Halloween से जुड़ी ये बातें शायद नहीं जानते होंगे आप

क्या आप जानते हैं कि हैलोवीन में कद्दू ही क्यों इस्तेमाल किया जाता है या फिर इसका आत्माओं से क्या कनेक्शन है? 

 Facts about halloween

हैलोवीन एक ऐसा नाम है जो अब विदेशों में ही नहीं बल्कि हमारे देश में भी बहुत ज्यादा प्रचलित होने लगा है। ये वो त्यौहार है जहां पश्चिमी देशों में लोग भूतों की तरह सजते हैं। वैसे तो अब ये फैंसी ड्रेस की तरह ज्यादा देखा जाता है, लेकिन जहां तक हैलोवीन का सवाल है तो इसका जुड़ाव आत्माओं और पारलौकिक शक्तियों से होता है। इसे अब एक ट्रेंड की तरह देखा जाता है और आपको यकीन नहीं होगा, लेकिन दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों में ही नहीं बल्कि छोटे-छोटे शहरों में भी अब लोग हैलोवीन पार्टीज मनाने लगे हैं।

ये ट्रेंड बॉलीवुड से तो ज्यादा आ ही गया है, लेकिन इसके साथ ही अब ये कॉमन होता जा रहा है। अगर आप भी हैलोवीन में इंटरेस्टेड रहते हैं तो चलिए आपको इससे जुड़े कुछ अच्छे फैक्ट्स बताते हैं जिनके बारे में शायद आपको ना पता हो।

1. 2000 साल से भी ज्यादा पुराना है इतिहास

एक रिपोर्ट मानती है कि हैलोवीन का पौराणिक इतिहास 2000 साल से भी ज्यादा पुराना माना जा सकता है। इसे केल्ट्स (Celts) द्वारा शुरू किया गया था जो प्राचीन समय में आयरलैंड, यूनाइटेड किंगडम, नॉर्दन फ्रांस आदि इलाकों में रहा करते थे। उस दौरान 31 अक्टूबर को मनाया जाने वाला ये त्यौहार सैमहाइन (Samhain) कहलाता था।

Halloween costumes in hindi

इसे जरूर पढ़ें- अपनी हैलोवीन पार्टी के लिए चुनें ऐसी खास ड्रेस

2. हैलोवीन में नहीं होती पूर्णिमा

टीवी सीरियल, फिल्मों आदि में आपने देखा होगा कि हैलोवीन के समय हमेशा चांद आसमान में चमकता रहता है। पर ऐसा है नहीं, हलोवीन पर पूर्णिमा हो ये बहुत ही दुर्लभ होता है और 19-20 साल में एक बार ये होता है। आखिरी बार ये 2020 में हुआ था तो हो सकता है कि आपको अगले हैलोवीन और पूर्णिमा की रात का इंतज़ार करने में काफी समय लग जाए।

3. जैक-ओ-लैटर्न की कहानी

हैलोवीन के समय कद्दू का इस्तेमाल होता है और जैक-ओ-लैटर्न की कहानी बहुत फेमस है। ये कहानी है स्टिंगी जैस की जो आयरलैंड में रहा करता था। वो शराब की आदत, अपनी धोखेबाज़ी के लिए बहुत फेमस था और उसकी कहानी सेटन (Satan- पश्चिमी सभ्यता के अनुसार नरक का राजा) तक पहुंची। सेटन ने खुद जैक की परीक्षा लेनी चाही और जैक को जब इसके बारे में समझ आया तो उसने सेटन से कहा कि उसे आखिरी बार शराब पीनी है।

Halloween ki kahani

सेटन उसे पब में ले गया और जैक ने दिल खोलकर शराब पी। इसके बाद जब पैसे चुकाने की बारी आई तो सेटन से जैक ने कहा कि उसके पास पैसे नहीं है तो सेटन खुद एक चांदी के सिक्के की शक्ल ले ले जिससे वो पैसे चुका देगा। सेटन मान गया और जैसे ही वो सिक्के के रूप में आया जैक ने उसे अपनी जेब में रख लिया जिसके साथ एक क्रॉस भी था।

क्रॉस के कारण सेटन अपने असली रूप में नहीं आ पाया और इसके बाद सेटन से जैक ने एक डील की जिसमें सेटन को उसे 10 साल तक अकेले छोड़ना था। ऐसे ही 10 साल बाद दोबारा जब सेटन डील पूरी करने आया तब भी जैक ने किसी और तरह से उसे बेवकूफ बनाया। ऐसे में सेटन को मानना पड़ा कि जैक को कभी वो नरक में नहीं ले जाएगा। इसके बाद जब जैक वाकई में मरा तो उसके कर्मों के कारण उसे स्वर्ग में जगह नहीं मिली और जैक के लिए नरक के द्वार भी बंद हो गए थे।

तब सेटन ने जैक को एक शलजम दिया जिसकी आंखें और नाक बनी हुई थी और उसके अंदर जलता हुआ कोयला रख दिया। जैक को अब अनंतकाल तक इसी के सहारे पृथ्वी पर घूमना था। जब ये कहानी अमेरिका और अन्य देशों तक पहुंची तब शलजम की जगह कद्दू ने ले ली क्योंकि वहां स्थानीय तौर पर कद्दू उगाया जाता था। ऐसे बना जैक-ओ-लैटर्न।

4. ट्रिक ओ ट्रीट की प्रथा

आपने देखा होगा कि बच्चे अलग-अलग कॉस्ट्यूम पहनकर घरों में जाते हैं और ट्रिक ओ ट्रीट कहते हुए कैंडी वगैराह मांगते हैं। ये प्रथा भी पौराणिक है। सैमहाइन के दौरान ऐसा माना जाता था कि इस रात भूत-प्रेत धरती पर घूमते हैं। इसके कारण लोगों ने अलग-अलग कपड़े पहन कर अपने घरों के बाहर खाना रखने की प्रथा शुरू कर दी। इसके बाद चर्च द्वारा खाने के बदले में प्राथर्ना करने का चलन शुरू कर दिया गया और धीरे-धीरे बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी इस प्रथा में शामिल हो गए।

इसे जरूर पढ़ें- हेलोवीन पार्टी में दिखना है कुछ हटके तो ऐसे करें मेकअप

5. आखिर क्यों काला और नारंगी ही बना हैलोवीन का रंग

हैलोवीन में काले और नारंगी रंग से सजावट करने का प्रावधान होता है। पर क्या आपको पता है कि इन्हीं दो रंगों को क्यों चुना गया? दरअसल, नारंगी रंग को शक्ति का प्रतीक माना जाता है और साथ ही साथ ये रंग ऑटम यानी पतझड़ के सीजन को दिखाता है। इसके साथ ही काला रंग डर और मौत का प्रतीक माना जाता है जो सर्दियों को दिखाता है। ये दो रंग मौसम के बदलाव के साथ-साथ जिंदगी और मौत को दिखाते हैं जो इस त्यौहार को मनाने का सबसे बड़ा कारण है।

हैलोवीन की तरह ही दुनिया के कई देशों में इस तरह के त्यौहार मनाए जाते हैं जिन्हें मृत आत्माओं से जोड़ा जाए। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।

Recommended Video

Image Credit: Freepik/ Pixaby

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP