आसपास रहने वाले पड़ोसी अगर आपकी जरूरतों का खयाल रखने वाले हों, आपके दुख-सुख में काम आएं तो सोने पर सुहागा। लेकिन अगर वे आपके घर में ताकझांक करने लगें, आपकी पर्सनल लाइफ से जुड़े सवाल पूछने लगें तो सावधान हो जाइए क्योंकि ऐसे पड़ोसियों से आपके लिए बड़ी मुश्किल खड़ी हो सकती है। अपने घर में सुख-शांति से रहने के लिए आइए जानें कि ऐसे पड़ोसियों से कैसे निपटा जाए-
जिन पड़ोसियों का कोई काम-धंधा नहीं होता, वे आसपास रहने वाले लोगों के बारे में जरूरत से ज्यादा सवाल पूछते हैं और सलाह ही देते हैं। अगर अपनी बात करूं तो मेरे पड़ोसी अक्सर मुझे सलाह देने लगते हैं, 'बच्चा बड़ा कमजोर हो रहा है, उसे खाने में मूंग दाल का हलवा दिया करो। कभी उन्हें मेरी वर्कलाइफ पर भी तरस आने लगता है तो कहती हैं, 'अरे आज तुम्हारी मेड नहीं आई, तुम्हारे ऊपर वैसे ही काम का इतना बोझ है, कैसे कर पाती हो इतना कुछ?' एक आंटीजी घर-द्वार के सभी नाते-रिश्तेदारों के बारे में पूछ डालती हैं, फिर वह अपना पसंदीदा सवाल पूछती हैं, आज खाने में तुमने क्या बनाया है, क्या मेरे यहां थोड़ी सी सब्जी भिजवा दोगी? ऐसे पड़ोसियों से निपटने का कारगर तरीका है उन्हें नज़रअंदाज़ करना। इसीलिए अब मैंने अपना रूटीन ऐसा बना लिया है कि मैं घर के काम भोर में ही कर लेती हूं और बिना ज्यादा शोर-शराबा किए चुपचाप घर से जल्दी निकल जाती हूं।
ऐसी पड़ोसनों की भी कमी नहीं, जो घर की बातें खोद-खोद कर पूछती हैं कि रिलेटिव कहां-कहां रहते हैं, कितनी प्रॉपर्टी है, कितने दोस्त हैं, पति रात को कब आते हैं, पार्टी करने कहां जाती हो। और ये सारी बातें पूछने के बाद उसे अच्छे से नमक-मिर्च लगाकर वे हर घर में प्रसारित कर देती हैं। आपको पता भी नहीं होता कि आपके बारे में कौन-कौन से किस्से कहानियां कहां-कहां सुनाए जा रहे हैं और किस तरह आपकी पीठ पीछे मजा लिया जा रहा है। ऐसी महिलाएं सामने आपसे जरूरत से ज्यादा सहानुभूति दिखाती हैं, इसलिए आपको इनसे और भी ज्यादा चौकन्ना होने की जरूरत है। ऐसी महिलाओं से आप जितना कम बात करें, उतना आपके घर और आपकी पर्सनल लाइफ के लिए अच्छा है।
कई बार अकेले रहने वाले अंकल या आंटी भी आपसे बहुत ज्यादा बातचीत करने लगते हैं। बहुत संभव है कि वे अपनी जिंदगी में अकेला महसूस करते हों और आपमें उन्हें अच्छी शेयरिंग मिल जाने पर वे आपसे घुलना-मिलना चाहते हों। यह समझने के लिए आपको अपने पड़ोसी की पृष्ठभूमि समझना जरूरी है। अगर वे ऐसा सिर्फ इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि उनके पास करने के लिए ज्यादा कुछ भी नहीं है तो उन्हें अपने किसी शौक को डेवलप करने की सलाह दें। यह निर्धारित करें कि आप उनके साथ थोड़ा सा वक्त ही बिताएंगी और स्पष्ट कर दें कि उस टाइम के अलावा वे आपकी लाइफ में इंटरफेयर नहीं करें।
पर्सनल मामलों में जरूरत से ज्यादा दखल देने वाले पड़ोसियों से बचने का सबसे आसान तरीका यह है कि आप उन्हें अपनी तरफ से कोई मौका ही ना दें। आपके घर में क्या-कुछ हो रहा है, इसके बारे में उन्हें पता मत चलने दीजिए। जब घर पर आप नहीं हों तो खिड़कियों को पर्दों से ढंककर रखें। अगर घर की आवाजें बाहर जाती हैं तो बहुत तेज आवाज में ना बात करें और तनाव होने पर शांत रहने का प्रयास करें। ऐसे पड़ोसियों को अगर एक बार समझ में आ जाए कि वे आपकी जासूसी नहीं कर सकते, तो धीरे-धीरे उनका इंट्रस्ट अपने आप कम हो जाएगा।
यह भी देखने में आता है कि पड़ोसी तभी आपसे जुड़ी गॉसिप में दिलचस्पी लेते हैं, जब उन्हें लगता है कि आपसे उनका अच्छा एंटरटेन्मेंट हो सकता है। ऐसे में वे आपसे ऐसी ही बातें घुमा-फिराकर पूछते हैं, जिसमें उन्हें कुछ मसाला मिल सके। ऐसे लोगों से नीरस व्यवहार करने से आप उनसे छुटकारा पा सकती हैं। जब भी वे आपके आसपास हों तो जितना हो सके शांत रहें। उनसे मुस्कुराकर बात करें, लेकिन बातचीत पूरी तरह औपचारिक रखें। उनकी बात का एक या दो शब्दों में जवाब दें या एकदम फीका-सा जवाब दें या उन्हें इन्गोर कर दें। उन्हें अपनी बॉडी लैंग्वेज से जाहिर कर दें कि आप उनके सवालों के जवाब देने के लिए बाध्य नहीं हैं।
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