जीभ का रंग बताता है सेहत का हाल, समझें ये 7 संकेत

अंदरूनी शारीरिक समस्याओं का असर शरीर के बाहरी अंगों पर साफ तौर पर देखा जा सकता है, जैसे कि जीभ का रंग और उसमें आए बदलाव काफी हद तक सेहत का हाल बयां करते हैं।  
tongue colour indicates health issues

इस आर्टिकल में हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं किस तरह से जीभ की रंगत से शारीरिक समस्याओं की पहचान की जा सकती है। दरअसल, हमने इस बारे में लखनऊ के जनरल फिजिशियन डॉ. बृजेंद्र सिंह से बात की और उनसे मिली जानकारी यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं।

डॉ. बृजेंद्र सिंह बताते हैं कि शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों के चलते जीभ के रंग में बदलाव आता है। ऐसे में रोग विशेष में जीभ पर परत जमा हो जाती है और उसका रंग बदल जाता है। इस तरह से जीभ के रंग में बदलाव को देख काफी हद तक शरीर की अंदरूनी समस्याओं का अंदाजा लगाया जा सकता है। चलिए जीभ में आए बदलावों और उनके संकेतों के बारे में जरा विस्तार से समझते हैं।

काली जीभ है खतरे की घंटी

काली जीभ को अक्सर लोग अपशकुन से जोड़ कर देखते हैं, लेकिन अगर मेडिकल साइंस के नजर से काली जीभ की असल वजह को जाना जाए तो यह सेहत के लिए खतरे की घंटी है। असल में जीभ की रंगत का काला होना एक नहीं कई बीमारियों का संकेत देता है। यह डायबिटीज से लेकर अल्सर और कैंसर जैसी घातक बीमारी का लक्षण हो सकता है इसके अलावा मुंह में बैक्टीरिया के पनपने के कारण भी जीभ सामान्य रंगत से गहरा दिखने लगता है। इसलिए जीभ के कालेपन को कभी भी हल्के में न लें, बल्कि इसके लिए डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।

black tongue colour

जीभ का नीला पड़ना

जीभ का नीला पड़ना भी सेहत के लिए खतरनाक संकेत है। असल में जीभ का नीला पड़ना दिल से जुड़ी समस्याओं का इशारा हो सकता है। हृदय संबंधी परेशानी के कारण जब शरीर में रक्त संचार बाधित होता है, तो ऐसी स्थिति में जीभ का रंग नीला पड़ जाता है। इसलिए अगर आपको अपनी जीभ नीली पड़ती दिखाई दे रही है, तो अपना शारीरिक परीक्षण जरूर कराएं।

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जीभ पर सफेद परत

जीभ पर अक्सर सफेद परत जमा हो जाती है, जिसे लोग नजरअंदाज कर देते हैं। पर असल में जीभ पर जमी सफेद परत, पाचन संबंधी समस्याओं का संकेत हो सकती हैं। इसके अलावा शरीर में कफ बढ़ने पर भी जीभ पर सफेद परत जमा होने लगती है।

जीभ पर पीली परत

जीभ का पीलापन भी स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत होता है। बता दें कि जहां पीलिया में जीभ पर पीलापन स्पष्ट रूप से दिखने लगता है, वहीं शरीर में खून की कमी के कारण भी जीभ पर पीली परत पड़ जाती है।

tongue indicates health problems

जीभ पर दरार का पड़ना

कुछ लोगों को जीभ में दरारें पड़ने की शिकायत भी पेश आती है। बता दें कि इस स्थिति को मेडिकल टर्म फिशर्ड टंग कहा जाता है, जो कि शरीर में संक्रमण का संकेत हो सकती है। इसके अलावा किडनी और डायबिटीज से पीड़ित लोगों को भी यह समस्या पेश आती है।

जीभ का रंग लाल पड़ना

जीभ का रंग लाल पड़ना भी अपने आप में गंभीर संकेत है। वायरल फ्लू और बुखार से पीड़ित होने पर अक्सर जीभ की रंगत लाल हो जाती है। बता दें कि जीभ पर हल्की गुलाबी सेहतमंद शरीर की निशानी है, इसलिए इसके अगर आपकी जीभ का रंग सामान्य से गहरा या हल्का हो रहा है तो इसे कभी नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर का आपके शारीरिक परीक्षण के आधार पर जीभ की रंगत में आए बदलाव की असल वजह बता पाएंगे।

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उम्मीद करते हैं कि सेहत से जुड़ी यह जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों और परिचितों के साथ शेयर करना न भूलें। साथ ही अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

Image Credit- freepik

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FAQ

  • जीभ देखकर रोग का पता कैसे चलता है?

    जीभ का रंग, टेक्सचर और उसमें होने वाले बदलाव कई बीमारियों का शुरुआती संकेत हो सकते हैं।