मेंटल हेल्थ एक ऐसा मुद्दा है, जिसके बारे में काफी जागरुकता फैलाने की कोशिश का जाती है। लेकिन, फिर भी इसके बारे में खुलकर बात करने में लोगों को हिचक होती है और अगर कोई अपनी मेंटल हेल्थ के बारे में डिस्कस करने या उसे क्या महसूस हो रहा है, इसे समझाने या बताने की कोशिश करता है, तो अक्सर लोग इसे मजाक में या हल्के में ले लेते हैं। डिप्रेशन के मामले आजकल तेजी से बढ़ते जा रहे हैं और यह बहुत गंभीर है। इसे आप नॉर्मल उदासी या स्ट्रेस नहीं मान सकते हैं। यह उससे काफी अलग है। दिमाग में न्यूरोट्रांसमीटर का इंबैलेंस, लंबे समय तक तनाव में रहना, कोई बड़ा झटका लगना या शरीर में विटामिन-डी जैसे जरूरी न्यूट्रिएंट की कमी होना समेत, डिप्रेशन के कई कारण हो सकते हैं। अगर आप ऐसा सोचते कि डिप्रेशन में रहने वाला व्यक्ति कामकाज छोड़कर हर वक्त रोता रहता है, तो यह सभी के लिए सटीक नहीं बैठता है। कई बार नॉर्मल रूटीन लाइफ जी रहे लोग भी डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं और उनके आस-पास के लोगों को इस बारे में पता तक नहीं चलता है। डिप्रेशन के संकेतों को पहचानना जरूरी है। इस बारे में डॉक्टर अर्जुन बेदी जानकारी दे रहे हैं।
डिप्रेशन के इन संकेतों को न करें नजरअंदाज
- अगर आपको बात-बात पर चिड़चिड़ापन महसूस हो रहा है, हर दूसरी बात पर आपको तेज गुस्सा आ जाता है और आप उसे कंट्रोल भी नहीं कर पाते हैं, तो यह डिप्रेशन का एक संकेत हो सकता है।
- नींद से जुड़ी दिक्कतें भी डिप्रेशन या एंग्जायटी का संकेत हो सकती हैं। अगर आप बहुत अधिक सो रहे हैं या आपको नींद बिल्कुल ही नहीं आ रही है, तो यह दोनों इस बात का संकेत है कि शायद आप डिप्रेशन में हैं। एंग्जायटी या डिप्रेशन का असर अक्सर हमारी स्लीप साइकिल पर होता है। इसमें कुछ लोगों को ज्यादा नींद आती है, तो वहीं कुछ लोग लाख कोशिशों के बाद भी सो नहीं पाते हैं।
- बार-बार अंदर से भारीपन महसूस होना, किसी बात पर खुश होने के बाद भी मन में चिंता या हैवी फील होना, डिप्रेशन का संकेत हो सकता है।
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- ज्यादातर लोग इस बात को नहीं जानते हैं लेकिन डाइजेशन से जुड़ी दिक्कतें भी डिप्रेशन का संकेत हो सकती हैं। अगर आपको पेट में गैस बन रही है, बार-बार एसिडिटी, ब्लोटिंग, खट्टी डकार या स्मेली फार्ट आते हैं, तो इसके पीछे भी डिप्रेशन या एंग्जायटी हो सकता है।
- अगर आप अक्सर लोगों से बातचीत अवॉइड कर रही हैं या आपका कोई अपना सोशल लाइफ से दूर होता जा रहा है, मैसेजेस या बातचीत करने से भी परेहज कर रहा है, तो आपको उस पर ध्यान देना चाहिए।
- बार-बार सिरदर्द, गर्दन में दर्द या पैरों में दर्द भी डिप्रेशन या एंग्जायटी का संकेत हो सकता है। डिप्रेशन का असर हमारी मेंटल ही नहीं, फिजिकल हेल्थ पर भी होता है।
चीजों को याद रखने में मुश्किल होना या बार-बार चीजों को और बातों को भूल जाना भी डिप्रेशन का एक संकेत है।
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स्ट्रेस और एंग्जायटी बढ़ने पर शरीर में कई लक्षण नजर आते हैं, जिन्हें समझना जरूरी है। अगर आप डिप्रेशन के लक्षण महसूस कर रहे हैं, तो इस बारे में किसी से बात जरूर करें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit:Freepik
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