महिलाओं का शरीर, उम्र के हर कदम पर अलग-अलग हार्मोनल बदलावों से गुजरता है। पेरिमेनोपॉज, मेनोपॉज और पोस्ट मेनोपॉज, उम्र के वहीं पड़ाव हैं, जब महिलाओं के शरीर में होने वाले हार्मोनल उतार-चढ़ाव पीक पर होते हैं। करीब 45 से 55 साल की उम्र में, महिलाओं को पीरियड्स आने बंद हो जाते हैं। हालांकि, आजकल यह उम्र कम भी होती जा रही है यानी आजकल महिलाओं को जल्दी भी मेनोपॉज से गुजरना पड़ रहा है। कई महिलाएं 40 की उम्र के आस-पास भी मेनोपॉज से गुजरती हैं। मेनोपॉज के समय में महिलाओं को हॉट फ्लैशेज, मूड स्विंग्स, एंग्जायटी, स्किन का रूखा होना, वजन का बढ़ना, हड्डियों की कमजोरी, वजाइनल ड्राइनेस और हेयरफॉल जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। ऐसे में इस समय के शुरू होने से पहले ही, महिलाओं को अपने डाइट और लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करने चाहिए। अगर आप चाहती हैं कि मेनोपॉज का वक्त आपके लिए आसान हो, तो 40 की उम्र से ही एक्सपर्ट के बताए 2 योगासनों को अपने रूटीन का हिस्सा बनाना शुरू कर दें। इस बारे में योगा एक्सपर्ट नताशा कपूर जानकारी दे रही हैं। वह सर्टिफाइड डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट हैं।
कैट-काऊ पोज या मार्जरी आसन
- मेनोपॉज के समय को आसान बनाने के लिए इस आसन को रूटीन का हिस्सा बनाएं।
- सबसे पहले अपने हाथों और घुटनों को योगा मैट पर टिकाएं।
- आपको घुटनों को हिप्स के नीचे रखना है।
- कलाई को कंधों को नीचे रखना है।
- आपको अपने शरीर को एक कैट पोज में लाना है।
- अब अपनी जांघों की ऊपर की ओर सीधा उठाएं।
- आपके पैर के घुटने 90 डिग्री के एंगल पर होने चाहिए।
- लंबी सांस लेते हुए अपने टेलबोन को ऊपर उठाएं।
- सिर को नीचे झुकाना है और चिन को छाती से लगाने की कोशिश करना है।
- इसे दोहराएं।
- इसे करने से वजन कम होता है।
- यह आसन पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूती देता है।
- इससे मेनोपॉज के लक्षणों को मैनेज करने में मदद मिल सकती है।
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अधोमुख श्वानासन या डाउनवर्ड फेसिंग डॉग
- यह आसन महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद है।
- इसे करने के लिए, सबसे पहले योगा मैट पर सीधी खड़ी हो जाएं।
- अब आपको दोनों हाथों को ऊपर ले जाना है।
- जमीन की तरफ झुकें।
- घुटनों और हाथों को एकदम सीधा रखें।
- अब आपको पैरों को पीछे की तरफ ले जाना है।
- हाथों को आगे की तरफ ले जाएं।
- आपका शरीर एक बो यानी धनुष की शेप में आ जाएगा।
- हाथों को पूरी तरह से जमीन पर टिकाना बै।
- इसके बाद, हिप्स को ऊपर की तरफ उठाएं।
- आपको पैरों की कपफ देखना है।
- इस पोजिशन को कुछ देर होल्ड करें।
- इससे हड्डियों को मजबूती मिलती है।
- मेनोपॉज के लक्षण कम होते हैं।
- शरीर को ताकत मिलती है और स्ट्रेस कम होता है।
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एक्सपर्ट का कहना है कि 40 की उम्र से ही अगर महिलाएं इन 2 योगासनों को करना शुरू कर दें, तो मेनोपॉज का समय आसान हो सकता है। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।
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Image Credit:Freepik, Shutterstock
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