मुंबई में बीते कुछ समय में हमें खसरा मामलों को फैलते देखा। पिछले कुछ दिनों में, मुंबई में खसरे के 13 नए मामलों और बीमारी से संबंधित एक मौत के साथ तेज वृद्धि देखी गई। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अनुसार, इस वर्ष अब तक वायरस के संक्रमण की संख्या 233 तक पहुंच गई है और मरने वालों की संख्या 12 हो गई है।
खसरे के मामलों में अचानक वृद्धि होने के बाद, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने यह माना है कि यह वायरल संक्रमण विश्व स्तर पर सबसे बड़े खतरों में से एक बनकर उभर रहा है।
हाल ही में डब्ल्यूएचओ ने एक स्टेटमेंट दिया और उसमें कहा है, 'अब दुनिया भर के विभिन्न क्षेत्रों में खसरे के फैलने का एक आसन्न खतरा है। लगभग 40 मिलियन बच्चे पिछले साल खसरे के टीके की खुराक लेने से चूक गए थे। इस तरह की आशंकाओं के बीच, खसरे के वायरस के लक्षणों और उपचारों के बारे में जानना महत्वपूर्ण है ताकि इसके खिलाफ एहतियाती उपाय किए जा सकें।
इस आर्टिकल में चलिए जानते हैं कि खसरा क्या है और इसके क्या लक्षण देखे जाते हैं?
क्या है खसरा?
WHO के मुताबिक, खसरा एक अत्यधिक संक्रामक, वायरस के कारण होने वाली गंभीर बीमारी है। 1963 में जब खसरे के टीके की शुरुआत हुई थी, तब यह बड़ी महामारी लगभग हर 2-3 साल में होती थी और खसरे से हर साल अनुमानित 2.6 मिलियन यानि 26 लाख मौतें होती थीं।खसरा एक मानव रोग है। यह पैरामाइक्सोवायरस परिवार में एक वायरस के कारण होता है और यह आम तौर पर सीधे संपर्क और हवा के माध्यम से फैलता है। वायरस श्वसन पथ को संक्रमित करता है, फिर पूरे शरीर में फैल जाता है।
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Measles is 1 of the 🌐’s most contagious human viruses but is almost entirely preventable through vaccination. In the last 20 years, the #measles vaccine is estimated to have averted more than 30 million deaths globally.
— World Health Organization (WHO) (@WHO) November 10, 2021
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क्या हैं संकेत और लक्षण?
अगर किसी बच्चे को खसरा है तो इसका पहला लक्षण आमतौर पर तेज बुखार होता है, जो वायरस के संपर्क में आने के लगभग 10 से 12 दिनों के बाद शुरू होता है। यह बुखार आमतौर पर 4 से 7 दिनों तक रहता है। शुरुआत में नाक बहने लगती है, खांसी होने लहती है। आंखें लाल हो जाती है और पानी निकलने लगता है। गालों में छोटे सफेद धब्बे होने लगते हैं। कई दिनों के बाद, आम तौर पर चेहरे और ऊपरी गर्दन पर एक दाने होने लगते हैं। ये दाने 3 दिनों में बाकी शरीर में फैलने लगते हैं। दाने वायरस के संपर्क में आने के 14 दिन बाद होते हैं। अधिकांश खसरे से संबंधित मौतें बीमारी से जुड़ी जटिलताओं के कारण होती हैं। 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों, या 30 वर्ष से अधिक आयु के वयस्कों में गंभीर जटिलताएं अधिक आम हैं।
जोखिम में हो सकते हैं ये बच्चे
बिना टीकाकरण वाले छोटे बच्चों को खसरा और इसकी जटिलताओं का सबसे अधिक खतरा होता है। इससे बिना टीकाकरण वाली गर्भवती महिलाओं (प्रेग्नेंसी में फॉलो करें ये वास्तु टिप्स) को भी खतरा होता है। अगर खसरे का टीका नहीं लगा है तो वह बीमारी से संक्रमित हो सकता है।
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खसरे का इलाज कैसे किया जा सकता है?
अगर आप इस वायरस के कॉन्टैक्ट में आ गए हैं तो भरपूर आराम करें। ऐसा इसलिए क्योंकि आपके शरीर को पूरी तरह से ठीक होने के लिए समय चाहिए होता है। आमतौर पर एक व्यक्ति 10 से 15 दिनों के भीतर संक्रमण से ठीक हो जाता है। पर्याप्त तरल पदार्थ पीना और विटामिन-ए की खुराक लेना आवश्यक है क्योंकि यह खसरे की जटिलताओं को कम कर सकता है।
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