दिल के रोग पहले उम्रदराज लोगों को परेशान करता हैं लेकिन आजकल की बदलती लाइफस्टाइल, खान-पान की गलत आदतों और बुरी आदतों के चलते आज कम उम्र के लोग भी इससे परेशान रहने लगे हैं। लेकिन अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं क्योंकि एक नई रिसर्च के अनुसार जो टीनएजर्स हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज करती हैं उनमें ब्लडप्रेशर कम होता है जो लाइफ में हार्ट डिजीज के विकास के कम जोखिम का कारण बन सकता है।
चिल्ड्रन्स हेल्थ एंड एक्सरसाइज रिसर्च सेंट्रर, एक्सेटर यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन ने हेल्दी टीनएर्ज (12-15 वर्ष) पर एक प्रयोग किया, जिन्होंने तीन हफ्तों में चार अलग-अलग मौकों पर टेस्टिंग की।
ब्लड प्रेशर हुआ कम
पहली बार में, किशोर प्रतिभागियों पर तेज इंटेंसिटी एक्सरसाइज की गणना करने के लिए एक एक्सरसाइज टेस्ट किया गया। एक्सरसाइज के कुछ घंटों के बाद, ब्लड प्रेशर नीचे आ गया। इसे पोस्ट-एक्सरसाइज हाइपोटेंशन के रूप में जाना जाता है। इन परिणामों से पता चलता है कि किशोरों में, एक मिनट मे आठ बाउट (यानी अधिकतम हृदय गति के करीब चलने) के कारण पोस्ट-एक्सरसाइज हाइपोटेंशन एक घंटे तक चलता है। जबकि, मध्यम तीव्रता (यानी जॉगिंग) पर रानिंग के बाद यह परिणाम नहीं देखा गए, जहां एक्सरसाइज के बाद बीस मिनट बाद ब्लड प्रेशर फिर वैसे ही हो गया।
क्या कहती है रिसर्च
ये निष्कर्ष बताते हैं कि एक्सरसाइज की तीव्रता स्वस्थ किशोरों में व्यायाम पूरा होने के एक घंटे बाद रक्तचाप में समायोजन के अन्य तंत्र को अलग-अलग बदल देती है। हेल्दी टीनएजर्स के ब्लडप्रेशर में गिरावट का दीर्घकालिक नैदानिक महत्व हो सकता है। इसी प्रकार, एक्सरसाइज के प्रभाव को कम करने वाले ब्लड प्रेशर से बेहतर ब्लड प्रेशर कंट्रोल हो सकता है, खासकर जब युवा लोगों को तनावपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। यह शोध जर्नल प्रायोगिक फिजियोलॉजी में है।
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