जब भी मौसम में बदलाव आता है, मेरी मम्मी मुझे गिलोय वटी खाने को देती है ताकी मेरी immunity strong हो और मैं मौसमी बीमारियों से बच सकूं। गिलोय के बारे में शायद आपको भी पता होगा। मौसम के बदलने पर जब dengue fever और चिकनगुनिया का प्रकोप बहुत ज्यादा हो जाता है तब आपको हर जगह खासतौर पर मैगजीन और न्यूजपेपर, टीवी के प्रोगाम आदि में यहीं सुनने और देखने को मिलता है कि गिलोय खाने से आपकी immunity strong होती है और आप dengue फीवर और चिकनगुनिया से आसानी से बच सकती हैं।
जी हां giloy के सेवन से immunity strong होती है और आप बीमारियां से बची रह सकती है। आयुर्वेद में तो giloy को fever की एक महान औषधि के रूप में माना गया है। कहा जाता है कि यह चिकनगुनिया, dengue या नॉर्मल सभी तरह के fever दूर करने का रामबाण तरीका है। पान के पत्तों की तरह दिखने वाले giloy के पत्ते एक तरह की बेल है। पान के आकार के होने के कारण गिलोय की पत्तियों को आसानी से पहचाना जा सकता है।
Giloy सबसे प्रभावी आयुर्वेदिक दवाओं में से एक है। यह इतनी beneficial होती है कि प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों में इसे अमृता के रूप में जाना जाता है, इस बारहमासी जड़ी-बूटी को लगाना और इस्तेमाल करना बेहद ही आसान है। लेकिन आज भी बहुत से ladies के मन में इस बात को लेकर संदेह रहता हैं कि क्या सच में गिलोय इतना प्रभावकारी हैं। ऐसी ही कुछ दुविधा मेरे मन में भी थी इसलिए मैंने अपनी दुविधा को दूर करने के लिए शालीमार बाग स्थित फोर्टिस हॉस्पिटल की डायटिशियन सिमरन सैनी से बात की।
Read more: 'बेटा, एक रोटी और': बच्चों को unhealthy बना रहा हैं जबरदस्ती खिलाना
तब उन्होंने मुझे बताया कि 'सच में गिलोय जिसे कुछ महिलाएं गुदुची के नाम से भी जानती हैं, एक ऐसी जड़ी बूटी है जिससे आप natrual तरीके से fever का इलाज कर सकती हैं। यह fever के साथ-साथ कई रोगों से आपको दूर रखने में हेल्प करता है क्योंकि इससे आपकी immunity strong होती है।' आइए डायटिशियन सिमरन सैनी से विस्तार से जानें कि कैसे बुखार और अन्य बीमारियों को दूर करने में giloy आपकी help करता है।
Image Courtesy: Pxhere.com
Read more: क्या हर साल इन्सेफेलाइटिस के कहर से ऐसे ही मरते रहेंगे बच्चे?
मैंने डायटिशियन सिमरन से पूछा कि हमें गिलोय कहां से लेना चाहिए तब उन्होंने बताया कि गिलोय आपको आयुर्वेदिक दुकानों में पाउडर, जूस और कैप्सूल के रूप में आसानी से मिल सकता है। या आप इसे आसानी से घर में भी उगा सकती है। बस आपको करना इतना हैं कि नर्सरी से एक गिलोय स्टेम लेकर, इसे गमले में लगा लें। यह बहुत तेजी से बढ़ता है, और आप घर में आसानी से इसकी पत्तियों को उबालकर इसका जूस बना सकती हैं।
गिलोय के जूस को आपको 500 मिलीग्राम तक ही लेना चाहिए। या आप चाहे तो बाजार में मिलने वाली गिलोय वटी को दिन में दो बार ले सकती हैं। लेकिन डायटिशियन सिमरन के अनुसार गिलोय शिशुओं के लिए यह उचित नहीं है यह केवल 5 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए सुरक्षित है। बच्चों को एक दिन में 250 मिलीग्राम तक ही देना चाहिए।
Image Courtesy: Pxhere.com
गिलोय खाने से आप डेंगू, मलेरिया, स्वाइन फ्लू और chikungunya को दूर भगा सकती हैं। डेंगू और chikungunya में blood platelets की संख्या लगातार गिरने लगती हैं। Giloy के चूर्ण को शहद के साथ लेने से इनकी संख्या को बढ़ाया जा सकता है।
Giloy खाने से आप अपने फैट को भी तेजी से कम कर सकती हैं। Giloy चूर्ण को त्रिफला चूर्ण के साथ मिलाकर सुबह शाम शहद के साथ लेने से फैट तेजी से कम होने लगता है।
Image Courtesy: Pxhere.com
डायटिशियन सिमरन के अनुसार, 'Diabetes से परेशान ladies के लिए भी giloy बहुत अच्छा होता है। यह hypoglycic agent की तरह काम करता है। गिलोय में body के sugar और lipid level को कम करने की power होती है। जिससे टाइप-2 डायबिटीज के इलाज में help मिलती है। इसलिए डायबिटीज से ग्रस्त महिलाएं बढ़े हुए sugar level को कम करने के लिए giloy का जूस जरूर पिएं।
डायबिटीज से जुड़ी गलतफहमियों के बारे में जानने के लिए आप हमारा ये वीडियो भी देख सकती हैं।
Giloy के सेवन से सांस संबंधित बीमारियां जैसे asthma और खांसी आदि में फायदा होता है। अगर आपको कफ और सांस लेने में परेशानी होती है तो गिलोय जरूर लें। अस्थमा के उपचार में गिलोय एक बेहतरीन औषधि मानी जाती है।
इस तरह से बीमारी से बचने के लिए immunity strong करना जरूरी है और इम्यूनिटी को स्ट्रॉग करने के लिए giloy खाना। तो आप कब से शुरू कर रही हैं giloy खाना?
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।