ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्हें सोडे का सेवन करना बेहद अच्छा लगता है। कुछ लोग तो नियमित रूप से इसका सेवन करते हैं। रात के खाने के बाद सोडा पीना उनकी दिनचर्या में शामिल होता है। लेकिन वास्तव में सोडा सेहत को लाभ कम और हानि अधिक पहुंचाता है। पिछले कुछ समय से मार्केट में डाइट सोडा व अन्य कई तरह की सोडा भी मिलने लगी है। यहां तक कि ऐसे कई कार्बोनेटेड पेय पदार्थ भी हैं, जिन्हें बच्चों से लेकर बड़ों तक पीना बेहद पसंद करते हैं।
लेकिन क्या आपको पता है कि मार्केट में मिलने वाली यह सोडा आपकी हड्डियों को नुकसान पहुंचाने से लेकर एलर्जिक रिएक्शन का कारण बन सकती है। सोडा का सेवन कभी-कभी बेहद सीमित मात्रा में किया जा सकता है। लेकिन अगर आप उन लोगों में से हैं, जिन्हें हर दिन सोडा पीने की आदत है तो आपको थोड़ा सतर्क हो जाना चाहिए। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको सोडा का सेवन नियमित रूप से करने से होने वाले कुछ नुकसानों के बारे में बता रहे हैं-
अस्थमा को कर सकता है ट्रिगर
अगर आपको अस्थमा की समस्या है तो आपको सोडा से थोड़ी दूरी बनानी चाहिए। दरअसल, अस्थमा(अस्थमा का सबसे अच्छा और मुफ्त इलाज) में पाया जाने वाला प्रिजर्वेटिव सोडियम बेंजोएट, अस्थमा और एक्जिमा सहित एलर्जी प्रतिक्रियाओं को ट्रिगर कर सकता है। जिससे आपको समस्या हो सकती है।
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कमजोर होती हैं हड्डियां
जो लोग नियमित रूप से सोडा का सेवन करते हैं, उनकी हड्डियों पर भी इसका विपरीत असर पड़ता है। दरअसल, सोडा में पाया जाने वाला फॉस्फोरिक एसिड शरीर से कैल्शियम को बाहर निकाल देता है। हड्डियों की मजबूती के लिए कैल्शियमएक प्रमुख पोषक तत्व है। जब शरीर में इसकी कमी हो जाती है तो इससे हड्डियां कमजोर होने लगती हैं।
कैंसर होने का खतरा अधिक
कुछ लोग हेल्थ कॉन्शियस होने के कारण डाइट सोडा पीना अधिक पसंद करते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि यह उनकी सेहत के लिए अच्छा है। जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। डाइट सोडा में आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल किया जाता है, जो ना केवल मोटापे का कारण बन सकता है, बल्कि इससे कैंसर होने का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है।
कैलोरी की अधिकता
सोडा का सेवन ना करने की एक वजह यह भी है कि इसमें कैलोरी की अधिकता है। आप लेबल को चेक करेंगी तो आप देखेंगी कि यह कैलोरी से भरा हुआ है, जिनमें से अधिकांश चीनी से हैं। इतना ही नहीं, यह चीनी भी हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप से आती हैं, जिसे हमारा शरीर अन्य शर्करा की तरह ही प्रोसेस नहीं करता है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप सोडा का सेवन करने से बचें।
दिल की बीमारी होने का खतरा
नियमित रूप से सोडा का सेवन आपको हृदय रोग और इससे संबंधित मुद्दों के विकास के जोखिम में बढ़ाता है। एक बड़े पैमाने पर किए गए दीर्घकालिक अध्ययन में भी पाया गया कि जिन पुरुषों ने रोजाना एक सर्विंग या उससे शुगरी शर्करा सोडा का सेवन लिया, उनमें दिल का दौरा पड़ने या मरने का 20 प्रतिशत अधिक जोखिम था। इसी तरह के एक अन्य अध्ययन से पता चला है कि जो महिलाएं रोजाना दो से अधिक सोडा का सेवन करती हैं, उनमें दिल का दौरा पड़ने या हृदय रोग से संबंधित मौत का 40 प्रतिशत अधिक जोखिम होता है।
वैस्कुलर हेल्थ पर पड़ता है बुरा असर
चाहे वह नियमित हो या शुगर-फ्री, सोडा का सेवन उच्च रक्तचाप से जुड़ा होता है और स्ट्रोक आदि के खतरे को बढ़ाता है। इसलिए, अगर आप अपने वैस्कुलर हेल्थ को लेकर चिंतित हैं या फिर आपको स्ट्रोक का खतरा है, तो सोडा से परहेज करना एक अच्छा कदम हो सकता है।(हाई बीपी को मैनेज करने आयुर्वेदिक टिप्स)
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तो अब आप भी सोडा का सेवन कर रहे हैं तो इसकी मात्रा पर विशेष रूप से ध्यान दें। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकीअपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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