हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष 9वें महीने के रूप में अगहन मास आता है, जिसे मार्गशीर्ष भी कहा गया है। यह पूरा मास भगवान श्रीकृष्ण के नाम होता है। जिस तरह हिंदू पंचांग के बाकी सारे महीनों का अलग-अलग महत्व है, वैसे ही अगहन मास भी एक अलग ही महत्व रखता है।
इस वर्ष अगहन मास 20 नवंबर से लेकर 19 दिसंबर तक है। कार्तिक पूर्णिमा के दूसरे दिन से लगने वाले इस महीने में भगवान विष्णु के श्री कृष्ण स्वरूप की पूजा की जाती है। इस विषय में हमने मध्य प्रदेश छिंदवाड़ा निवासी पंडित सौरभ त्रिपाठी से बातचीत की । वह कहते हैं, 'ज्योतिषाशास्त्र में 27 नक्षत्र बताए गए हैं, उनमें से एक का नाम मृगशिरा है। इस माह का संबंध भी मृगशिरा नक्षत्र से है, इस नक्षत्र को भगवान श्रीकृष्ण का ही एक स्वरूप माना गया है। भगवत गीता में इस बात का जिक्र भी मिलता है। इसलिए इस पूरे माह पूजा-पाठ और दान-पुण्य करने से भगवान श्रीकृष्ण का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।'
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अगहन मास में श्रीकृष्ण की विशेष पूजा की जाती है। इसकी विधि निम्नलिखित है-
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