क्या आपने कभी सोचा है कि घरेलू हिंसा की शिकार अक्सर महिलाएं ही क्यों होती हैं? क्यों ज्यादातर केस में महिलाओं पर ही अत्याचार की खबरे सामने आती हैं। अब सवाल यह भी है कि आखिर केवल महिलाओं के लिए ही सरकार द्वारा घरेलू हिंसा से बचने के लिए अलग-अलग कानून क्यों बनाएं गए हैं।
अक्सर पुरुषों के मुंह से यह सुना जाता है कि सरकार बस महिलाओं के लिए ही सब कुछ करती है। लेकिन क्या इन पुरुषों ने इस बात पर कभी ध्यान दिया कि आखिर इतना शोषण भी केवल महिलाओं के साथ ही क्यों हो रहा है। यह बात कोई हवा में उड़ती हुई नहीं है, बल्कि महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों की लिस्ट इस बात का खुलासा करती है कि आज भी महिलाएं अपने खुद के घर में सुरक्षित नहीं है। कभी महिलाओं को उसके ही पति द्वारा शोषण सहना पड़ता है, तो कभी उसके खुद के मां-बाप उसे टॉर्चर करते हैं। घरेलू हिंसा कई तरह से महिलाओं पर होती है और परिवार पर बस चुपचाप खड़ा देखता रहता है।
लेकिन अब वक्त आ गया है, आवाज उठाई जाए। क्योंकि, अगर महिलाएं इसी तरह चुप रहीं, तो वह कभी भी अपने ऊपर होने वाली हिंसा को रोक नहीं पाएंगी। आज एक महिला चुप रहेगी, तो कल फिर दूसरी महिलाओं को यही सहना पड़ेगा। जब हम अपराध सहते हैं, तो सामने वाले व्यक्ति को और मजबूती मिलती है कि वह कुछ नहीं कर सकती। इसलिए आप आपको अपने लिए आवाज उठानी होगी। अगर आप अपने लिए आज खड़ी नहीं होंगी, तो शायद कल आपकी तरह आपकी बेटी को भी यह सब सहना पड़ेगा। इसलिए सरकार द्वारा भी महिलाओं की सेफ्टी और घरेलू हिंसा से परेशान महिलाओं के लिए टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं। इन नंबर पर कॉल करके आप अपनी समस्याओं को तो बता ही सकती हैं, साथ में आप उस जहन्नुम से छुटकारा भी पा सकती हैं। लेकिन इसके लिए सबसे पहले आपको फोन करने की हिम्मत जुटानी होगी।
अक्सर महिलाएं अपने परिवार के साथ रिश्ता बनाएं रखने और समाज में नाम बर्बाद होने के डर से चुप बैठती हैं। इसकी वजह से ही महिलाएं जिंदगीभर अपने घर में घरेलू हिंसा का शिकार होती रहती हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे टोल फ्री नंबर के बारे में जानकारी देंगे, जिसे आपको अपने फोन में हमेशा सेव करके रखना चाहिए। अगर आप किसी हिंसा या दुर्व्यवहार का शिकार हो रही हैं, तो तुरंत इस नंबर पर फोन कर सकती हैं।
घरेलू हिंसा की शिकायत किस नंबर पर कर सकते हैं?
अगर आप घर में हो रहे अत्याचारों से परेशान है, तो आप 181 / 1091 टोल फ्री हेल्पलाइन नंबरपर फोन करके अपनी परेशानी बता सकती हैं। ध्यान रखें कि इसके लिए कोई टाइम लिमिट नहीं है। यह लाइन महिलाओं के लिए 24 घंटे खुली रहती हैं। यह नंबर महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों को रोकने के लिए जारी किया गया है। लेकिन इसके बावजूद महिलाएं फोन करने से डरती हैं। अगर आप भी हिंसा की शिकार हो रही हैं, लेकिन अपने लिए कदम नहीं उठा पा रही हैं, तो इससे आप कभी भी किसी पर भी होने वाले हिंसा के लिए खड़ी नहीं हो सकती।यौन उत्पीड़न के ये मामलेबताते हैं कि आज महिलाएं घर पर भी सुरक्षित नहीं है। इसलिएसबसे पहले यह जरूरी है कि आप अपने लिए आवाज उठाएं।
अगर कोई ऐसा व्यक्ति जो यह बात जानता है कि कोई महिला घरेलू हिंसा की शिकार हो रही है, लेकिन इसकी शिकायत पुलिस में नहीं कर रही है, तो आप उसकी जगह इसं नंबर पर फोन करके शिकायत कर सकते हैं। ऐसा करने पर आपका नाम गुप्त रखा जाएगा। 181 / 1091 टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर की खासियत यह है कि शिकायत दर्ज कराने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा।
घरेलू हिंसा टोल फ्री नंबर पर फोन नहीं लगने पर क्या करें
- राष्ट्रीय महिला आयोग हेल्पलाइन (National Commission for Women Helpline)- 7827170170
- केंद्रीय समाज कल्याण बोर्ड-पुलिस हेल्पलाइन नंबर (Central Social Welfare Board -Police Helpline) - 1091/1291, (011) 23317004
- नारी रक्षा समिति( Nari Raksha Samiti)- (011) 23973949
- अगर आप इनमें से किसी भी नंबर पर फोन करके अपनी समस्या को बताते हैं, तो तुरंत पुलिस अधिकारियों द्वारा आपकी मदद की जाएगी।
साथ ही वकील सामूहिक महिला अधिकार (Lawyers Collective Womens Rights) एलसी डब्ल्यूआरआई घरेलू हिंसा के मामलों के लिए एक निःशुल्क कानूनी सहायता सेल भी चलाती है- इसमें वह घरेलू हिंसा के मामलों में कानूनी तौर पर मदद करेगी। इसके लिए आप (011) 24373993/ 24372923 नंबर पर फोन कर सकती हैं।
अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे।
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image credit- freepik
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