महीनेभर काम करने के बाद जब सैलरी अकाउंट में क्रेडिट होती है, तो हमारे दिमाग में सबसे पहले जूते, कपड़े, खाने और नए सामान खरीदने के बारे में विचार आने लगता है। हालांकि, पैसा बचाना हमारे दिमाग में सबसे आखिरी चीज होती है। लेकिन, महीने के आखिरी में जब हमारी जेब खाली होने लगती है, तब हम बस यही सोचते हैं कि पूरे महीने में हम अपने पैसे को कैसे बेहतर तरीके से संभाल सकते हैं। अगर महीने के आखिर में आपकी जेब भी खाली हो जाती है, तो यह आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित हो सकता है।
अगर आप चाहते हैं कि महीने के आखिर में आपको आर्थिक तंगी से ना जूझना पड़े, तो आपको सबसे पहले सेविंग्स करना जरूरी है। बचत पर्सनल फाइनेंस का मूल सिद्धांत है। हर महीने पैसे बचाना एक ऐसी चीज है, जो आपको हमेशा करनी चाहिए।
अगर आपको समझ नहीं आ रहा है कि हर महीने कितनी सेविंग्स करना सही रहेगा, तो आपको पैसे बचाने के लिए एक्सपर्ट की ओर से अप्रूव 50-30-20 बजट नियम को अपनाना चाहिए। इसका मतलब है कि आपको अपनी सैलरी का 50 फीसदी अपनी महत्वपूर्ण जरूरतों जैसे- किराए, ग्रॉसरी आदि पर खर्च करना चाहिए। फिर आपको अपनी सैलरी का 30 फीसदी अपने शौक को पूरा करने में खर्च करना चाहिए। आखिर में आपको अपने वेतन का कम से कम 20% बचाने की कोशिश करनी चाहिए।
अपने वेतन का आधा हिस्सा उन जरूरी खर्चों पर लगाएं जिन्हें आप टाल नहीं सकते हैं।
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अगर ये खर्चे 50 फीसदी से ज्यादा हैं, तो आपको गैर-जरूरी खर्चों को कम करने की कोशिश करनी चाहिए।
अपने मासिक वेतन का 30 फीसदी हिस्सा गैर-जरूरी वस्तुओं या अपनी लाइफस्टाइल को बेहतर बनाने वाली गतिविधियों के लिए बचाकर रखना चाहिए।
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बाकी अपनी सैलरी का 20 फीसदी फाइनेंशियल सिक्योरिटी बनाने के लिए किया जाना चाहिए।
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50-30-20 बजट नियम 2005 की बेस्टसेलर ऑल योर वर्थ: द अल्टीमेट लाइफटाइम मनी प्लान(All Your Worth: The Ultimate Lifetime Money Plan) किताब से आया है, जिसे अमेरिकी सीनेटर एलिजाबेथ वॉरेन और बिजनेसमैन अमेलिया वॉरेन त्यागी ने लिखा था।
इस नियम को बेहतर ढंग से समझने के लिए हम आपको स्टेप बाय स्टेप बताते हैं।
स्टेप 1
सबसे पहले सभी टैक्स को हटाने के बाद, जो सैलरी आपको इन हैंड मिलती है, उससे आपको शुरुआत करनी होगी।
स्टेप 2
दूसरा स्टेप यह है कि आप हर महीने कितना खर्च करते हैं, इसके लिए आपको दो अलग-अलग लिस्ट बनानी होगी। एक लिस्ट में आपको किराया, बिजली, पानी, गैस, इंटरनेट का खर्चा, किराने का सामान, ट्रांसपोर्ट और इश्योरेंस प्रीमियम जैसे खर्चों को लिखना होगा। वहीं, दूसरी लिस्ट में अगर आप बाहर जाकर बेक्रफास्ट, लंच या डिनर भी करते हैं, तो उसके खर्च को लिखना होगा।
स्टेप 3
अगर आप बनाए गए बजट से कम खर्च कर रहे हैं, तो आपको खुश होना चाहिए। लेकिन, अगर आप अधिक खर्च कर रहे हैं, तो कटौती करने का समय आ गया है। हमेशा याद रखें कि केवल उन चीजों में ही कटौती करें, जिनकी वजह से आपकी लाइफस्टाइल में ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है।
छोटी शुरुआत करें
महीने में 5 बार बाहर डिनर करने की जगह 3 बार ही बाहर जाएं। आप अपना खर्च जितना कम करेंगे, 20 फीसदी सेविंग्स करने की संभावना उतनी ही ज्यादा होगी।
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