Hormonal Imbalance: हार्मोन असंतुलन के 4 लक्षणों पर महिलाओं को जरूर देना चाहिए ध्यान

हार्मोनल इंबैलेंस होने पर इसके कई लक्षण नजर आने लगते हैं। पीरियड्स का हैवी होना, पीएमएस में दिक्कत, नींद आने में मुश्किल समेत कई संकेत हैं, जो हार्मोन के उतार-चढ़ाव की ओर इशारा करते हैं।

 
How do I know if my hormones are imbalanced

महिलाओं के शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस होने पर इसके कई लक्षण नजर आने लगते हैं। इन लक्षणों को अक्सर महिलाएं इग्नोर कर देती हैं। कई बार महिलाएं इन लक्षणों के पीछे का असली कारण नहीं समझ पाती हैं। जिसके चलते उनकी परेशानी और बढ़ जाती है। शरीर के कई फंक्शन्स पर हार्मोन्स के उतार-चढ़ाव का असर होता है। खासकर महिलाओं के लिए हार्मोन्स का बैलेंस होना जरूरी है। पीरियड्स का हैवी होना, पीएमएस में दिक्कत, नींद आने में मुश्किल और भी कई संकेत हैं, जो अलग-अलग हार्मोन के उतार-चढ़ाव की ओर इशारा करते हैं। चलिए आपको बताते हैं कि हार्मोनल इंबैलेंस के किन 4 लक्षणों पर महिलाओं को जरूर ध्यान देना चाहिए। इस बारे में डाइटिशियन मनप्रीत जानकारी दे रही हैं। मनप्रीत ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स किया है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं।

महिलाओं में हार्मोनल इंबैलेंस के लक्षण (How do I know if my hormones are imbalanced)

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  • अगर शरीर में एस्ट्रोजन का लेवल बढ़ा हुआ है, तो हैवी पीरियड्स, सिरदर्द, पीरियड्स में बहुत अधिक दर्द और कब्ज हो सकती है।
  • यह हार्मोन महिलाओं के रिप्रोडक्टिव ऑर्गन से जुड़ा है और महिलाओं की हेल्थ के लिए इसका सही लेवल में होना बहुत जरूरी है।
  • महिलाओं में इस सेक्स हार्मोन के कम या ज्यादा होने पर कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं।
  • इसका लेवल कम होने पर रात को पसीना आना, डिप्रेशन, वजाइना का ड्राई होना और यौन इच्छा में कमी जैसे संकेत नजर आ सकते हैं।
  • प्रोजेस्टेरोन भी एक सेक्स हार्मोन है। इसकी कमी होने पर एंग्जायटी, पीएमएस में अधिक मुश्किल और पीरियड्स में स्पॉटिंग हो सकती है।

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  • इसकी कमी होने पर बहुत अधिक थकान, सिरदर्द और थकावट (थकान के कारण) जैसे लक्षण भी नजर आ सकते हैं।
  • प्रोजेस्टेरोन हार्मोन कंसीव करने के लिए भी जरूरी होता है। हर महीने ओव्यूलेशन के बाद अंडाशय में यह हार्मोन उत्पन्न होता है।
  • इसका लेवल बहुत अधिक बढ़ना भी सही नहीं है। इससे एक्ने, ऑयली स्किन, चेहर पर अनचाहे बाल और बाल झड़ने की समस्या हो सकती है।
  • तनाव अधिक होने पर शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन की मात्रा बढ़ने लगती है। इसके बढ़ने पर थकान, कमजोरी और ब्लड शुगर लेवल का बढ़ना जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।

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Image Credit:Freepik

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