बच्चों को 'गुड टच' और 'बैड टच' के बारे में समझाना...सेक्स एजुकेशन देना बेहद जरूरी है। आज के वक्त में स्कूल हो या घर, बच्चों के साथ यौन उत्पीड़न के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। कई खबरों को पढ़कर ऐसा लगता है कि बच्चियां शिक्षा के मंदिर में भी सुरक्षित नहीं है। कुछ वक्त पहले महाराष्ट्र के एक स्कूल में इसी तरह की एक घटना सामने आई थी। वहीं, घर की चाहरदीवारी में भी यौन शोषण के कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जो रिश्तों की मर्यादा को तार-तार करते हैं। बेशक ऐसे मामलों के लिए लोगों की घटिया सोच ही पूरी तरह जिम्मेदार है। लेकिन, साथ ही बचाव के लिए बच्चों को सेक्स एजुकेशन देना, 'गुड टच' और 'बैड टच' के बारे में समझाना भी बहुत जरूरी है। यह बात आप हाल ही में यूपी के एक स्कूल में हुए एक वाकये से समझ सकते हैं। ललितपुर के एक स्कूल में जब अध्यापिका बच्चों को गुड टच और बैड टच के बारे में बता रही थी तो कुछ छात्राओं ने बताया कि स्कूल का एक ही अध्यापक उन्हें गलत तरीके से छूता है। चलिए, आपको बताते हैं क्या है पूरी खबर।
यूपी के ललितपुर में सामने आया चौंकाने वाला मामला, बच्चियों को गलत तरीके से छूता था अध्यापक
यूपी के ललितपुर के एक प्राइमरी स्कूल की अध्यापिका क्लास में छात्राओं को 'गुड टच' और 'बैड टच' के बारे में समझा रही थी। जब उसने बैड टच के बारे में बताया, तो कुछ छात्राओं ने कहा कि स्कूल का ही एक शिक्षक उनके साथ इस तरह की हरकत करता है। ये सभी छात्राएं क्लास 1 से क्लास 3 की थीं। बच्चियों को पहले टीचर की यह हरकत समझ नहीं आई लेकिन जब उन्हें गुड टच-बैड टच के बारे में समझाया, तो छात्राओं ने कहा कि इस तरह का टच, स्कूल के एक अध्यापक उनके साथ रोज करते हैं। इसके बाद पूरे स्कूल में हड़कंप मच गया और जब बात गांव वालों तक पहुंची तो काफी हंगामा हुआ। खबरों की मानें तो टीचर को गिरफ्तार कर लिया गया है।
क्या वाकई सेक्स एजुकेशन नहीं है जरूरी?
हमारे समाज में जब भी सेक्स एजुकेशन की बात आती है, तो न जाने क्यों त्यौरियां चढ़ जाती हैं...बात को घुमाया जाने लगता है...घर हो या स्कूल, सेक्स एजुकेशन को गलत समझा जाता है। लेकिन, इस तरह के मामले असल में आईना दिखाते हैं कि क्यों सेक्स एजुकेशन जरूरी है। बच्चियों के साथ इस तरह की घटना होने के बाद भी वे चुप रहीं क्योंकि शायद वे समझ ही नहीं पाईं कि ये गलत है। अगर बच्चों को क्लास में 'गुड टच' और 'बैड टच' के बारे में न समझाया जा गया होता, तो शायद यह घटना और भी लंबे वक्त तक दबी रहती। यह बेहद जरूरी है कि आज के समय में बच्चों को सेक्स एजुकेशन दी जाए ताकि घर-परिवार, स्कूल, किसी अजनबी के या किसी अपने के, इस तरह छूने पर वो उसके खिलाफ आवाज उठा पाएं और अपने घरवालों को बता पाएं।
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