मेंस्ट्रुअल साइकिल सभी महिलाओं के लिए अलग-अलग हो सकती है। आमतौर पर पीरियड्स 3-7 के लिए आते हैं। लेकिन, कई बार, कुछ महिलाओं के लिए यह साइकिल अलग हो सकता है। कुछ महिलाओं को पीरियडस 3 दिन से कम या 7 दिन से भी अधिक वक्त के लिए आते हैं। कई महिलाओं को पीरियड्स में सिर्फ 1 ही दिन ब्लीडिंग होती है। क्या यह नॉर्मल है या इसमें डॉक्टर की सलाह लेने की जरूरत है? अगर यह आपका भी सवाल है, तो चलिए, इस बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं। यह जानकारी डॉक्टर मोनिका चौधरी, सीनियर कंसल्टेंट, स्त्री और प्रसूति विभाग, मदरहुड, गुरुग्राम दे रही हैं।
मेंस्ट्रुअल साइकिल को समझना है जरूरी
एक्सपर्ट के मुताबिक, 1 दिन के लिए पीरियड आना, नॉर्मल है या नहीं, यह समझने के लिए, सबसे पहले मेंस्ट्रुअल साइकिल को समझना जरूरी है। आमतौर पर पीरियड्स के बीच 28 दिन का गैप होता है यानी 28 दिन की साइकिल होती है। लेकिन, यह 21 से 35 दिन के बीच भी हो सकती है। यह साइकिल, एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन्स द्वारा रेगुलेट होती है। ये हार्मोन बॉडी को प्रेग्नेंसी के लिए तैयार करते हैं। अगर प्रेग्नेंसी नहीं होती है, तो पीरियड्स आते हैं।
1 दिन के लिए पीरियड आने के कारण
- अगर आपकी पीरियड साइकिल सिर्फ एक दिन की है, तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं।
- शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का लेवन सही न होने के कारण भी, पीरियड्स कम वक्त के लिए आते हैं।
- कई बार किशोरावस्था या पेरीमेनोपॉज में ऐसा होता है।
- वहीं, स्ट्रेस लेवल बढ़ा होने पर भी मेंस्ट्रुअल साइकिल पर असर होता है और इससे पीरियड्स कम दिनों के लिए आ सकते हैं।
- अगर आपके वजन में बदलाव हुआ है यानी वेट बहुत अधिक कम या ज्यादा हुआ है, तो इसका असर भी पीरियड पर होता है।
- हार्मोनल कॉन्ट्रोसेप्टिव या बर्थ कंट्रोल पिल्स की वजह से भी मेंस्ट्रुअल ब्लीडिंग पैटर्न पर असर होता है। इसकी वजह से फ्लो कम हो सकता है, पीरियड्स 1 दिन के लिए आ सकते हैं या कई बार मिस भी हो सकते हैं।
- कई हेल्थ कंडीशन्स जैसे थायराइड या पीसीओडी में भी ऐसा होता है।
- शॉर्ट या लाइट पीरियड कई बार प्रेग्नेंसी का संकेत भी होता है।
यह भी पढ़ें- स्ट्रेस का पीरियड्स पर क्या असर होता है?
महिलाओं के लिए, पीरियड्स से जुड़े संकेतों को समझना और इन पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
यह भी पढ़ें- पीरियड्स के दौरान खून के थक्के क्यों आते हैं?
आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों