स्ट्रेस में हाथ-पैर क्यों कांपते हैं और धड़कने क्यों हो जाती हैं तेज? डॉक्टर से जानें

आपने अक्सर महसूस किया होगा कि जब आप तनाव या किसी प्रेशर में होती हैं, तो अचानक से दिल की धड़कने तेज हो जाती हैं और हाथ-पैर कांपने लगते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों होता है? 
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हम सभी किसी न किसी बात को लेकर तनाव में हैं। कभी वर्क प्रेशर के कारण तो कभी किसी और परेशानी से हमें स्ट्रेस और एंग्जायटी महसूस होती है। आपने अक्सर महूसस किया होगा कि जब आप किसी बात को लेकर स्ट्रेस में होते हैं या आपको अतिरिक्त दबाव महसूस होता है, तो हाथ-पैर कांपने लगते हैं, घबराहट महसूस होती है और दिल की धड़कन भी तेज हो जाती है। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? चलिए, इस बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं। इस बारे में अरोबा कबीर, कंस्लटेंट साइकोलॉजिस्ट, इनसोवेलनेस (Arouba Kabir, Counselling Psychologist,ENSOWELLNESS) जानकारी दे रहे हैं।

स्ट्रेस में हाथ-पैर क्यों कांपते हैं और धड़कने क्यों हो जाती हैं तेज?

how to manage stress

  • एक्सपर्ट का कहना है कि जब हम तनाव में होते हैं, तो हमारे शरीर में कुछ बदलाव होते हैं। ये बदलाव असल में हमें खतरे से निपटने के लिए तैयार करते हैं। इसमें हमारे दिमाग का एक हिस्सा, जिसे हाइपोथैलेमस कहते हैं, वह एक्टिव हो जाता है।
  • इसके एक्टिव होने पर शरीर में एक खास तरह का हार्मोन रिलीज होता है। इसे एड्रेनालिन कहा जाता है। यह हार्मोन हमारे नर्वस सिस्टम को तेज कर देता है। इसी के कारण हमारे दिल की धड़कन बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए होता है ताकि शरीर को ज्यादा ऑक्सीजन और एनर्जी मिल सके।
  • बात अगर हाथ-पैरों के कंपन की करें, तो स्ट्रेस और एंग्जायटी या प्रेशर के वक्त हमारे शरीर की मसल्स एकदम एक्टिव हो जाती हैं और शरीर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए खुद को तैयार करने लगता है। इसी की वजह से हाथ-पैर कांपने लगते हैं।
  • तनाव के समय ब्लड प्रेशर भी बढ़ जाता है और सांसें तेज हो जाती हैं ताकि शरीर को ज्यादा ऑक्सीजन मिल सके। हाथ-पैरों का कांपना और दिल की धड़कन का तेज होना इसी प्रक्रिया का हिस्सा है। यह दिखाता है कि हमारा शरीर सतर्क हो गया है।

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heart attack and liver problem

  • अगर यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहे, तो यह हमारे मन और शरीर दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे चिंता, थकावट और हाई बीपी जैसी कई दिक्कतें हो सकती हैं।
  • एक्सपर्ट का कहना है कि अगर आप लंबे वक्त से तनाव में हैं, तो तुरंत किसी विशेषज्ञ की सलाह लें। इसका असर आपकी ओवरऑल हेल्थ पर होता है, जिसके लक्षण कई बार देर से नजर आते हैं।

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कभी-कभार किसी मुश्किल वक्त या प्रेशर में स्ट्रेस और एंग्जायटी फील होना नॉर्मल है। लेकिन, अगर आप लंबे वक्त से तनाव में हैं और इसका असर आपकी फिजिकल, सेक्शुअल और मेंटल हेल्थ पर होता है, तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit:Freepik

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