डॉक्टर मिकी मेहता, ग्लोबल लीडिंग होलिस्टिक हेल्थ गुरु और कॉरपोरेट लाइफ कोच योग को बदलाव के अंतिम साधन के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है, जिसका मतलब न सिर्फ अपने अस्तित्व, अपनी सोच, अपनी भावना को बदलना है, बल्कि अपनी कद-कठी को भी बदलना है। क्योंकि योग आपको गढ़ने में, आपके शरीर को बनाने में मदद करता है, यह विषाक्त पदार्थों को भी शरीर से बाहर निकालने को बढ़ावा देता है। यह आपके फेफड़ों की शक्ति बढ़ाता है और खून में ऑक्सीजन की गुणवत्ता सुधारता है। यह ताकत प्रदान करता है, क्योंकि हर आसन में आपके शरीर को अपने मर्म, अपने अंतःस्थल से गहरे तक जुड़ने की जरूरत होती है और अपने अंतःस्थल से शरीर के हर अंगों तक भी। अतः यह आपके सभी अंगों को मजबूत करता है, यह समन्वय में सुधार लाता है और यह सब एक साथ मिलकर समग्र कार्यात्मक गतिविधि की गुणवत्ता में सुधार लाता है। योग शुरु करने वाले बिगिनर्स के लिए, आसान आसन से शुरू करें और फिर चुनौतीपूर्ण आसनों की तरफबढ़ें, जो वजन घटाने में तेजी लाए। लंबी गहरी सांसें आपको आसन के दौरान ध्यान लगाने में मदद करेंगी।
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वृक्षासन
वृक्षासन हमारे शरीर और मस्तिष्क के लिए कितना फायदेमंद है? आइए देखते हैं इस वीडियो में... #YogaDay2019 pic.twitter.com/QmDlf97JVc
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वृक्षासन आपके संतुलन की परीक्षा लेता है और जांघ, कमर, धड़ और कंधों को खींचेगा। यह टखनों और पिंडलियों में ताकत बढ़ाता है और पेट की मसल्स को टोन करता है।
कपाल भाती
कपाल भाती पेट क्रिया द्वारा किया जाता है, जहां सांस लेने और छोड़ने के दौरान पेट क्रमशः अंदर और बाहर होता रहता है। और हवा लेने की सहज प्रक्रिया लगातार दो सांस छोड़ने के बीच में घटती है। यह आपके पेट की मांसपेशियों को टोन करता है और वजन घटाने को प्रोत्साहित करता है और मोटापा घटाता है।
अनुलोम विलोम
नाड़ीशोधन प्राणायाम अत्यंत लाभदायक है। देखिए इसकी विधि और इसके फायदे... #YogaDay2019 pic.twitter.com/OUoxkaCxng
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दूसरी तरफ, अनुलोम विलोम प्राणायाम एक वैकल्पिक नासिक श्वांसाभ्यास है, जिसमें कोई बल इस्तेमाल नहीं होता, न ही धक्का या खिंचाव। शरीर के अंदर मौजूद सभी रासायनिक असंतुलन और हार्मोन, अनुलोम विलोम प्राणायम से संतुलित होते हैं।
अर्ध उत्तानासन
यह आसन कमर से ऊपर के भाग को आगे की तरफ नीचे झुकाने पर ध्यान केंद्रित करें और 30 सेकंड तक ऐसा करें। यह आसन घुटने के पीछे की नस, पीठ और कूल्हों के लिए बढ़िया है।
भुजंगासन या कोबरा आसन
भुजंगासन नियमित रूप से करने पर पीठ दर्द में आराम मिलता है। इस आसन के कई सारे फायदे हैं। #YogaDay2019 pic.twitter.com/QtyK8lzpsc
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नए अभ्यास पीछे की तरफ झुकने वाले इस आसन पर अपना समय दें, वहीं तक मोड़े, जहां तक मोड़ने में वे सहज हों। यह रीढ़ के लचीलेपन में सुधार लाता है और तनाव व चिंता, दोनों घटाता है।
नौकासन या बोट पोज
इस आसन में अपनी पीठ और पैर को सीधा रखने की कोशिश करें, लेकिन अगर लगता है कि यह काफी चुनौतीपूर्ण है, तो अपने घुटने मोड़ सकते हैं। यह आसन आपकी मांसपेशियों के लिए अच्छा है, 30 सेकंड तक इसी आसन में रहें।
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परिवृत्त पार्श्वकोणासन
परिवृत्त पार्श्वकोणासन या रिवॉल्व्ड साइड एंगल, उत्कठ कोणासन या गॉडेस, त्रिकोणासन या ट्राएंगल, वीरभद्रासान 3 या वॉरियर 3 और अर्द्ध चंद्रासन अथवा हाफ मून आसनों को भी वजन घटाने के लिए किया जा सकता है। इनसे पूरे शरीर का समन्वय बेहतर होता है।
दूसरे आसनों को करने के बाद अंत में शवासन करें। यह आपके शरीर को आराम देता है और फिर से ताजा करता है। यह आपके दिमाग को सुकून देता है और रक्त दबाव, हृदय गति और तनाव के अन्य लक्षणों को कम करने के लिए जाना जाता है। शवासन पर अधिकार पाने के क्रम में, किसी को भी अपने दिमाग की हर सोच, हर मान्यता से दूर रहने की जरूरत होती है, बस अपने आसपास की हर चीज के के बारे में पता होना चाहिए।
अगर आपने भी अभी-अभी योग करना शुरू किया है और आप अपना वजन तेजी से कम करके सुडौल बनना चाहती हैं तो एक्सपर्ट के इन योगासन को अपने रुटीन में शामिल करें।
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