Use Of Cocopeat: किचन गार्डन में फल-फूल या औषधीय पौधा लगाना आजकल लगभग हर कोई पसंद करता है, लेकिन सही से देखभाल नहीं करने पर पौधे की ग्रोथ अच्छी नहीं होती है।
पौधे की ग्रोथ के लिए कई लोग कई किस्म की खाद का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन पौधे की ग्रोथ नहीं होती है। केमिकल युक्त खाद डालने की वजह से कई बार पौधे मर भी जाते हैं।
ऐसे में अगर आप पौधे की ग्रोथ को बढ़ाना चाहते हैं तो कोकोपीट खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि कैसे कोकोपीट खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जानते हैं।
कोकोपीट क्या है?
पौधों में कोकोपीट इस्तेमाल करने से पहले यह जान लेते हैं कि आखिर कोकोपीट क्या होता है और क्यों पौधे के लिए बेस्ट माना जाता है। दरअसल, कोकोपीट को नारियल के छिलकों को पीसकर बनाया जाता है। इस खाद में पौधे की ग्रोथ के लिए कुछ अन्य पोषक तत्व भी मिक्स किए जाते हैं। इसे आप बीज भंडार या फिर ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं।
पौधों में कोकोपीट खाद इस्तेमाल करने के फायदे
- किचन गार्डन में कोकोपीट खाद इस्तेमाल करने के एक नहीं बल्कि कई सारे फायदे होते हैं। जैसे-
- कोकोपीट को पौधे में डालने से मिट्टी में नमी बनी रहती है। इससे बीज या पौधे में फंगल रोग नहीं लगते हैं और बीज तेजी से ग्रोथ करता है।
- कोकोपीट को मिट्टी में डालने से जंगली घास अधिक नहीं उगते हैं।
- अधिक पानी सोखने की क्षमता के कारण पौधे की मिट्टी में नमी बनी रहती है और ग्रोथ भी अच्छी होती है।
- कोकोपीट डालने से पौधे की जड़ भी मजबूत होती है।
कोकोपीट और मिट्टी तैयार करने का तरीका
आपको बता दें कि कोकोपीट ब्रिक की तरह होता है। ऐसे में पौधे में डालने से पहले आपको उसे तैयार करने की ज़रूरत है। इसके लिए फॉलो करें ये स्टेप्स-
- सबसे पहले एक बाल्टी में कोकोपीट ब्रिक को डालें।
- अब इसमें एक-दो मग पानी को डालकर बारीक़-बारीक़ तोड़कर 20 मिनट के लिए छोड़ दीजिए।
- इधर पौधे की मिट्टी को हल्का लूज कर लें।
- इसके बाद पानी में से कोकोपीट को निकालकर मिट्टी के ऊपर डालें और अच्छे से मिट्टी को मिक्स कर लें।
- नोट: कोकोपीट को बीज लगाने वक्त भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- नोट: मिट्टी-मिट्टी 40%, कोकोपीट 30% और गोबर खाद या वर्मीकम्पोस्ट 30% को कोकोपीट में मिक्स करके भी पौधे के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
कोकोपीट इस्तेमाल करते समय न करें ये गलतियां
- आपको मालूम होगा कि नारियल की खेती समुद्री इलाके में अधिक होती है और कोकोपीट बनाने के लिए समुद्री नमक का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए किसी अन्य नमक युक्त खाद को न डालें।
- कोकोपीट मिट्टी में डालने से पहले पानी में कुछ समय के लिए डुबोकर ज़रूर रखें।(पेट की समस्या दूर करने वाला यह पौधा लगाएं)
- जिस पानी में कोकोपीट को डालकर रख है उस पानी को भी पौधों में न डालें।
- कोकोपीट का इस्तेमाल महीने में एक-दो बार से अधिक न करें।
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Image Credit:(@i.ytimg,shopify)
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