हमारा शरीर एक मशीन की तरह है जिसमें अगर कोई एक हिस्सा ठीक से काम नहीं कर रहा है तो उसका सीधा असर अन्य हिस्सों पर पड़ता है। शरीर के अहम अंग इसके पुर्जे हैं और अगर इस मशीन में से एक भी अंग खराब होने लगा तो उसके कारण शरीर के कई फंक्शन्स बिगड़ जाते हैं। दिल, किडनी, ब्रेन, लंग्स, लिवर, स्किन आदि बहुत महत्वपूर्ण अंग होते हैं और ये जब भी खराब होना शुरू होते हैं तो कुछ संकेत जरूर देते हैं।
सिर्फ लिवर की बात की जाए तो अगर लिवर की बीमारी शुरू हो रही है तो वो कोई न कोई संकेत स्किन पर जरूर देती है। उदाहरण के तौर पर पीलिया होने पर लिवर सही से काम नहीं करता है और स्किन पीली पड़ जाती है। लिवर का अहम काम है पाचन तंत्र की तरफ से आने वाले खून को फिल्टर कर उससे टॉक्सिन्स निकालना ताकि पूरा शरीर उस फिल्टर हुए खून को इस्तेमाल कर सके। इसी के साथ, लिवर शरीर में मौजूद केमिकल्स और ड्रग्स जैसी वस्तुओं को साफ करता है। ऐसा करते वक्त लिवर बाइल (bile liquid) प्रोड्यूस करता है जो वापस आंतों में जाता है।
अगर लिवर अपना काम ठीक से नहीं कर रहा है तो या तो टॉक्सिन शरीर से नहीं हटेंगे, या फिर डाइजेशन में समस्या आएगी या फिर खून में बाइल मिलने लगेगा जिससे अलग-अलग तरह की समस्याएं शरीर में होंगी। क्योंकि शरीर में इकट्ठा हुए कचरे को लिवर साफ करता है जिसका असर स्किन पर पड़ता है इसलिए अगर लिवर अपना काम सही से नहीं करता तो स्किन पर उसका असर पड़ना स्वाभाविक है।
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लिवर की बीमारियों का स्किन पर कैसे होता है असर?
लिवर की बीमारी को लेकर हमने डायटीशियन और होलिस्टिक न्यूट्रिशनिस्ट और डाइट पोडियम की फाउंडर शिखा महाजन से बात की और इस बारे में और जानने की कोशिश की। उन्होंने विस्तार से हमें स्किन पर होने वाले रिएक्शन के बारे में बताया। शिखा जी के अनुसार स्किन पर अलग-अलग तरह के लक्षण दिख सकते हैं जैसे -
- शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ने के कारण स्किन में खुजली होना।
- स्किन में स्पाइडर एंजियोमास (Spider angiomas) का बनना, इसमें छोटी-छोटी रक्त कोशिकाएं मकड़ी के जाले की तरह स्किन पर दिखने लगती हैं।
- स्किन में नील पड़ जाना।
- हाथों और पैरों में खुजली होना और निशान पड़ना।
- चेहरे और हाथों पर हाइपरपिगमेंटेशन होना। ये भूरे चकत्ते के शेप में शुरू होता है और धीरे-धीरे बढ़ता चला जाता है।

आखिर क्यों होता है लिवर की वजह से स्किन पर पिगमेंटेशन-
इस मामले में शिखा महाजन का कहना है कि, 'लिवर एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है और ये शरीर में कई फंक्शन्स निभाता है। लिवर का काम शरीर से टॉक्सिन्स निकालना होता है ये तो सभी जानते हैं, लेकिन लोग ये नहीं जानते कि अगर ये टॉक्सिन्स शरीर से नहीं निकले तो ये सबसे पहले हमारे टिशू, खून और स्किन में ही इकट्ठा होते हैं। इसलिए स्किन पर सबसे पहले असर दिखना शुरू होता है। पिगमेंटेशन भी ऐसा ही एक लक्षण है।'
'ये अक्सर सूरज की यूवी रेज से शुरू होता है, लेकिन पिगमेंटेशन बड़ी समस्या को दर्शा सकता है। पिगमेंटेशन ये बता सकता है कि लिवर खराब हो रहा है, लिवर सिरोसिस हो रहा है, लिवर से टॉक्सिन शरीर में आ रहे हैं या लिवर फेल होने की शुरुआत हो गई है। अगर अचानक से दो-तीन दिन में ऐसा पिगमेंटेशन हो गया है और आप कहीं ज्यादा धूप में नहीं गए हैं तो लिवर फंक्शन टेस्ट जरूर करवाएं।'
अगर हेल्दी डाइट रखी जाएगी और लिवर ठीक से काम कर रहा होगा तो ये सारे लक्षण अपने आप ही दूर हो जाएंगे।
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ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए?
अगर आपके साथ ऐसा कुछ हो रहा है तो LFT (लिवर फंक्शन टेस्ट) तो करवा ही लें। इसमें अगर बिलीरुबिन या किसी भी अन्य प्रोटीन या एंजाइम की मात्रा ज्यादा या कम आती है तो डॉक्टर से संपर्क करें। अगर आपको जेनेटिक पिगमेंटेशन की समस्या है तो ये शायद परेशानी वाली बात न हो, लेकिन अगर ये बिना किसी स्किन या जेनेटिक प्रॉब्लम के ये शुरू हुआ है तो आपको एक बार डॉक्टर से संपर्क जरूर करना चाहिए।
एक उम्र के बाद ऐसे निशान स्किन पर अपने आप आने शुरू हो जाते हैं, लेकिन वो एज स्पॉट्स भी हो सकते हैं। ये जानना जरूरी है कि हर पिगमेंटेशन लिवर की समस्या का कारण नहीं होता है, लेकिन लिवर की समस्या अगर शुरू हो गई है तो पिगमेंटेशन होने की गुंजाइश सबसे ज्यादा है। इसलिए अपनी सेहत का ध्यान जरूर रखें और ये भी न भूलें कि ऐसी स्थिति में लापरवाही बहुत भारी साबित हो सकती है।
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