अक्षय कुमार के Pad Man अवतार से सेनेटरी पेड को लेकर बदलेगा समाज का नजरिया

अक्षय कुमार की आने वाली फिल्म Pad Man का ट्रेलर रिलीज हो गया है। उनकी ये फिल्म सेनेटरी पेड के प्रति समाज के नजरिये को बड़ी ही गंभीरता से दिखाती है।

  • Sunil Kumar
  • Her Zindagi Editorial
  • Updated - 2017-12-16, 12:00 IST
Akshay Kumar PadMan big

सेनेट्री पेड को हमारे समाज में शुरुवात से ही एक शर्म के नजरिये से देखा जाता है। आज भी 2017 में पहुंचने के बाद भी शायद हम उतने विकसित नहीं हुऐं हैं कि सेनेटरी पेड पर खुलकर बात कर सकें। बिना इसकी जरूरत को पहचाने कि ये महिलाओं के लिए कितना जरूरी होता है। आज भी हमारा समाज ऐसे मुद्दों से किनारा करता है या फिर इन पर खुलकर बात करने से बचता है। यहां तक कि हमारे घर की महिलाएं भी इन पर खुलकर बात करने से घबरातीं हैं। आखिर क्यूं सेनेटरी पेड को एक शर्म के नजरिये से देखा जाता है? शायद इसका कोई ठोस जवाब किसी के पास नहीं है। महिलाओं को महावरी आना उनकी teenage से ही शुरु हो जाती है। जिसकी वजह से उन्हे शारीरिक से लेकर मानसिरक तनाव से होकर गुजरना पड़ता है। महावरी के दिनों में महिलाएं सेनेटरी पेड का इस्तेमाल करतीं हैं।

Akshay Kumar PadMan inside

Image Courtesy: licdn.com

महिलाओं के लिए ये सेनेटरी पेड उनके स्वास्थ्य से जुड़ा एक बड़ा मुद्दा है उतना ही आज ये एक सामाजिक मुद्दा भी है। अगर घर में किसी महिला का महावरी का समय शुरु हो जाता है तो वो गुप-चुप तरीके से अपनी इस समस्या को छुपाती है। या यूं कहे घर कि बड़ी महिलाओं द्वारा भी इसे छुपाने के लिए कहा जाता है। आज भी हमारे देश में ऐसी महिलाओं की आबादी ज्यादा है जिनकी पहुंच इन सेनेटरी पेड तक ना के बाराबर है। वो अपनी महावरी आने के समय आज भी कपड़े से बने कोथन का इस्तेमाल करतीं हैं जिसकी वजह से उनके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचने का सबसे ज्यादा खतरा रहता है। अगर कोई महिला मेडिकल स्टोर पर इसे खरीदने जाती है तो वहां मौजूद लोग उसे घूर कर देखते हैं यानिकी को वो उस समय अपने आपको थोडा असहज महसूस करती है।

Read more: अलका लांबा का सैनिटरी पैड और GST पर ट्वीट- "गाय मां के नहीं आते पीरियड्स इसलिए..."

सेनेटरी पेड और महावरी आज भी एक stigma है

हमारे समाज में आज भी कुछ ऐसी रुढ़ीवादी मान्यताएं मौजूद हैं जो महिलाओं के उपर बिना किसी तर्क के थोपी गयीं हैं। देश के कई हिस्सों में आज भी इनका पालन किया जा रहा है। जैसे अगर किसी महिला का महावरी का समय चल रहा है तो वो मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकती। इसके अलावा घर की रसोई में उसके प्रवेश की मनाही होती है। हमारे समाज में ऐसी अनेकों रूढ़ीवादी मान्यताएं आज भी मौजूद हैं जिनसे होकर महिलाओं को गुजरना पड़ता है।

Pad Man के ट्रेलर ने तोड़ा stereotype


वैसे तो अक्षय कुमार की हर फिल्म हमारे समाज एक नयी सीख देती है। पिछली बार अक्षय ने महिलाओं के लिए शौचालय जैसी मूलभूत समस्या पर एक बहस छेड़ी थी। वहीं आज वो हमारे समाज में बहुत ही संवेदनशील माने जाने वाले महावरी और सेनेटरी पेड के मुद्दे को लेकर आये हैं। आपने Batman, Superman, Spiderman तो सुना होगा लेकिन Pad Man के बारे में शायद ही पहले सुना हो? जी हां अक्षय कुमार की आने वाली फिल्म Pad Man का ट्रेलर रिलीज हो चुका है। जिसमे वो समाज को सेनेटरी पेड पर जागरुक करते हुऐ नजर आ रहे हैं। उनका ये किरदार समाज को अंदर से झकझोरने वाला है। कि कैसे वो अपनी बहन को गिफ्ट में एक सेनेटरी पेड देते हैं जो शायद आज तक किसी भाई ने अपनी बहन को नहीं दिया होगा।

ट्रेलर में जैसाकि दिखाया गया है कि अक्षय कि माँ उनके इस कदम पर उन्हें डांटती हुई नजर आ रहीं हैं। उसके बाद ट्रेलर में सोनम कपूर की एंट्री होती है जो उनके इस कदम को काफी प्रोत्साहित करती हुईं दिख रहीं हैं। शुरुवात में तो अक्षय को इसको लेकर काफी विरोध का सामना करना पड़ता है लेकिन धीरे-धीरे उनका ये कारनामा देश-विदेश तक पहुंच जाता है। जिसको लेकर उनकी काफी प्रशंसा होती नजर आती है। धीरे-धीरे लोग उन्हें Pad Man के नाम से पुकारने लगते हैं। ट्रेलर में सबसे ज्यादा गौर करने वाली चीज है कि अक्षय कुमार खुद सेनेटरी पेड को पहनकर देखते हैं कि महिलाएं इन्हे पहनकर कितना comfortable महसूस करतीं हैं।

Read more: सैनिटरी नैपकिन के इस ad में दिखा ब्लू की जगह रेड इंक, मिल रहा इसे सोशल मीडिया में खूब support

भारत के रियल Pad Man

Akshay Kumar PadMan Arunachalam Muruganantham

Image Courtesy: idronline.org

अक्षय कुमार की ये फिल्म दक्षिण भारत के तमिलनाडु के Arunachalam Muruganantham की असल जिंदगी पर आधारित है। Muruganantham अपनी असल जिंदगी के Pad Man हैं उन्होने ही देश में की जाने वाली unhygenic सेनेटरी पेड की प्रेक्टिस को लेकर लोगों को जागरूक किया था। फिलहाल Muruganantham का देश के 22-23 राज्यों मे अपने बनाये हुऐ सेनेटरी पेड महिलाओं तक पहुंचा रहे हैं जिनकी कीमत बड़े ब्रांड से तिहाई ही है। साल 2014 में Muruganantham को Time magazine ने उन्हें दुनिया के सबसे ज्यादा प्रभावशाली 100 लोगों की लिस्ट में शामिल किया था। इसके अलावा उनके इस काम को लेकर भारत सरकार ने उन्हें साल 2016 में पदमश्री पुरस्कार से सम्मानित किया था।

सेनेटरी पेड महिलाओं के स्वास्थ्य की जरूरत

महिलाओं के लिए ये छोटा-सा कॉटन का टुकड़ा बहुत ही महत्वपूर्ण है। जो उन्हें कई सारी बीमारियों से बचाता है। महावरी के दिनों में महिलाओं की वैजिना से ब्लड का रिसाव बहुत बढ़ जाता है। जिसकी वजह से उन्हें कई सारे इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है। अगर महिलाओं के पास सेनेटरी पेड नहीं है और वो घर के कपड़ों का इस्तेमाल पेड के रुप में करतीं हैं तो उन्हें Urinary tract infection(UTI) जैसे इंफेक्शन होने का खतरा बना रहता है। आज हमारे समाज को इस संवेदनशील मुद्दे पर दोबारा से सोचने और अपना नजरिया बदलने की जरूरत है जिससे सेनेटरी पेड हर महिला तक पहुंच सके।

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP