आज के समय में महिलाओ के लिए गर्भनिरोध के लिए कई तरह के विकल्प मौजूद हैं। दवाइयों से लेकर आईयूडी का इस्तेमाल करना अब बेहद आम हो चुका है। आईयूडी जिसे महिलाएं कॉपर टी कहकर भी पुकारती हैं, लंबे समय तक न्म नियंत्रण का एक अत्यधिक प्रभावी तरीका हैं। कॉपर टी के इस्तेमाल का एक लाभ यह भी है कि अगर महिला कभी गर्भवती होने की इच्छा करती है तो वह बिना किसी परेशानी के इसे बेहद आसानी से निकलवा भी सकती हैं।
हालांकि यह देखने में आता है कि कई बार महिलाएं कॉपर टी लगवाने के बाद उसे निकलवाती ही नहीं है। आपको यह समझने की आवश्यकता है कि कॉपर टी की अपनी एक लाइफ होती है और उसके बाद उसे निकलवाना कई मायनों में महत्वपूर्ण हो जाता है। अगर आप अभी तक इससे अनजान हैं, तो चलिए आज इस लेख में Fortis La Femme Hospital की सीनियर कंसल्टेंट गायनेकालॉजिस्ट डॉ. अनीता गुप्ता आपको इस बारे में बता रही हैं-
किस तरह काम करती है आईयूडी
आईयूडी एक छोटा, टी-आकार का उपकरण होता है जिसे डॉक्टर एक साधारण प्रक्रिया के दौरान गर्भाशय में डालते हैं। आमतौर पर आईयूडी कॉपर बेस्ड व हार्मोन बेस्ड होती है। एक बार लगाने के बाद, ये उपकरण 3 से 10 साल के बीच गर्भधारण को रोकते हैं। इस समय के बाद, इसे बदलना आवश्यक है।
ऐसा न करने से प्रेग्नेंसी और इंफेक्शन दोनों की संभावना बढ़ जाती है। जहां कॉपर आधारित आईयूडी डालने के बाद 12 साल तक गर्भधारण को रोकते हैं। इस समय के बाद उन्हें गर्भाशय से हटा देना चाहिए। वहीं, हार्मोनल-आधारित आईयूडी के अलग-अलग लाइफस्पेन होते हैं। कुछ ब्रांड गर्भावस्था को 3 साल तक रोक सकते हैं, जबकि अन्य 6 साल तक काम करते हैं।(जानिए आईयूडी के टाइप्स)
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कार्यक्षमता हो जाती है खत्म
कुछ महिलाओं को लगता है कि एक बार कॉपर टी लगवाने के बाद वह हमेशा ही गर्भनिरोधक के रूप में काम करेगी। जबकि ऐसा नहीं है। हर आईयूडी का अपना एक निश्चित समय होता है और वह केवल तभी तक इफेक्टिव होती है। अगर इसके बाद भी कॉपर टी बॉडी में रहती है तो उसका कोई लाभ नहीं रहता है। इसके बाद महिला के गर्भधारण करने के चांसेज काफी अधिक होते हैं। इसलिए, शरीर में कॉपर टी होने का कोई महत्व नहीं रह जाता है। ऐसे में उसे निकाल देना ही बेहतर ऑप्शन है।
बढ़ जाता है इंफेक्शन का खतरा
अगर आईयूडी का टाइम पूरा होने के बाद भी बॉडी में कॉपर टी रहती है तो इससे यह महिला के यूटरस में कुछ ऐसे बदलाव कर सकता है, जिससे उसे सूजन या इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए यह बेहद आवश्यक है कि समय खत्म हो जाने के बाद महिला कॉपर टी को निकलवा दें।
इसे ना केवल निकलवाना आवश्यक होता है, बल्कि समय-समय पर इसका चेकअप करवाना भी उतना ही जरूरी है। दरअसल, कई बार कॉपर टी अपनी जगह से हिल जाती है या फिर उससे इंटरनल इंफेक्शन भी हो जाता है। ऐसे में चेकअप के जरिए इसका पता लगाया जा सकता है।
पीरियड्स में हो सकती है समस्या
आपको शायद पता ना हो, लेकिन अगर लंबे समय तक कॉपर टी को ना निकलवाया जाए तो इससे महिला को पीरियड्स में भी समस्या हो सकती है। आमतौर पर, इस स्थिति में महिला को दर्दनाक व अधिक हैवी पीरियड्स की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, अगर कॉपर टी के कारण कोई इंफेक्शन या सूजन होती है तो इससे महिला को समय पर पीरियड्स ना आना या फिर बेहद कम पीरियड्स आने की परेशानी भी हो सकती है।
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तो अब आप भी आज ही डॉक्टर से मिलें और उनकी सलाह पर अपनी कॉपर टी रिमूव करवाएं। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकीअपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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