योग करने के फायदों से कोई भी अनजान नहीं है। यूं तो सदियों से ऋषि-मुनि योगाभ्यास करते आए हैं, पर अब लोग भी योग करने के फायदों के बारे में जानने लगे हैं। नियमित रूप से योग करने से व्यक्ति को शारीरिक व मानसिक लाभ मिलता है। योगा सेशन के दौरान हम कई तरह के योगा पोज की प्रैक्टिस करते हैं। इन्हीं में से एक है पवनमुक्तासन। पवनमुक्तासन एक बेहद ही आसान आसन है, जिसे एक बिगनर भी आसानी से कर सकते हैं।
इस आसन को सेहत के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है। जब आप पवनमुक्तासन का अभ्यास करती हैं तो इससे ना केवल शरीर से हानिकारक टॉक्सिन आसानी से बाहर निकालने में मदद मिलती है। साथ ही साथ, वजन कम करने से लेकर कब्ज व एसिडिटी आदि में भी लाभ मिलता है। हालांकि, पवनमुक्तासन का अभ्यास करते हुए इसका पूरा लाभ उठाने के लिए जरूरी है कि आप इसे सही तरह से करें और कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें। तो चलिए आज इस लेख में ब्लॉसम योगा के फाउंडर और योगविशेषज्ञ जितेन्द्र कौशिक आपको पवनमुक्तासन करने से जुड़े कुछ छोटे-छोटे टिप्स के बारे में बता रहे हैं-
जरूरी है वार्मअप
यूं तो पवनमुक्तासन करना काफी अच्छा माना जाता है। लेकिन अगर आप इस आसन का अभ्यास कर रहे हैं तो इससे पहले वार्मअप करना बेहद जरूरी है। आप अपनी मसल्स और ज्वॉइंट्स को रेडी करने के लिए ताड़ासन से लेकर सूर्य नमस्कार तक कर सकते हैं। इतना ही नहीं, कुछ हल्का व्यायाम करने के बाद भी आप पवनमुक्तासन कर सकते हैं।
इन कंडीशन में ना करें पवनमुक्तासन
पवनमुक्तासन भले ही सेहत के लिए काफी अच्छा हो, लेकिन फिर भी कुछ कंडीशन में पवनमुक्तासन करने से बचना चाहिए। मसलन, अगर किसी को हाई बीपी से लेकर स्लिप डिस्क, या फिर गर्दन और पीठ में दर्द में दर्द की समस्या है तो ऐसे में पवनमुक्तासन ना करें। इतना ही नहीं, महिलाओं को प्रेग्नेंसी से लेकर पीरियड्स के समय पर भी पवनमुक्तासन नहीं करना चाहिए। साथ ही साथ, पेट में अल्सर होने पर भी पवनमुक्तासन ना करने की सलाह दी जाती है। (जवां दिखने के लिए योग)
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करें मोडिफिकेशन
आमतौर पर, पवनमुक्तासन को करते समय कुछ स्टेप्स को फॉलो किया जाता है। लेकिन हर व्यक्ति ऐसा नहीं कर सकता है। मसलन, अगर आपाके पीठ के निचले हिस्से या घुटने में समस्या है, तो ऐसे में आपको अतिरिक्त सपोर्ट की जरूरत होगी। इसके लिए आप अपनी पीठ के निचले हिस्से के नीचे एक कंबल को मोड़कर या फिर कुशन रखकर इस आसन का अभ्यास करें। वहीं, अगर किसी को गर्दन में दर्द या माइग्रेन की समस्या है तो ऐसे में आप पवनमुक्तासन का अभ्यास करते हुए गर्दन को ना उठाएं। (प्राणायाम करने के फायदे)
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अपने शरीर की सुनें
किसी भी आसन का अभ्यास करते हुए यह बेहद जरूरी है कि आप अपने शरीर की अवश्य सुनें। मसलन, जब आप पवनमुक्तासन का अभ्यास कर रहे हैं और उस समय आपको असुविधा हो रही है या फिर दर्द का अनुभव हो रहा है तो ऐसे में पवनमुक्तासन करने से बचें। इतना ही नहीं, अगर आपको किसी तरह की इंजरी हुई है या फिर आप पहली बार योगाभ्यास कर रहे हैं तो ऐसे में किसी एक्सपर्ट की मदद लेना काफी अच्छा माना जाता है। अगर आप इस सिचुएशन में खुद की नहीं सुनते हैं या फिर एक्सपर्ट की मदद नहीं लेते हैं तो ऐसे में आप खुद को गंभीर रूप से चोटिल कर सकते हैं।
तो अब आप भी पवनमुक्तासन करते हुए इन टिप्स का ध्यान अवश्य रखें और मैक्सिमम लाभ पाएं।
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Image Credit- freepik
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