गुस्सा कई बार ऐसी स्थिति पैदा कर देता है कि हम खुद पर काबू नहीं रख पाते हैं। घर की बात करें तो ये माता-पिता और बच्चों दोनों के लिए ही गुस्सा करना मुश्किल पैदा कर सकता है। माता-पिता और बच्चे दोनों ही गुस्से जैसी समस्याओं से घिरे रहते हैं। चिल्लाते हैं, एग्रेसिव हो जाते हैं और बच्चों पर हाथ उठाने की गलती भी कर बैठते हैं। बच्चों पर ज्यादा गुस्सा करना ठीक नहीं होता। जिस तरह से बच्चों का जवाब देना आपको पसंद नहीं आता है वैसे ही बच्चों को भी आपका गुस्सा अच्छा नहीं लगता है।
हमने फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट की सीनियर चाइल्ड और क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट और हैप्पीनेस स्टूडियो की फाउंडर डॉक्टर भावना बर्मी से बात की। डॉक्टर भावना ने हमें विस्तार से बताया कि अगर आपको बच्चों पर बहुत गुस्सा आता है तो क्या करना चाहिए और अगर बच्चों को आप पर बहुत ज्यादा गुस्सा आता है तो क्या करना चाहिए।
डॉक्टर भावना का कहना है कि बच्चे तभी ज्यादा बोलते हैं जब वो खुद अपनी फीलिंग्स को सामने नहीं बता पाते हैं। एक ऐसा बच्चा जो अपनी फीलिंग्स को बता नहीं पाता वो गुस्से और फ्रस्ट्रेशन के जरिए अपने इमोशंस को दिखाता है।
इसे जरूर पढ़ें- अगर आता है बहुत ज्यादा गुस्सा और होती है चिड़चिड़ तो करें ये 3 काम
बच्चों को उनकी भावनाएं पहचानने का मौका दें और उन्हें बेसिक फीलिंग्स के बारे में समझाएं। अगर बच्चों को उनकी फीलिंग्स समझ नहीं आएगी तो वो इसी तरह से रिएक्ट करेंगे। उन्हें गुस्सा, दुख, खुशी, डर, दुखी आदि के बीच का अंतर आपको ही समझाना होगा। आप उनसे ऐसे बात करें कि, 'लगता है तुम इस वक्त गुस्सा महसूस कर रहे हो।'
गुस्सा कंट्रोल करना सिखाने के लिए बच्चों को एंगर थर्मामीटर बनाकर दें। जीरो से 10 तक नंबर डालें और फिर उन्हें उनके गुस्से के हिसाब से रेट करें और बताएं कि वो कहां गलत हैं। गुस्से पर गुस्सा करना सही नहीं होता।
शुरुआत से ही बच्चों को गुस्सा कंट्रोल करने के स्किल्स सिखाएं। बच्चों को बताएं कि अगर उन्हें बहुत गुस्सा आ रहा है तो वो 10 तक गिनें या फिर उन्हें साथ लेकर वॉक पर जाएं। उन्हें एंगर मैनेजमेंट के कुछ तरीके समझाएं।
अगर बच्चा बहुत ही एग्रेसिव व्यवहार दिखा रहा है तो आप हिंसक टीवी शो, वीडियो गेम्स आदि ना दिखाएं। किताबों, खेल, टीवी और फिल्मों में होने वाली हिंसा से थोड़ा दूर रखें।
अधिकतर माता-पिता के साथ ये होता है कि वो अपने बच्चों पर गुस्सा उतार देते हैं। भले ही उन्हें ऑफिस, घर-परिवार, दुख आदि का फ्रस्ट्रेशन हम गुस्से के जरिए निकाल देते हैं।
खुद की भावनाओं को भी पहचानें। ये हो सकता है कि आप बिना किसी अहम कारण के भी दुखी महसूस करें। ऐसे समय में मॉर्निंग या ईवनिंग वॉक करना सबसे बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। अगर आप अपनी भावनाओं को अंदर रखेंगे तो ये फ्रस्ट्रेशन बनती चली जाएगी और आपको गुस्सा ज्यादा आएगा।
गुस्सा आने पर बच्चों पर हाथ उठाना या चीज़ें फेंकना बिल्कुल अच्छा नहीं होता है। ये व्यवहार बच्चों के अंदर भी आता है। ये कुछ भी चिंता हो तब भी आपको इस व्यवहार को बिल्कुल नहीं करना चाहिए। बचपन में बच्चों के साथ हुए ये कृत्य उनकी पर्सनैलिटी को शेप करने में बहुत जरूरी होते हैं। इतना गुस्सा अगर आपको आ रहा है तो सबसे अच्छा तरीका है खुली हवा में जाना और कोई गाना गुनगुनाना। ये आपके गुस्से को तुरंत शांत करने में बहुत मदद कर सकता है।
इसे जरूर पढ़ें- छोटी-छोटी बात पर भी होती है घबराहट और आता है गुस्सा तो जानें एक्सपर्ट की राय
अपने बच्चे को एंगर मैनेजमेंट सिखाते-सिखाते आप खुद भी गुस्से को कंट्रोल करने की कोशिश करें। अपने लिए भी एक एंगर मैनेजमेंट मीटर रखें। खुद के गुस्से को रेट करें। 'मुझे उस वक्त बहुत गुस्सा आ गया था' ये कहना सही नहीं है। अगर आप टेंपर लूज करेंगे तो बच्चे को भी यही शिक्षा मिलेगी।
ये तरीके आपकी पर्सनैलिटी को शेप करने और गुस्सा कम करने में बहुत मदद करेंगे। अगर आपका गुस्सा फिर भी कंट्रोल नहीं हो रहा है तो फिर ये बहुत जरूरी है कि आप किसी एक्सपर्ट से बात करें। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।