हर स्त्री मां बनने का सुख भोगना चाहती हैं। लेकिन कभी-कभी कुछ स्त्रियां चाहकर भी मां नहीं बन पाती हैं। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि उनके रिप्रोडक्टिव सिस्टम में कुछ समस्या होती है। ऐसे में वह बार-बार कोशिश करती हैं, लेकिन फिर भी उन्हें सफलता नहीं मिल पाती है।
कुछ महिलाएं इस चक्कर में केवल अस्पतालों के चक्कर ही लगाती रह जाती हैं और तरह-तरह की दवाइयों का भी सेवन करती हैं। हालांकि, अगर आप जल्द से जल्द मां बनना चाहती हैं तो दवाइयों के साथ-साथ आपको योगाभ्यास भी अवश्य करना चाहिए।
दरअसल, ऐसे कई योगासन होते हैं, जो महिला के रिप्रोडक्टिव सिस्टम के लिए बेहद लाभदायी माने जाते हैं और इसलिए अगर एक स्त्री इन योगासनों का अभ्यास करती है तो उसके लिए गर्भधारण करना अधिक आसान हो जाता है। तो चलिए आज इस लेख में ब्लॉसम योगा के फाउंडर और योगविशेषज्ञ जितेन्द्र कौशिक आपको कुछ ऐसे ही योगासनों के बारे में बता रहे हैं-
सेतुबंध सर्वांगासन
महिलाओं के रिप्रोडक्टिव सिस्टम के लिए सेतुबंध सर्वांगासन काफी अच्छा माना जाता है। जब आप इस आसन का अभ्यास करती हैं, तो इससे आपके एब्डामिनल एरिया में ब्लड का फ्लो बढ़ जाता है। जिससे ओवरीज और यूट्रस को नरिशमेंट मिलती है।
कैसे करें सेतुबंध सर्वांगासन
- इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं।
- अब आप अपने पैरों को मोड़ें। इस दौरान आपके पैरों की एड़ियां और घुटने एक सीध में हो।
- अब आप गहरी सांस अंदर भरें और फिर अपनी पीठ और हिप्स को धीरे-धीरे ऊपर उठाने की कोशिश करें।
- लेकिन इस समय आपको गर्दन, कंधे और सिर को जमीन से नहीं उठाना चाहिए।
- यथासंभव इस पोजिशन में होल्ड करें।
- अब आप धीरे-धीरे सांसों को छोड़ते हुए प्रारंभिक स्थिति में लौट आएं।
सर्वांगासन
सर्वांगासन का अभ्यास करना कई मायनों में महिलाओं के लिए लाभकारी है। जब आप सर्वांगासन का अभ्यास करती हैं तो यह थॉयरायड ग्लैंड (थायरॉयड कंट्रोल करने के लिए योगासन) के हार्माेन को बैलेंस करने में कारगर है। इसके अलावा, यह यूट्रस और पेल्विक एरिया में ब्लड के फ्लो को बढ़ा देता है। यह महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या को ठीक करने में सहायक है।
कैसे करें सर्वांगासन
- सर्वांगासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले अपनी पीठ के बल लेट जाएं।
- अब धीरे-धीरे अपने पैर, कूल्हे और कमर को उठाने का प्रयास करें।
- अब आप अपने हाथों को कोहनियों से मोड़कर हाथों को कमर पर रखें।
- ध्यान रखें कि आपकी कोहनियां जमीन पर ही हों।
- हाथों से पीठ को सहारा देने से संतुलन बना रहता है।
- इस अवस्था में आपके शरीर का पूरा भार कन्धों व हाथों के ऊपरी हिस्से पर होगा।
- अपने पैरों को हवा में भी सीधा रखने का प्रयास करें।
- कुछ क्षण इसी अवस्था में रूकें और फिर वापिस आ जाएं।
- हालांकि, वापिस आते हुए पैरों को झटका ना दें।
बद्धकोणासन
बद्धकोणासन को तितली आसन भी कहा जाता है। यह आपकी इनर थाइज और कमर के निचले भाग की फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ाता है और वहां पर नसों की रूकावट को दूर करता है। यह महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या को ठीक करने के साथ-साथ नार्मल डिलीवरी में मददगार होता है।
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कैसे करें बद्धकोणासन
- बद्धकोणासन का अभ्यास करने के लिए पहले मैट बिछाकर बैठ जाएं।
- आप अपने दोनों पैरों को इस तरह मोड़ें कि आपके दोनों तलवे एक-दूसरे को टच करें।
- अब आप अपने दोनों हाथों से अपने दोनों तलवों को पकड़ लें। (प्रेग्नेंसी के लिए योगासन )
- अब आप गहरी सांस लें और अपने पैरों को तितली की तरह ऊपर-नीचे हिलाने का प्रयास करें।
- आप अपनी सुविधानुसार धीरे-धीरे स्पीड को बढ़ाती जाएं।
- इस तरह बद्धकोणासन का अभ्यास कर सकती हैं।
तो अब आप भी इन आसनों का नियमित रूप से अभ्यास करें और जल्द ही मां बनने का सुख पाएं। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकीअपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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Image Credit- freepik
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