डिलीवरी के बाद महिलाओं को हो सकती हैं पेल्विक हेल्थ से जुड़ी कई दिक्कतें, इन टिप्स की मदद से रखें ख्याल

डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर में कई बदलाव होते हैं और इनका असर मेंटली और फिजिकली उन पर होता है। पोस्टपार्टम में पेल्विक हेल्थ से जुड़ी दिक्कतों और इन्हें मैनेज करने के टिप्स एक्सपर्ट से जानें।
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पेल्विक हेल्थ महिलाओं के लिए काफी मायने रखती है। आजकल पोस्टपार्टम डिप्रेशन के बारे में तो बात की जाने लगी है। लेकिन, डिलीवरी के बाद पेल्विक हेल्थ को अभी भी नजरअंदाज किया जाता है। नई माताओं को अपने शरीर में चुभने वाले दर्द, बेचैनी या बदलावों से गुजरना पड़ता है। लेकिन, वे इसे नॉर्मल मान लेती हैं। असल में ये चिंता का विषय है। लेकिन, इनका इलाज भी बहुत आसान है। महिलाएं शारीरिक और भावनात्मक रूप से ठीक हो सकती हैं और पहले जैसा फील कर सकती हैं। दरअसल, पेल्विक फ्लोर में मांसपेशियां और ऊतक होते हैं जो मूत्राशय, गर्भाशय और आंत को थामे रखने का काम करते हैं। लेकिन गर्भावस्था के समय और मुख्य रूप से नॉर्मल डिलीवरी के बाद, ये मांसपेशियां खिंच सकती हैं या फट भी सकती हैं। इसलिए, डिलीवरी के बादकई महिलाओं को मूत्राशय से रिसाव, वहां भारीपन या खिंचाव महसूस होना, इंटिमेसी के दौरान दर्द जैसी चीजों का अनुभव होता है। डिलीवरी के बाद पेल्विक फ्लोर से जुड़ी दिक्कतों और इन्हें मैनेज करने के टिप्स के बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं। इस बारे में Dr Preeti Rastogi, Dorector and HOD, Institutes of Obstretics and Gynaecology, Medanta, Gurugram, जानकारी दे रही हैं।

डिलीवरी के बाद पेल्विक हेल्थ में नजर आ सकती हैं ये दिक्कतें

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  • प्रसव के बाद, महिलाओं को अक्सर पेल्विक हेल्थ से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिससे बेचैनी या चिंता हो सकती है। इनमें यूरिन पर कंट्रोल न होना यानी खांसते, छींकते, हंसते या किसी शारीरिक व्यायाम के दौरान यूरिन निकल जाना शामिल है।
  • मूत्राशय या गर्भाशय जैसे अंग जब नीचे की ओर खिसकते हैं, तो पेल्विक ऑर्गन प्रोलैप्स होता है। इसके परिणामस्वरूप दबाव या भारीपन या सूजन महसूस होती है।
  • यदि आपके ऊतकों में कोई फटन या एपिसियोटॉमी होती है, तो योनि के आसपास दर्द या असुविधा का अनुभव होना सामान्य है।
  • प्रसव के बाद सेक्शुअल रिलेशन में भी कई बार बहुत सी महिलाओं को अधिक दर्द होता है।
  • कई बार गर्भावस्था के दौरान, आपके पेट की मांसपेशियां अलग हो जाती हैं, जिससे आपका कोर कमजोर हो जाता है और पीठ दर्द होता है।

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डिलीवरी के बाद पेल्विक हेल्थ को मजबूत करने के टिप्स

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  • अपनी पेल्विक स्वास्थ्य को ठीक करने के लिए महिलाओं को डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
  • पेल्विक फ्लोर फिजियोथेरेपी इसमें मदद कर सकती है। कीगेल जैसी एक्सरसाइज आपकी पैल्विक मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करती हैं।
  • यदि समस्या बनी रहती है, तो आप डॉक्टर की मदद ले सकते हैं, जिसमें दवाएं या पेसरी जैसे उपकरण शामिल हैं, जिनका उपयोग पैल्विक अंगों को सहारा देने के लिए किया जाता है।
  • इसके अलावा महिलाओं के लिए इस समय पर इमोशनल सपोर्ट भी काफी जरूरी होता है
  • इस समय पर वजन कम करने और शरीर को दोबारा मजबूत बनाने पर भी ध्यान देना चाहिए।

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महिलाओं के लिए पोस्टपार्टम में पेल्विक हेल्थ का ध्यान रखना भी काफी जरूरी है। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit:Freepik, Shutterstock

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