उत्तर प्रदेश के लखनऊ डिवीजन के 8 रेलवे स्टेशनों के नाम बदल दिए गए हैं। यह कदम स्थानीय संस्कृति और इतिहास को उजागर करने के इरादे से उठाया गया है। यहां उन रेलवे स्टेशनों के पुराने और नए नामों की सूची दी गई है। नए नाम वाले स्टेशन हैं कासिमपुर हॉल्ट, जायस, मिसरौली, बनी, निहालगढ़, अकबरगंज, वजीरगंज हॉल्ट और फुरसतगंज है।
इन महापुरुषों के नाम पर रखे गए हैं
असल में उत्तर रेलवे ने 27 अगस्त को उत्तर प्रदेश के 8 रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का आदेश जारी किया है। यह बदलाव उत्तर रेलवे के लखनऊ डिवीजन के अंतर्गत आने वाले स्टेशनों पर लागू होता है। इस फैसले को सक्षम प्राधिकारी के जरिए पेश किया गया है। इन बदलावों का मकसद स्थानों को उनकी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहचान के मुताबिक नया स्वरूप देना है।
उत्तर प्रदेश में कई रेलवे स्टेशनों के नाम धार्मिक स्थलों, आध्यात्मिक गुरुओं और महापुरुषों के नाम पर रखे गए हैं। यह नाम बदलाव सरकार की ओर से किए गए हैं, ताकि रेलवे स्टेशनों के नाम उन महापुरुषों और धार्मिक स्थलों के नाम पर हो, जो उस क्षेत्र के लिए आज भी महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
स्टेशन और उनके नए नाम इस प्रकार हैं
- फुरसतगंज का नाम बदलकर तपेश्वरनाथ धाम कर दिया गया है
- जायस का नाम बदलकर गुरु गोरखनाथ धाम कर दिया गया है
- वजीरगंज हाल्ट का नाम बदलकर अमर शहीद भाले सुल्तान कर दिया गया है
- बनी का नाम बदलकर स्वामी परमहंस कर दिया गया है
- मिसरौली का नाम बदलकर मां कालिकन धाम कर दिया गया है
- अकबरगंज का नाम बदलकर मां अहोरवा भवानी धाम कर दिया गया है
- निहालगढ़ का नाम बदलकर महाराजा बिजली पासी कर दिया गया है
- कासिमपुर हॉल्ट का नाम बदलकर जायस सिटी कर दिया गया है।
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रेलवे की तरफ से आदेश में साफ किया गया है कि रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने के बावजूद, 'भारत में रेलवे स्टेशनों की अल्फाबेट लिस्ट' में दिखने वाले रेलवे स्टेशनों के न्यूमेरिक कोड अपरिवर्तित रहेंगे। इसका मतलब है कि इन स्टेशनों के नाम बदलने के बाद भी उनके न्यूमेरिक कोड वही रहेंगे, जिससे यात्रियों और रेलवे प्रशासन को किसी प्रकार की असुविधा न हो। इस आदेश के अनुसार, रेलवे स्टेशनों के नाम परिवर्तन और अल्फाबेट कोड से जुड़ी जरूरी सुधार नई दिल्ली में आईआरसीए के महासचिव द्वारा जारी किए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश में पहले भी बदला जा चुका है इन रेलवे स्टेशनों का नाम
- मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन कर दिया गया है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय भारतीय जनसंघ के एक प्रमुख नेता थे।
- इलाहाबाद स्टेशन का नाम बदलकर प्रयागराज जंक्शन कर दिया गया है। प्रयागराज एक प्राचीन शहर है और यहां संगम का बहुत महत्व है।
- फैजाबाद स्टेशन का नाम बदलकर अयोध्या कैंट कर दिया गया है। अयोध्या भगवान राम का जन्म स्थान माना जाता है।
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राज्य सरकार के मुताबिक यूपी में इन रेलवे स्टेशनों के नाम परिवर्तन करने के पीछे यह कारण है कि इन स्थानों का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व उजागर किया जाए। इसलिए, यह बदलाव राज्य सरकार की एक पहल के तहत की गई है।
लखनऊ कौन से डिवीजन में आता है?
लखनऊ, उत्तर प्रदेश राज्य की राजधानी है और लखनऊ जिले का मुख्यालय है। यह जिला लखनऊ मंडल का हिस्सा है। लखनऊ मंडल, उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा मंडल है। इसमें हरदोई, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर, और उन्नाव जिले आते हैं। लखनऊ, पूर्व में बाराबंकी जिले, पश्चिम में उन्नाव और हरदोई जिला, दक्षिण में रायबरेली जिले, और उत्तर में सीतापुर जिले से घिरा हुआ है। लखनऊ, भारतीय रेलवे के उत्तरी रेलवे जोन (एनआर) के तहत आने वाले लखनऊ एनआर रेलवे डिवीजन का भी मुख्यालय है। इस डिवीजन का गठन 23 अप्रैल, 1867 को हुआ था।
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Image Credit: Qoura
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