अपने करियर को लेकर उलझन में रहना स्वाभाविक है। ऐसे में एक अच्छे मेंटॉर की सलाह, आपको सफलता की राह पर तेजी से आगे बढ़ने में कैसे मदद कर सकती है। आइए, आज जानते हैं कैसे आप बेहतर मेंटॉर चुन सकते हैं और उनसे मदद ले सकते हैं।
करियर डेवलपमेंट के लिए ऐसे चुनें मेंटॉर:
पढ़ाई हो या जॉब, दोनों ही जगह आगे बढ़ते रहने की जंग खत्म नहीं होती। ऐसे में आपको करियर के विकास के लिए एक अनुभवी व्यक्ति यानी मेंटर की सलाह की जरूरत हर कदम पर पड़ सकती है। ऐसे कर्मचारी या एसपिरेंट, जिन्हें मेंटरिंग मिलती है, वे बाकी लोगों के मुकाबले पांच गुना ज्यादा बार प्रमोट हो पाते हैं। साथ ही, उनमें अपनी नौकरी और पढ़ाई के प्रति ज्यादा संतुष्टि मिलने के साथ ही निजी व पेशेवर जीवन में बेहतर संतुलन बनाने में मदद मिलती है।
करियर डेवलपमेंट के लिए कितना जरूरी है मेंटरिंग:
मेंटॉर एक अनुभवी पेशेवर या सलाहकार होता है। आप मेंटॉर को खुद भी चुन सकते हैं और अपने करियर और व्यक्तित्व के विकास (Personality development) पर उनकी राय और सलाह ले सकते हैं। ऐसे सलाह आपको दूसरों से आगे रखने में और अपने लक्ष्य को निर्धारित समय पर पूरा करने में मदद करती हैं।
करियर डेवलपमेंट के लिए किसे मेंटॉर चुनें:
करियर के लिए अपना मेंटॉर उसे बनाएं, जो आपसे सीनियर हों, आपकी इंडस्ट्री या पढ़ाई को अच्छी तरह से समझते हों, करियर में सफल लोगों में शुमार हो और इंडस्ट्री में सम्मान के साथ देखे जाते हों। साथ ही, ध्यान रखें कि इनके अनुभव से लोगों के जीवन में सकारात्मक प्रभाव पड़ा हो। मेंटॉर के पास अनुभव के साथ साथ उदाहरण भी हों, जिसमें उन्होंने ऐसे किसी जरूरतमंद के काम को आसान बना दिया हो।
करियर डेवलपमेंट के लिए कैसे मेंटॉर चुनें:
इस बात पर विचार करें कि आपके करियर और व्यक्तित्व को एक मेंटॉर की कितनी जरूरत है और जिसे मेंटॉर चुनना चाहते हैं, वह उसमें कितनी सहायता कर पाएगा। अपने करियर के लक्ष्य निर्धारित करें। मेंटॉर आपके अपने पसंदीदा टीचर, ट्यूशन टीचर और कोचिंग टीचर के अलावा आपके घर का ही कोई सदस्य हो सकता है।
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अपने नेटवर्क में ऐसे सीनियर और सफल लोगों के बारे में रिसर्च करें जो इंडस्ट्री से संबंधित कई वर्कशॉप आदि में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में आपका संपर्क करने का दायरा बढ़ सकता है और इस प्रक्रिया में अनुभवी व्यक्ति से संपर्क होने की संभावनाएं भी बढ़ सकती है।
एक अच्छा तरीका यह भी हो सकता है कि जिसे मेंटॉर चुनना हो उसे ईमेल करें।। ईमेल में एलिवेटर पिच (जिसके बारे में आगे लिखा गया है) लिखें और उनसे मुलाकात का समय मांगें। मेंटॉर को अपना अचिवमेंट और काम के बारे में भी समय-समय पर बताते रहना जरूरी है। इस तरह वे करियर में आपकी जरूरतों और आपके कौशल यानी स्किल को बेहतर तरीके से समझकर सलाह दे पाते हैं।
एलीवेटर पिच कैसे तैयार करें:
एलिवेटर पिच दरअसल खुद के बारे में 30-40 सेकंड का एक छोटा-सा परिचय होता है इसमें अपने लक्ष्यों और भविष्य के बारे में कुछ बातें जोड़ी जा सकती हैं। । इसके माध्यम से आप मेंटॉर को भी यह समझने का मौका देते हैं कि आपके लक्ष्य में उनकी सलाह कितनी सहायक हो पाएगी।
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