पीरियड्स के दौरान, महिलाओं के शरीर में हार्मोनल उतार-चढ़ाव होते हैं। ये दिन महिलाओं के लिए मुश्किल भरे होते हैं और इस समय पर महिलाओं को पेट, कमर, पीठ, पैरों और सिर में भी दर्द महसूस हो सकता है। पीरियड्स से पहले यानी पीएमएस के दौरान भी महिलाओं के शरीर में कई संकेत नजर आते हैं। कई महिलाओं को इस समय पर कब्ज हो जाती है, वहीं कुछ महिलाओं का पेट खराब रहने लगता है। इसके अलावा, महिलाओं की इमोशनल हेल्थ पर भी इसका असर होता है। मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन, गुस्सा आना या छोटी सी बात पर आंसू आ जाना जैसी चीजें इस समय पर महिलाओं को परेशान करती हैं। इस वक्त पर कई बार महिलाओं में वजाइना में भी दर्द महसूस होता है। पीरियड्स के दिनों में वजाइना में दर्द होने के क्या कारण होते हैं, इस बारे में एक्सपर्ट से समझते हैं। यह जानकारी डॉक्टर अदिति बेदी दे रही हैं। वह कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट और आब्स्टिट्रिशन हैं।
पीरियड्स के दौरान वजाइना में दर्द क्यों होता है? (What causes vaginal cramps during periods)
- पीरियड्स के दिनों में कई महिलाओं को वजाइना में भी दर्द महसूस होता है। दरअसल, पीरियड्स के दिनों में होने वाले हार्मोनल इंबैलेंस की वजह से वजाइना में ब्लड फ्लो पर असर होता है, सेंसिटिविटी बढ़ जाती है और कई बार वजाइना में इंफ्लेमेशन भी होता है। यह दर्द का एक कारण हो सकता है।
- लंबे समय तक एक ही पैड या टेंपून लगाए रहने के कारण भी आपको वजाइना में दर्द महसूस होने लगता है। कई बार इसकी वजह से वजाइना में जलन भी हो सकती है।
- पीरियड्स के दिनों में कुछ महिलाओं को गैस बहुत अधिक बनती है। कई बार गैस वजाइनल एरिया के आस-पास भी फंस जाती है और इसमें दर्द होने लगता है।
- पीरियड्स के दौरान, वजाइना का पीएच लेवलभी प्रभावित होता है। वहीं, इन दिनों में हाइजीन का ख्याल रखना भी आसान नहीं होता है। ऐसे में वजाइनल इंफेक्शन हो सकता है और यह दर्द का कारण बनता है।
- कई बार फाइब्रॉयड या एंडोमेट्रियोसिस जैसी हेल्थ कंडीशन्स की वजह से भी पीरियड्स के दिनों में वजाइना में पेन होता है।
- इस समय पर यूट्रस की मसल्स सिकुड़ती हैं। यूट्रस में प्रोस्टाग्लैंडीन बढ़ जाता है। इस कॉन्ट्रैक्शन की वजह से भी वजाइना में दर्द हो सकता है।
- पीरियड्स के समय पर शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के लेवल में उतार-चढ़ाव होता है। इसकी वजह से भी कई बार वजाइना में दर्द हो सकता है।
पीरियड के दिनों में अगर आपको ब्लड फ्लो, दर्द और साइकिल में कोई भी बदलाव महसूस होता है, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit:Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों