महिलाओं को अक्सर कई तरह के हार्मोनल उतार-चढ़ावों का सामना करना पड़ता है, जिसके कारण हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ जाता है। यही असंतुलन महिला के समग्र स्वास्थ्य को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है। मसलन, उसका तनाव का स्तर बढ़ सकता है या फिर भूख या वजन पर इसका असर नजर आ सकता है।
हार्मोन्स वास्तव में शरीर में एक केमिकल मैसेन्जर के रूप में काम करते है और इसलिए जब इनका संतुलन बिगड़ता है तो महिला के मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है। हर महिला चाहती है कि उसके शरीर में हार्मोन का संतुलन बना रहे। ऐसे में आप कुछ आसान उपायों को अपना सकती हैं। यह नेचुरल तरीके हार्मोनल असंतुलन की समस्या को दूर करके आपको एह हेल्दी लाइफ जीने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। तो चलिए जानते हैं इन तरीकों के बारे में-
हेल्दी डाइट का करें सेवन
आपका आहार आपकी ओवरऑल हेल्थ पर असर डालता है, फिर चाहे बात हार्मोनल संतुलन की ही क्यों ना हो। इसलिए, अपनी डाइट में तरह-तरह के फ्रेश व आर्गेनिक फल व सब्जियों को शामिल करें। साथ ही, नट्स व सीड्स का भी सेवन करें। हाई फैटी फूड्स, प्रोसेस्ड फूड, फ्राइड फूड, प्रोसेस्ड वेजिटेबल ऑयल से जितना हो सके, दूरी बनाएं।
तनाव को करें मैनेज
तनाव का उच्च स्तर हार्मोन्स के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं माना जाता है, इसलिए अगर आप हार्मोन को बैलेंस करना चाहती हैं तो ऐेसे में तनाव के स्तर को कम करने का प्रयास करें। इसके लिए आप योग या मेडिटेशन कर सकती है। इससे आपको हार्मोनल स्विंग का अनुभव कम होगा। इसके अलावा, एक व्यस्त जीवन शैली के कारण होने वाले दर्द और तनाव को दूर करने के लिए आप आराम व मालिश का रास्ता चुन सकती हैं।
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ओमेगा -3 फैटी एसिड का करें सेवन
यह एक महत्वपूर्ण तत्व है, जो आपकी डाइट में होना ही चाहिए। ओमेगा-3 फैटी एसिड(का सेवन) हेल्दी सेल्स मेम्बरेंस को क्रिएट करते हैं जिससे हार्मोन कोशिका को अधिक आसानी से बांध सकते हैं। ओमेगा -3 फैटी एसिड रिसेप्टर साइट्स को रिपेयर भी करते हैं। जिसके कारण हार्मोन्स को बैलेंस करने में मदद मिलती है। आप मछली, चिया सीड्स, नट्स आदि का सेवन करके ओमेगा-3 फैटी एसिड प्राप्त कर सकती हैं।
लें अच्छी नींद
पर्याप्त मात्रा में अच्छी क्वालिटी की नींद लेने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से आसानी से बचा जा सकता है। इसलिए, हर रात कम से कम 8 घंटे निकालने की कोशिश करें। जब आप सो रही होती हैं तो आपका शरीर रिपेयरिंग मोड में होता है, जिससे वह जल्द ही स्वस्थ हो जाता है। अपर्याप्त नींद के कारण व्यक्ति को हार्मोनल असंतुलन (की समस्या) के अलावा हृदय रोग, स्ट्रोक, मेटाबॉलिक डिस्फंक्शन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
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जरूर करें एक्सरसाइज
हार्मोन को बैलेंस करने का एक अच्छ तरीका होता है कि आप नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। जब आप एक्सरसाइज करते हैं तो यह आपकी हार्मोनल हेल्थ को प्रभावित करता है। एक्सरसाइज ना केवल आपकी मसल्स में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है और हार्मोन रिसेप्टर सेंसेटिविटी को बढ़ाता है, जिसका अर्थ है कि यह पोषक तत्वों और हार्मोन सिग्नल को बेहतर बनाता है। आप अपने हार्मोनल संतुलन को बेहतर बनाने के लिए पैदल चलने से लेकर एरोबिक्स आदि एक्सरसाइज कर सकती हैं।
तो अब आप भी इन उपायों को अपनाएं और हार्मोनल असंतुलन की समस्या को आसानी से दूर करें।
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Image Credit- freepik
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