चैत्र नवरात्रि का त्योहार चल रहा है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों को खुश करने के लिए व्रत रखें हैं तो जाहिर है आप फलाहार ही कर रहे होंगे। इन व्रतों के दौरान खुद को ऊर्जा से भरपूर बनाए रखने के लिए आप पोषक तत्वों से युक्त आहार लेती हैं, जिसमें ज्यादातर कुट्टू के आटे और समां के चावल से बने फूड आइटम्स होते हैं। लेकिन व्रत वाली भोजन सामग्री में भी अगर कुछ नये प्रयोग किए जाएं, तो व्रत का अनुभव और भी शानदार हो जाता है। तो इस बार अगर आप व्रत वाले पारंपरिक खाने के बजाय कुछ नया आजमाना चाहती हैं मास्टरशेफ इंडिया सीजन 1 की विजेता रहीं जानी-मानी शेफ पंकज भदौरिया की नई पेशकश कुट्टू की कढ़ी बना सकती हैं। दही और कुट्टू से बनी यह डिश जहां जायके से भरपूर है, वहीं आपका एनर्जी लेवल बनाए रखने के लिहाज से भी अच्छी है। इसे बनाना भी आसान है।
बहुत सी महिलाएं व्रत में ज्यादा भूख महसूस करती हैं और व्रत वाले लाइट फूड आइटम्स खाने के बाद उन्हें कुछ और भी खाने की चाह होती है। ऐसे में कुट्टू की कढ़ी आपके लिए एक संपूर्ण आहार हो सकती है। पंकज बताती हैं, 'इस कढ़ी के साथ कुट्टू के चीले का कॉम्बिनेशन भी अच्छा लगता है।' अच्छी बात ये है कि इस रेसिपी की तैयारी में महज 20 मिनट लगते हैं और आधे घंटे में यह कढ़ी बनकर तैयार हो जाती है।
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कुट्टू की कढ़ी बनाने की सामग्री
- आधा कप कुट्टू का आटा
- आधा कप दही
- एक बड़ा आलू छोटे-छोटे टुकड़ों में कटा हुआ
- एक चम्मच जीरा
- दो हरी मिर्च बारीक कटी हुई
- देसी घी या मूंगफली का तेल
- दो कप पानी
- सेंधा नमक स्वादानुसार
कुट्टू की कढ़ी बनाने की विधि
आलू के टुकड़ों को एक कप कुट्टू के आटे और आधा चम्मच नमक के साथ मिला लें। इसमें 2 बड़े चम्मच पानी डालें और अच्छी तरह मिला लें। पकौड़े बनाने के लिए इस मिश्रण को अच्छी तरह मिला लें। एक कड़ाही में तेल गर्म करें और धीमी आंच पर पकौड़ों को सुनहरा होने तक तलें।
कड़ी बनाने के लिए दही और आधा कप कुट्टू का आटा दो कप पानी के साथ अच्छी तरह मिला लें। एक पैन गैस पर रखें और उसमें एक चम्मच तेल डालकर गर्म करें, इसके बाद जीरा डालें। जीरा भुन जाने पर उसमें हरी मिर्च डाल दें। हरी मिर्च चटखने के बाद उसमें दही और कुट्टू का पहले से तैयार किया हुआ मिश्रण मिला दें और इससे लगातार चलाते रहें। इस बात का खास खयाल रखें कि कढ़ी में जब तक उबाल न आ जाए तब तक उसे लगातार चलाते रहें। उबाल आने से पहले अगर कढ़ी न चलाई जाए तो दही फटने का डर रहता है।
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इस कढ़ी के सेवन के कुछ समय बाद आप खुद को तरोताजा बनाए रखने के लिए कुछ हेल्दी ड्रिंक्स जैसे कि शिकंजी, ग्रीन टी, तुलसी टी, आइस टी भी ले सकती हैं।
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