वास्तु एक्सपर्ट रिद्धि बहल के अपार्टमेंट से जुड़े ये टिप्स फॉलो करने से घर में हमेशा बनी रहेगी सुख-समृद्धि

वास्तु एक्सपर्ट रिद्धि बहल ने अपार्टमेंट से जुड़े वास्तु के नियम बताए हैं, जिनका पालन करने से घर में रहेगी सुख-समृद्धि। इन नियमों के बारे में जानें 

  • Ridhi Bahl
  • Editorial
  • Updated - 2020-06-16, 19:19 IST
ridhi bahl follow vastu tips for apartment to stay happy main

पहले के समय में घरों का निर्माण ज्यादातर वास्तुशास्त्र को ध्यान में रखते हुए किया जाता था। वास्तु शास्त्र में घर के अलग-अलग कमरों के लिए दिशा निर्देश बताए गए हैं। दिशाओं पर आधारित इन निर्देशों का पालन करने से घर में सदैव सुख-समृद्धि का वास बना रहता है। लेकिन आज के समय में जगह की कमी के कारण अपार्टमेंट्स का निर्माण होने लगा है। 10 फ्लोर से लेकर 25-30 फ्लोर तक की बिल्डिंग्स में रहना आज के समय में आम बात हो गई है। अपार्टमेंट में रहते हुए बहुत सी महिलाएं उलझन में पड़ जाती हैं कि अपार्टमेंट वाले घरों में वास्तु का पालन किया जाए या नहीं। इसी दुविधा को आज मैं दूर करने जा रही हूं। वास्तु शास्त्र के अनुसार जो भी निर्माण जमीन से ऊपर किया जाता है, वह भी जमीन पर ही बना है, इसीलिए उस पर भी वास्तु के नियम उसी तरह से लागू होते हैं, जिस तरह के अन्य भवनों के लिए मान्य होते हैं।

वास्तु के नियमों का पालन है जरूरी

घर में इंटीरियर डेकोरेशन करने से खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है। अगर ऐसी सजावट के दौरान वास्तु का भी ध्यान रखा जाए तो सोने पर सुहागा हो जाता है। वास्तु के नियमों का पालन करने से घर में पॉजिटिव एनर्जी का प्रवाह बना रहता है। इससे घर-परिवार के सदस्यों के बीच बिना बात के कलह नहीं होती और ना ही किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या सामने आती है। वहीं दूसरी तरफ अगर घर में वास्तु दोष हों तो बिना किसी बड़ी वजह से घर में हमेशा क्लेष बना रहता है या किसी ना किसी बात पर घर के सदस्यों के बीच अनबन हो जाती है। इसीलिए घर में सुख-शांति बनाए रखने के लिए वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना चाहिए।

इसे भी पढ़े: रिद्धि बहल के बताए इन 8 टिप्स को अपनाने से बच्चे पढ़ाई में बनेंगे अव्वल

उत्तर पश्चिम या दक्षिण में बनाएं ड्रॉइंग रूम

drawing room vastu tips

घर के ड्रॉइंग रूम को वास्तु सम्मत बनाने के लिए उसे उत्तर पश्चिम दिशा, दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखना सही रहेगा। वास्तु के अनुसार संतुलन बनाए रखने के लिए दक्षिण पश्चिम का हिस्सा बाकी हिस्सों की तुलना में थोड़ा हैवी होना चाहिए। इसीलिए इस जगह में बैलेंस बनाए रखने के लिए यहां हैवी फर्नीचर की व्यवस्था करना उचित रहेगा।

दक्षिण पश्चिम में हो बेडरूम

मास्टर बेडरूम घर के दक्षिण पश्चिम में बनाया जाना चाहिए। अगर घर में कई फ्लोर हैं तो हमेशा सबसे ऊपर वाले फ्लोर पर मास्टर बेडरूम बनाना उचित रहता है। इस कमरे में छत समतल होनी चाहिए, इससे कमरे में आनी वाली ऊर्जा का प्रवाह एक जैसा बना रहता है। इससे कमरे में रहने वाले व्यक्ति की सोच सकारात्मक बनी रहती है। मास्टर बेडरूम के बेड में किसी तरह की अनावश्यक सामान नहीं रखना चाहिए। इस कमरे में भारी-भरकम और नुकीले सामान रखने से भी बचना चाहिए, क्योंकि इनसे वास्तु दोष पैदा होता है।

इसे भी पढ़े:Vastu Tips: सुख-समृद्धि के लिए घर से मिटाएं ये 10 वास्तु दोष

उत्तर पश्चिम में बनाएं बच्चों का कमरा

vastu tips for children room

वास्तु के अनुसार बच्चों का कमरा उत्तर पश्चिम में होना उचित रहता है। बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य और पढ़ाई अच्छी बनाए रखने के लिए महिलाएं काफी ज्यादा चिंतित रहती हैं। इसके लिए बच्चों के कमरे में रंग का चुनाव करते हुए विशेष ध्यान दें। हल्के रंगों का चुनाव करने से बच्चों का मन पॉजिटिव बना रहता है, वहीं ज्यादा चटख रंग बच्चों को आत्मकेंद्रित बना सकते हैं। इस बात पर भी ध्यान दें कि बच्चा जब पढ़ाई कर रहा हो तो उसका मुख पूर्व की तरफ हो। यह सूरज के उदय होने की दिशा है। इस दिशा की तरफ मुख करके पढ़ाई करने से बच्चे एकाग्रचित्त बने रहते हैं।

दक्षिण पूर्व में हो किचन

किचन में घर के सभी सदस्यों के लिए खाना पकाया जाता है। इस जगह का वास्तु सम्मत होना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। किचन दक्षिण पूर्व में होना शुभ माना जाता है। खाना बनाते हुए अगर मुख पूर्व की तरफ रहे तो स्वादिष्ट खानाबनता है। इस दिशा में खाना तैयार किए जाने पर सदस्यों को खाना अच्छी तरह से डाइजेस्ट होता है। इस बात का ध्यान रखें कि किचन में इकट्ठा होने वाला कचरा ढंककर दक्षिण पश्चिम कोने में रखा जाना चाहिए। इसके अलावा अनाज और दूसरे सामानों को दक्षिण पश्चिम में रखना चाहिए।

उत्तर पश्चिम में बनाएं टॉयलेट

वास्तु के अनुसार घर में टॉयलेट के लिए उत्तर पश्चिम या दक्षिण पश्चिम दिशा उचित है। अगर टॉयलेट का निर्माण उत्तर पूर्व दिशा में हो तो इससे वास्तु दोष पैदा होता है। ऐसी स्थिति में नेगेटिव एनर्जी के कारण घर में स्वास्थ्य समस्याएं और धन की हानि जैसी चीजें दिखाई देती हैं। बोरवेल की खुदाई उत्तरपूर्व दिशा में सही रहती है। उत्तर पूर्व में पड़ी खाली जगह पर पार्किंग बनाना वास्तु सम्मत माना जाता है।

अगर आप इन वास्तु टिप्स का पालन करें तो घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। इससे घर में रहने वाले सदस्यों के बीच संबंध सौहार्द्रपूर्ण बने रहते हैं। साथ ही स्वास्थ्य और धन से जुड़ी समस्याएं भी दूर हो जाती हैं। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो इसे जरूर शेयर करें। घर को बेहतर बनाने से जुड़े अन्य टिप्स पाने के लिए विजिट करती रहें हरजिंदगी।

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP