पिछले कुछ सालों में योग की तरफ लोगों का झुकाव काफी बढ़ा है। दरअसल, योग एक ऐसा माध्यम है, जो व्यक्ति को सिर्फ शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी स्वस्थ बनाता है। कई तरह की समस्याओं का हल योग के जरिए संभव है।
अमूमन लोग अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए तरह-तरह के योगासनों का अभ्यास करते हैं। हालांकि, शुरुआत कुछ आसान आसनों से होती है। इन्हीं आसान आसनों में से एक है पद्मासन।
इसे एक बिगनर भी कर सकता है। यूं तो पद्मासन का अभ्यास करने से हर किसी को लाभ मिलता है। लेकिन महिलाओं के लिए यह विशेष रूप से उपयोगी है। तो चलिए आज इस लेख में ब्लॉसम योगा के फाउंडर और योगविशेषज्ञ जितेन्द्र कौशिक आपको पद्मासन से होने वाले कुछ बेमिसाल फायदों के बारे में बता रहे हैं-
पद्मासन करने का तरीका-
- पद्मासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट बिछाकर उस पर बैठ जाएं।
- अब आप अपने दाएं पैर को मोड़ें और अपनी एड़ी को बाईं जांघ पर रखें।
- इसी तरह अपने बाएं पैर को इस तरह मोड़ें कि एड़ी दाईं जांघ पर हो।
- इस दौरान अपनी कमर और गर्दन को सीधा रखें।
- अब आप अपने हाथों की उंगलियों से ज्ञानमुद्रा बनाएं और उसे अपने घुटने पर रखें।
- ध्यान रहें कि इस दौरान आपकी कोहनियां मुड़े नहीं।
- अब आप गहरी सांस लें और छोड़ें।
- कोशिश करें कि आपका पूरा ध्यान आपकी सांसों के आवागमन पर ही हो।
- यथासंभव इस मुद्रा में कुछ देर बैठी रहें।
- अब आप अपने शरीर को रिलैक्स करें।
- अब आप इसे फिर से दोहराएं।
पद्मासन का अभ्यास करने के लाभ-
पद्मासन का अभ्यास करना यूं तो हर किसी के लिए लाभदायक माना गया है, लेकिन महिलाओं को इससे विशेष लाभ मिलते हैं। जैसे-
- पद्मासन का अभ्यास करने से महिला को प्रसव के दौरान समस्या नहीं होती है। दरअसल, जब महिला पद्मासन का अभ्यास करती है तो यह उनके पेल्विक मसल्स को मजबूती प्रदान करता है। जिसके कारण महिला को प्रसव के दौरान प्रसव पीड़ा काफी कम होती है।
- पद्मासन का अभ्यास करने का एक लाभ यह भी है कि यह पीरियड्स क्रैम्प को कम करने में मददगार है। चूंकि पद्मासन मसल्स को स्ट्रेच करके पेल्विक एरिया को मजबूत बनाता है, इसलिए यह मसल्स क्रैम्प को भी कम करता है।
- महिलाओं को दिनभर कई तरह के मोर्चों पर काम करना होता है, जिसके कारण वह अक्सर लो फील करती हैं। लेकिन अगर महिला नियमित रूप से पद्मासन का अभ्यास करती हैं तो इससे उनकी बॉडी का एनर्जी लेवल बढ़ जाता है। जिससे महिलाएं पूरा दिन अधिक एक्टिव फील करती हैं।
- पद्मासन का अभ्यास करते समय हम अपनी आंखें बंद कर लेते हैं और अपनी श्वास पर ध्यान केंद्रित करते हैं। जिससे हमारी एकाग्रता बढ़ती है।
- 30 की उम्र के बाद महिलाओं के शरीर से कैल्शियम कम होने लगता है, जिसके कारण महिलाओं को घुटनों या जोड़ों में दर्द की शिकायत होती है। खासतौर से, महिलाओं को गठिया की समस्या होती है। लेकिन जब आप पद्मासन का अभ्यास करते हैं तो यह घुटने के जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करता है।

इस बात का रखें ध्यान
पद्मासन का अभ्यास महिलाओं के लिए लाभदायी माना गया है, लेकिन इस दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए-
- अगर आपकी घुटनों से संबंधित कोई इंजरी हुई है, तो आपको पद्मासन का अभ्यास करने से बचना चाहिए।
- घुटने के दर्द के रोगियों को पद्मासन करने से पहले प्री-मेडिटेटिव आसनों का अभ्यास करना चाहिए ताकि घुटने को मोड़ते समय लचीलेपन को बढ़ाया जा सके।
- पद्मासन हमेशा वार्म-अप के बाद किया जाना चाहिए।
तो अब आप भी नियमित रूप से पद्मासन का अभ्यास करें और इससे मिलने वाले सभी फायदों का लाभ उठाएं। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकीअपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- freepik
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