साल में एक बार जरूर कराएं फुल बॉडी चेकअप, समय रहते पता चल जाएगी ये बीमारियां

साल में हर किसी को एक बार फुल बॉडी चेकअप करवाना जरूरी है,जिससे डायबिटीज, हार्ट डिजीज,लिवर और किडनी से जुड़ी समस्याओं का समय रहते पता लगाया जा सके
  • Aiman Khan
  • Editorial
  • Updated - 2025-02-17, 15:26 IST
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भागदौड़ भरी इस जिंदगी में आपको कौन सी बीमारी कब हो जाए मालूम ही नहीं चलता है। कई बार तो बीमारी के लक्षण तक नजर नहीं आते हैं, और बीमारी अपनी चरम सीमा पर पहुंच जाती है। ऐसे में जरूरी है कि समय पर इनका पता लगाए जाए। इसके लिए फुल बॉडी चेकअप जरूरी है। यह न सिर्फ शरीर की सामान्य स्थिति का पता लगाने में मदद करती है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों को समय रहते रोकने का भी मौका देती है। आइए जानते हैं कि फुल बॉडी चेकअप में कौन-कौन सी जांच होती है और इनसे, किन बीमारियों का समय रहते पता लग सकता है। इसको लेकर हमने हेल्थ एक्सपर्ट से बात की Dr Prateek Chaudhary Senior consultant Inrterventional cardiology Asian hospital इस बारे में जानकारी दे रही हैं।

फुल बॉडी चेकअप के फायदे

FULL BODY CHECKUP

ब्लड टेस्ट करना बेहद जरूरी होता है। यह कई गंभीर बीमारियों के शुरुआती लक्षणों को पकड़ने में सहायक होती है।

सीबीसी

  • एनीमिया-खून की कमी
  • संक्रमण (अगर सफेद रक्त कोशिकाएं बढ़ी हुई हों)
  • ब्लड कैंसर(लीवर या लिंफोमा जैसी बीमारियां

लिपिड प्रोफाइल

LIPID PROFILE

  • कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड की अधिकता,जो दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ाती है।

ब्लड ग्लूकोज टेस्ट

  • डायबिटीज का पता लगाने के लिए

लिवर फंक्शन टेस्ट

LFT

  • हेपेटाइटिस
  • सिरोसिस (लिवर में सूजन और खराबी)

किडनी फंक्शन टेस्ट

  • क्रोनिक किडनी डिजीज
  • इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन (सोडियम, पोटैशियम में गड़बड़ी)

थायरॉइड टेस्ट (टी3, टी4, टीएसएच

  • हाइपोथायरायडिज्म या हाइपरथायरायडिज्म

विटामिन टेस्ट

VITAMIN TEST

इंफ्लेमेटरी मार्कर्स( ईएसआर, सीआरपी)
ऑटोइम्यून बीमारयां जैसे कि गठिया

यूरिन टेस्ट से किन बीमारियों का पता चलता है?

  • यूरिन टेस्ट भी शरीर के अंदरूनी बदलावों को पहचानने का एक जरूरी तरीका है।
  • यूरिन टेस्ट (यूटीआई)
  • डायबिटीज के संकेत
  • किडनी रोग (यूरिन में प्रोटीन या रक्त )

इमेजिंग टेस्ट से किन बीमारियों का पता चलता है?

  • इससे शरीर के आंतरिक अंगों की स्थिति का पता चलता है।
  • छाती का एक्स रे-टीबी, निमोनिया और फेफड़ों के कैंसर की पहचान
  • एब्डोमिनल अल्ट्रासाउंड- लीवर सिरोसिस, किडनी स्टोन

ईसीजी

बोन डेंसिटी स्कैन

ऑस्टियोपोरोसिस या हड्डियों के कमजोर होने का पता लगाना

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कैंसर स्क्रीनिंग

CANCER SCREENING

  • पीएसए टेस्ट- प्रोस्टेट कैंसर की जांच
  • CA 125 टेस्ट (ओवेरियन कैंसर की संभावना
  • स्टूल ओकल्ट ब्लड टेस्ट- कोलोरेक्टल कैंसर का संकेत


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Image Credit- Freepik

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