयोग दूसरों को बड़े सपने देखने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित कर सकता हूं, चाहे वह संगीत के माध्यम से हो या जीवन के किसी भी पहलू से । ”
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