आजकल डायबिटीज एक आम समस्या बन गई है। लेकिन इसकी गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है, कि इसका कोई इलाज नहीं है। भारत तो डायबिटीज का कैपिटल बन चुका है। क्या बच्चे, क्या बूढ़े और क्या जवान...हर कोई इसकी चपेट में आ ही जा रहा है। लोगों को डायबिटीज हो जाता है, लेकिन सही जानकारी नहीं होने के चलते वक्त पर इलाज नहीं मिल पाता है। इसलिए जरूरी है कि इसके बारे में सबकुछ पता हो, ताकि इसे कंट्रोल किया जा सके। आइए जानते हैं ब्लड शुगर के सामान्य स्तर क्या होते हैं, कितने को प्री डायबिटीज कहा जाता है और मानी जाती है डायबिटीज। इस बारे में जानकारी दे रही हैं Dr. Priyanka Sehrawat, Neurologist, MD Medicine and DM Neurology (AIIMS Delhi)MBBS (Lady Harding Medical College, Delhi), Founder of “SabkiSehat health campaign” इस बारे में जानकारी दे रही हैं।
शुगर कितनी हो तो मानी जाती है नॉर्मल और कब होती है डायबिटीज
खाली पेट ब्लड शुगर, जिसे हम फास्टिंग शुगर भी कहते हैं। यह टेस्ट सोकर उठने के बाद यानी कम से कम खाने के 8 घंटे बाद करना होता है।
- नॉर्मल- 100 mg/dl से कम है, तो मतलब आपको डायबिटीज नहीं है।
- प्री- डायबिटीज - 100 से 126 100 mg/dl के बीच
- डायबिटीज- अगर यह 126 100 mg/dl या उससे ज्यादा है, तो यह डायबिटीज का संकेत है।
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खाने के बाद का ब्लड शुगर ( PPBS)
यह टेस्ट खाने के ठीक 2 घंटे बाद किया जाता है।
- नार्मल- 140 100 mg/dl से कम
- प्री डायबिटीज- 140 से 199 100 mg/dl के बीच
- डायबिटीज- अगर यह 200 100 mg/dl या उससे ज्यादा है , तो यह डायबिटीज का संकेत है।
रैंडम ब्लड शुगर
- यह टेस्ट आप दिन में किसी समय भी कर सकती हैं। इसमें यह जरूरी नहीं है कि कब आपने कौन सी चीज खाई है।
- इस वक्त अगर आपका ब्लड शुगर 200 100 mg/dl या उससे ज्यादा आता है, तो इसे डायबिटीज माना जाता है। इस स्थिति में डॉक्टर आपको और भी टेस्ट लिख सकते हैं।

एचबीए1सी ( HbA1c)
यह टेस्ट आपको पिछले तीन महीनों के आपके औसत ब्लड शुगर के स्तर को बताता है। यह डायबिटीज से जुड़ी अहम जानकारी के लिए जरूरी होता है।
- नॉर्मल - 5.6 से कम
- प्री- डायबिटीज- 5.7 से 6.4 के बीच
- डायबिटीज- अगर यह 6.5 से ज्यादा है, तो यह डायबिटीज का संकेत है।
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अगर किसी को डायबिटीज है और वो दवा और इंसुलिन ले रहा है, तो ब्लड शुगर का लक्ष्य इतना होना चाहिए।
- खाली पेट ब्लड शुगर- 130 100 mg/dl से कम
- खाने के 2 घंटे बाद ब्लड शुगर- 180 100 mg/dl से नीचे
आपको बता दें कि डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए फिजिकल एक्टिविटी करना जरूरी है। यह इंसुलिन रेजिस्टेंस के लिए जरूरी है।इससे शुगर को नियंत्रित रखना आसान हो जाता है।
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Image Credit:Freepik, shutterstocks
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