यामी गौतम साइकिलिंग और कार्डियो से रखती हैं खुद को फिट

यामी ने कहा कि महिलाओं को रोज़ाना वेट लिफ्टिंग करनी चाहिए। इससे मसल्‍स स्ट्रांग होते हैं और बॉडी मेटाबॉलिक भी बढ़ता है।

  • Shikha Sharma
  • Her Zindagi Editorial
  • Updated - 2018-07-06, 17:22 IST
yami gautam fitness mantra  ()

यामी गौतम बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत, टैलेंटेड, और फिट एक्ट्रेसेस में से एक मानी जाती हैं। यामी खुद भी अपनी स्किन और फिटनेस का बहुत ध्यान रखती हैं। परफेक्ट डाइट से लेकर वर्कआउट तक वो अपने हेल्थ पर पूरा ध्यान देती हैं। यामी फूडी भी हैं मगर, जानती हैं कि अच्छा, टेस्टी और हेल्दी खाना कैसे खाना है।

हाल ही में हमसे खा बातचीत के दौरान यामी ने हमने अपने वर्कआउट शेड्यूल के बारे में बताया। कैसे यामी सप्ताह में दो बार अपने बाइसेप्स और स्ट्रांग हैंड्स के लिए वर्कआउट करती हैं। साइकिलिंग और कार्डियो को भी वो वर्कआउट का सबसे ज़रूरी हिस्सा मानती हैं। आइये जानते हैं यामी के वर्कआउट में डिटेल्स में-

बॉडी मेटाबॉलिज्‍म बढ़ाने के लिए जरूरी है वेट लिफ्टिंग

yami gautam fitness mantra  ()

यामी ने कहा कि महिलाओं को रोज़ाना वेट लिफ्टिंग करनी चाहिए। इससे मसल्स स्ट्रांग होते हैं और बॉडी मेटाबॉलिज़्म भी बढ़ता है। मसल्‍स जितने स्ट्रांग होते हैं उतना ही चोट या किसी भी तरह की Injury होने का खतरा कम होता है। इससे हड्डियों को भी मज़बूती मिलती हैं और आपका बॉडी पौइश्चर भी अच्छा होता है। अगर आप वेट लिफ्टिंग की वजह से Bulky होने की चिंता कर रही हैं तो बिलकुल मत कीजिये। सही गाइडेंस के साथ विघट लिफ्टिंग रोज़ाना करने से यह बहुत फायदेमंद होता है।

बाइसेप कर्ल मशीन है परफेक्ट
yami gautam fitness mantra  ()

जिम में मुझे सबसे अच्छी लगती है बिसप कार्ल मशीन! यह मशीन बाइसेप और बाइसेप के नीचे वाले मसल्स को बहुत स्ट्रांग बनाती है। इसे इस्तेमाल करने से ग्रिप, स्ट्रेंथ और आर्म्स के साथ साथ कलाइयों को भी मजबूती मिलती है। मैं इसे रोज़ नहीं पर, सप्ताह में दो बार ज़रूर करती हूं।

साइकिलिंग और कार्डियो भी है वर्कआउट का हिस्सा
yami gautam fitness mantra  ()

यामी ने आगे कहा कि साइकिलिंग पूरी बॉडी और माइंड के लिए सबसे अच्छी एक्सरसाइज है। वेट लॉस करना चाहते हैं तो साइकिलिंग के पहले कार्डियो करें। रोज़ाना साइकिलिंग करने से आपका लंग्‍स भी स्ट्रांग होता है इससे आप आर्थराइटिस, कैंसर, मोटापा और कई मेंटल डिसऑर्डर से भी दूर रहते हैं। साइकिलिंग और कार्डियो में मज़ा भी आता है और कैलोरी भी बर्न होती है।

यामी ने बताया कि कुछ भी करने से पहले आपको अपनी मसल्स स्ट्रांग करनी चाहिए और इसके बाद ही बैक, आर्म्स और लेग्स पर वर्कआउट किया जा सकता है। बोन डेंसिटी, हार्ट पम्पिंग क्षमता और Body Immunity बढ़ाने के बाद ही आप हार्डकोर वर्कआउट शुरू करें। सही ट्रेनिंग लें, अपनी बॉडी को अच्छी तरह जानें और उसके बाद ही जिम जाएं... अचानक कोई भी वर्कआउट शुरू ना करें।

Recommended Video

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP