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Celebrity Health: सुष्मिता सेन ने जानलेवा बीमारी से इस तरह जीती जंग

सुष्मिता सेन की तबीयत बहुत ज्यादा खराब हो गई थी। लेकिन उन्‍होंने जानवेला बीमारी से हार नहीं मानी और योग और एक्‍सरसाइज से इस बीमारी से जीती जंग।
Editorial
Updated:- 2019-06-06, 19:48 IST

आमतौर पर, एथलीट बेहतर प्रदर्शन के लिए स्‍टेरॉयड लेते हैं, हालांकि इन दिनों इसे लेना एक क्राइम है। लेकिन फिर भी एक सुंदर एक्‍ट्रेस है जो एक जानलेवा बीमारी से पीड़‍ित थीं, सिर्फ स्‍टेरॉयड के कारण बच गई हैं। शायद आपको इस बात पर यकीन नहीं हो रहा होगा। तो आइए हमारे साथ इस बारे में विस्‍तार से जानें। बॉलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन ने हाल ही में बताया कि साल 2014 में उनकी तबीयत इतनी ज्यादा खराब हो गई थी कि उनकी लाइफ लगभग खत्म होने के कगार पर पहुंच गई थी। लेकिन उन्‍होंने हार नहीं मानी और इस जानलेवा बीमारी से जंग जीती।

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2011 में बॉलीवुड फिल्म 'नो प्रॉब्लम' करने के बाद, पूर्व मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन ने फिल्मों से ब्रेक ले लिया लेकिन वह सोशल मीडिया पर पूरी तरह से एक्टिव थीं और अक्सर वर्कआउट करते हुए अपनी फोटोज और वीडियो  शेयर करती रहती हैं। इससे पता चलता है कि वह एक फिटनेस फ्रीक हैं। बॉलीवुड एक्ट्रेस सुष्मिता सेन की इंडस्ट्री की सबसे फिट एक्ट्रेसेस में से एक है। हाल ही में उन्होंने बताया कि साल 2014 में उनकी तबीयत बहुत खराब हो गई थी, जिसके चलते उनकी जान भी हो सकती थी।

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एक्‍ट्रेस ने खुलासा किया कि 2014 में वह एड्रेनल ग्लैंड से पीड़ित थी, एक ऐसी स्थिति जहां उसकी एड्रेनल ग्लैंड कुछ भी स्रावित नहीं कर रहे थे और कोर्टिसोल का उत्पादन बंद हो गया था। मुझे खुद को बचाने के लिए स्टेरॉयड लेने थे, जो 8 घंटे तक मुझे जिंदा रखने के लिए जरूरी थे। ऐसा उन्‍होंने दो साल तक किया। स्टेरॉयड के कारण, उन्‍हें हाई बीपी, बाल झड़ने और अन्य बीमारियों का सामना करना पड़ा। सुष्मिता ने बताया कि यह वो स्टेरॉयड नहीं था जो वर्कआउट करने के लिए लिया जाता है। बल्कि इससे बहुत अलग है। इससे वजन और ब्‍लड प्रेशर बढ़ने लगता है लेकिन बोन डेंसिटी कम होने लगती है।

एड्रेनल ग्‍लैंड बॉडी की महत्वपूर्ण ग्‍लैंड में से एक है। बेवजह थकान, इम्‍यूनिटी में कमी और बॉडी की अन्य कई परेशानियों का कारण एड्रेनल ग्‍लैंड के विकार हो सकते हैं। एड्रेनल ग्‍लैंड बॉडी के लिए कई हार्मोन्स का निर्माण करती है इसलिए इस ग्‍लैंड का सही तरह से काम करना बहुत जरूरी है। बॉडी में हार्मोन्स की कमी से कई बार विकास में बाधा आती है और कई तरह की बीमारियों का खतरा होता है। इस ग्‍लैंड का काम तनाव को कंट्रोल करना है।

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सुष्मिता ने बताया कि, ''2016 में एक बार फिर मेरी तबीयत खराब हुई थी तब मुझे डॉक्टर ने स्टेरॉयड लेने से मना किया। कुछ समय इलाज होने के बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि मेरी बॉडी में फिर से कोर्टिसोल बनने लगा है।'' डॉक्टर ने सुष्मिता को कहा, 'कभी किसी व्यक्ति के बॉडी में कोर्टिसोल फिर से बनने लगे, ऐसा मैंने अपने 35 साल के करियर में कभी नहीं देखा। सुष्मिता ने कहा कि इसके बाद उन्होंने स्टेरॉयड लेना बिल्‍कुल बंद कर दिया। सुष्मिता अब बिल्कुल फिट हैं और अपनी फिटनेस को लेकर काफी अलर्ट भी हैं, वह वर्कआउट भी करती हैं और अपने फैंस के साथ इसके वीडियो और फोटोज इंस्‍टाग्राम पर  शेयर भी करती हैं।

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A post shared by Sushmita Sen (@sushmitasen47) onJun 2, 2019 at 7:19am PDT


2016 में चमत्कारिक रूप से, मेरी बॉडी में फिर से कोर्टिसोल का उत्पादन शुरू कर दिया, एक्‍सरसाइज और योग को बहुत-बहुत धन्यवाद, मैं अब पूरी तरह से इस हेल्‍थ कंडीशन से उबर गई हूं।



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