जानिए क्या है तेल से कुल्ला करने का मतलब, कोकोनट ऑयल को इसके लिए क्यों मानते हैं खराब?

दांतों को सफेद करने और मुंह को तरोताजा रखने के लिए ऑयल पुलिंग की जाती है। इसके लिए कौन-सा तेल सही नहीं होता है, आइए जानते हैं। 

 
oil pulling with coconut oil

ऑयल पुलिंग यानी तेल से कुल्ला करना एक प्राचीन नुस्खा है जिसे दांतों को सफेद करने, सांस को ताजा करने के साथ आपकी ओरल हेल्थ को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आमतौर पर नारियल के तेल का इस्तेमाल कुल्ला करने के लिए किया जाता है।

मगर क्या आपने सोचा है कि नारियल के तेल से ऑयल पुलिंग कितना सही है? आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. वरा यनामंद्र बताती हैं कि कुछ लोग यह दावा करते हैं कि आयुर्वेद के मुताबिक नारियल का तेल कुल्ला करने के लिए सबसे अच्छा है, लेकिन ऐसा नहीं है। पोषक तत्वों से भरपूर इस तेल को आखिर क्यों कुल्ला करने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाता है, आइए इस आर्टिकल में विस्तार से जानें।

क्या है तेल से कुल्ला करना?

how oil pulling works

इसमें तेल को मुंह में लेकर घुमाना होता है। जिस तरह आप पानी से कुल्ला करते हैं, ठीक उसी तरह तेल से किया जाता है। यह कई सालों से ओरल हेल्थ को बेहतर बनाने के लिए किया जाने लगा है। इसमें आप 1 चम्मच तेल को लेकर मुंह में 15-20 मिनट घुमाते हैं। इससे मुंह में जमा बैक्टीरिया खत्म होने में मदद मिलती है।

मुंह के यह बैक्टीरिया एक दांतों पर एक बायोफिल्म बना देते हैं, जिसे प्लाक कहा जाता है। यह प्लाक बढ़ने से मुंह की बदबू, कैविटी, मसूड़ों की तमाम समस्याएं उत्पन्न होती हैं। जब आप तेल से कुल्ला करते हैं तो कई सारे बैक्टीरिया इसके द्वारा तेल से बाहर निकल जाते हैं।

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क्यों कुल्ला करने के लिए सही नहीं है नारियल का तेल

coconut oil for oil pulling

डॉ. वरा के मुताबिक, 'आयुर्वेद में ऐसा कहीं नहीं कहा गया है कि ऑयल पुलिंग या गार्गलिंग के लिए नारियल के तेल का उपयोग होना चाहिए। इंटरनेट पर भले ही दावा किया जा रहा है, लेकिन इससे किसी तरह सफाई नहीं होती है।' लेकिन ऐसा क्यों?

नारियल तेल जो तमाम पोषक तत्वों से भरपूर है, ऑयल पुलिंग के लिए क्यों खराब माना जाता है? दरअसल, नारियल का तेल भारी होता है और साथ ही प्रकृति में मीठा और ठंडा होता है। यह डाइजेस्ट होने में काफी वक्त लेता है और शरीर में ठीक से अब्सॉर्ब होने में भी वक्त लेता है। यह भले ही अच्छा हो या न हो लेकिन यह एक बेस्ट चॉइस बिल्कुल नहीं है।

कुल्ला करने के लिए किस तेल का करें इस्तेमाल?

नियमित रूप से प्रैक्टिस करने के लिए आपको तिल के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। आयुर्वेद के मुताबिक कुल्ला करने के लिए यह सही तेल है। सभी लिक्विड फैट में से यह तेल बेस्ट होता है। इसके अलावा आप किन चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं वो हैं-

  • अगर आपको दांतों में झनझनाहट रहती है, दांत ढीले हैं या उनमें दर्द है तो तिल का तेल सबसे बेहतर होता है।
  • अगर आपके मुंह में जलन हो रही है, मुंह में छाले हैं तो फिर आपके लिए घी सबसे बेहतर विकल्प है।
  • अगर आपका बहुत सूखता है और प्यास बहुत ज्यादा लगती है तो फिर आपको दूध से कुल्ला करना चाहिए।
  • मुंह में किसी तरह का भारीपन लग रहा हो तो फिर गुनगुने पानी से कुल्ला करना अच्छा रहता है।
  • मुंह की सफाई और प्याज को बुझाने के लिए शहद भी एक अच्छा ऑप्शन है।

अगर आप भी नारियल के तेल से अब तक कुल्ला करते आ रहे थे तो समय है उसे बदलने का। आाप चाहें तो एक बार अपने डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं। हमें उम्मीद है यह आर्टिकल आपको पसंद आएगा। इसे लाइक और शेयर करना न भूलें। हेल्थ से जुड़े ऐसे आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।

Image Credit: Freepik & google searches

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