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पूजा में पान के पत्तों का इस्तेमाल करते समय रखें 4 इन बातों का ध्यान

केवल एक ही पत्ते में संसार के सम्पूर्ण देवी-देवताओं का वास होने के कारण इसे पूजा सामग्री में इस्तेमाल किया जाता है। किंतु पूजा सामग्री के लिए पान के पत्ते का चयन करने के में बेहद सावधानी बरतनी चाहिए। पूजा में इस्&zwj;तेमाल होने वाले पान के पत्ते के चयन को लेकर कुछ बातों का ध्&zwj;यान रखना चाहिए। आइए जानें, वो कौन सी बातें हैं।&nbsp; <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2019-04-22, 17:55 IST

पूजा सामग्री में से एक खास वस्तु है पान, जिसे संस्कृत भाषा में तांबूल भी कहा जाता है। पान के पत्तों को हम शुभ मानकर इसका इस्‍तेमाल पूजा के काम में लेते हैं। हिन्दू धर्म में पूजा की सारी सामग्रियों में पान के पत्ते बहुत महत्‍व रखते है। हिन्दू धर्म की मान्यता के अनुसार पान के पत्तों में कई देवी-देवता वास होता है। यह भी एक कारण है कि हिन्दुओं द्वारा पूजा में पान के पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है। पान हवन पूजा की एक अहम सामग्री है। हिन्दू धर्म में विशेष माने जाने वाले ‘स्कंद पुराण’ में भी पान का उल्लेख किया गया है। ऐसा माना जाता है कि देवताओं द्वारा समुद्र मंथन के समय पान के पत्ते का इस्‍तेमाल किया गया था। तभी से पान का इस्‍तेमाल पूजा में किया जाने लगा। साथ ही, पान का पत्तों को नकारात्मक ऊर्जा दूर करनेवाला और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने वाला माना जाता है। इसलिए भी इसे पूजा-पाठ में खास महत्व दिया जाता है।

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केवल एक ही पत्ते में संसार के सम्पूर्ण देवी-देवताओं का वास होने के कारण इसे पूजा सामग्री में इस्तेमाल किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि पान के पत्ते के ठीक ऊपरी हिस्से पर इन्द्र और शुक्र देव विराजमान होते हैं। मध्य हिस्से में देवी सरस्वती का वास होता है और देवी महालक्ष्मी इस पत्ते के बिल्‍कुल नीचे वाले हिस्से पर बैठी होती हैं, जो अंत में तिकोना आकार लेता है। इसके अलावा ज्येष्ठा लक्ष्मी पान के पत्ते के जुड़े हुए भाग पर बैठी होती हैं। यह वह भाग है जो पत्ते के दो हिस्सों को एक नली से जोड़ता है। विश्व के पालनहार भगवान शिव पान के पत्ते के भीतर वास करते हैं। भगवान शिव और कामदेव का स्थान इस पत्ते के बाहरी हिस्से पर होता है। मां पार्वती और मंगल्या देवी पान के पत्ते के बाईं ओर रहती हैं तथा भूमि देवी पत्ते के दाहिनी ओर विराजमान हैं। अंत में भगवान सूर्य नारायण पान के पत्ते के सभी जगह पर उपस्थित होते हैं।

 

केवल एक ही पत्ते में संसार के सम्पूर्ण देवी-देवताओं का वास होने के कारण इसे पूजा सामग्री में इस्तेमाल किया जाता है। किंतु पूजा सामग्री के लिए पान के पत्ते का चयन करने के में बेहद सावधानी बरतनी चाहिए। पूजा में इस्‍तेमाल होने वाले पान के पत्ते के चयन को लेकर कुछ बातों का ध्‍यान रखना चाहिए। आइए जानें, वो कौन सी बातें हैं।

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  • जब आप पूजा के लिए पान के पत्ते खरीदने वाली हों तो ध्‍यान रखें कि उसमें छिद्र ना हो।
  • पूजा के लिए पान के पत्ते लेते वक्‍त ये ध्‍यान रखें कि पत्ते सूखे ना हो।
  • पूजा के लिए पान के पत्ते खरीदते वक्‍त ये ध्‍यान रखें पत्ता मध्य हिस्से से फटा हुआ ना हो।
  • पूजा के लिए पान के पत्ते खरीदते वक्‍त ये ध्‍यान रखें पान के पत्ते चमकदार और कहीं से भी सूखा नहीं होना चाहिए। नहीं तो इससे व्यक्ति की पूजा पूर्ण नहीं होती।

Photo courtesy- (My CMS – Just another WordPress site, Samachar Nama, Dailymotion, Himalayan Spices .Spices from the Himalayas, Wildturmeric, Punjab Kesari, Amazon.in)

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