रानी मुखर्जी बॉलीवुड की ऐसी एक्ट्रेसेस में शुमार रही हैं, जिन्होंने सही मायने में बॉलीवुड पर राज किया है। फिल्म 'गुलाम', 'कुछ कुछ होता है', 'हद कर दी आपने', युवा, 'ब्लैक', 'वीर जारा', 'बंटी और बबली', 'कभी अलविदा ना कहना' जैसी फिल्मों के जरिए रानी ने हर किसी के दिल में जगह बनाई।
रानी मुखर्जी ने अपने बेहतरीन अभिनय के बल पर खूब सुर्खियां बटोरीं। साल 2005 के बॉलीवुड के सबसे प्रभावशाली सेलेब्स में शुमार हैं। रानी इकलौती ऐसी एक्ट्रेस हैं, जिन्हें तीन साल तक लगातार (2004-2006) बेस्ट एक्ट्रेस के लिए अवॉर्ड से नवाजा गया। कोलकाता के बंगाली परिवार से ताल्लुक रखने वाली रानी के पिता राम मुखर्जी बांगला फिल्मों के निर्देशक रहे और मां कृष्णा मुखर्जी एक फेमस बैकग्राउंड सिंगर।
शुरुआत नहीं थी आसान
फिल्मी परिवार से होने की वजह से अक्सर यह समझा जाता रहा कि रानी के करियर के लिए राहें आसानी होंगी, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं था। रानी मुखर्जी का रंग सांवला, कद-काठी और उनकी आवाज को लेकर बॉलीवुड में शुरुआत में बहुत पॉजिटिविटी नहीं थी। यह वो दौर था जब इंडस्ट्री की मेन स्ट्रीम एक्ट्रेस में गोरा रंग, अच्छी कद-काठी और एक्ट्रेसेस की मीठी आवाज किसी फिल्म को हिट कराने के पैमाने समझे जाते थे और इन्हीं के बल पर उन्हें फिल्में ऑफर होती थीं।
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अलग आवाज से बनाई अपनी पहचान
फिल्म गुलाम में रानी मुखर्जी काफी ग्लैमरस और दमदार भूमिका में नजर आईं, लेकिन इस फिल्म के लिए उनकी आवाज को रिजेक्ट कर दिया गया था। रानी की आवाज के लिए डबिंग की गई थी, इस पर यह दलील दी गई कि रानी की आवाज हस्की है, जो फिल्मी किरदार में उन पर सूट नहीं करेगी। इससे पहले फिल्म 'राजा की आएगी बारात' के लिए भी उनकी आवाज डब की गई थी। लेकिन रानी मुखर्जी के लिए इस दौर में बड़ा सपोर्ट बनकर उभरे करण जौहर। उन्होंने रानी मुखर्जी से इस बारे में पूछा कि उनकी आवाज फिल्म गुलाम में डब क्यों की गई। इस पर रानी मुखर्जी ा जवाब था, 'यह आमिर खान, विक्रम और मुकेश भट्ट का फैसला था, वो मेरी आवाज डब करना चाहते थे।' तब करण ने रानी मुखर्जी की आवाज में कॉन्फिडेंस जताया और इसी का नतीजा रहा कि फिल्म कुछ कुछ होता है में रानी मुखर्जी की ओरिजनल आवाज ली गई। इस फिल्म को देखने के बाद आमिर खान ने उन्हें गुलाम में हुई डबिंग के लिए सॉरी कहा, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं खुश हूं कि करण ने तुम्हारी आवाज में विश्वास जताया। उनकी आवाज काफी अलग हटकर थी और यही आगे चलकर उनकी पहचान बन गई।
साबित किया अपना टैलेंट
सामान्य कद-काठी वाली इस एक्ट्रेस ने 1998 में 'कुछ-कुछ होता है' में अपने एक्टिंग टैलेंट के बल पर बेस्ट एक्ट्रेस इन सपोर्टिंग रोल का फिल्मफेयर अवॉर्ड जीतकर साबित कर दिया कि प्रतिभा रूप-रंग और समाज के बनाए गए के पैमानों तक सीमित नहीं होती।
समाज सेवा में भी रहीं आगे
रानी मुखर्जी फिल्मों के अलावा समाज सेवा में भी काफी एक्टिव रही हैं। उन्होंने सोशल कॉज के लिए काम करने वाली कई संस्थाओं के लिए डोनेशन इकट्ठा किया। साल 2015 में रानी ब्रिटिश एशियन ट्रस्ट की तरफ से आयोजित एक चैरिटी डिनर में रानी भारत की तरफ से शामिल हुईं और उन्होंने प्रिंस चार्ल्स के साथ डिनर किया। वहीं साल 2006 में उन्होंने दूसरी बॉलीवुड एक्ट्रेसेस के साथ ऑस्ट्रेलिया के कॉमनवेल्थ खेलों में भारतीय संस्कृति को शोकेस किया।
आदित्य चोपड़ा को चुना अपना हमसफर
रानी मुखर्जी बॉलीवुड की सबसे ग्लैमरस और खूबसूरत अभिनेत्रियों में शुमार रही हैं। आमिर खान, गोविंदा जैसे को-स्टार्स के साथ उनका नाम जुड़ा तो वहीं अभिषेक बच्चन के साथ उनकी जोड़ी काफी अच्छी लगती थी। लेकिन जब अभिषेक बच्चन ने ऐश्वर्या राय को अपना हमसफर चुना तो रानी मुखर्जी भी अपनी जिंदगी में आगे बढ़ गईं। उन्होंने अपना लाइफ पार्टनर चुना आदित्य चोपड़ा को और उनके साथ आज के समय में हैप्पी मैरिटल लाइफ बिता रही हैं। रानी आखिरी बार फिल्म 'हिचकी' में नजर आईं थीं, जिसके लिए उनके पति आदित्य भी काफी एक्साइटेड थे। हम उम्मीद करते हैं कि रानी मुखर्जी आगे भी अपने प्रोजेक्ट्स में सक्सेस हासिल करें और महिलाओं के लिए इंस्पिरेशन बनी रहें।
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