सुबह पेट हो जाएगा एकदम साफ, रोजाना करें ये 2 एक्‍सरसाइज

आजकल खान-पान में गड़बड़ी और खराब लाइफस्‍टाइल के चलते ज्‍यादातर लोग पेट से जुड़ी समस्‍याओं जैसे कब्‍ज, एसिडिटी और अपच से परेशान रहते हैं। ये एक्‍सरसाइज करने से कब्‍ज से छुटकारा मिलता है। 

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क्‍या आप सुबह घंटों टॉयलेट सीट पर बैठे रहते हैं, फिर भी पेट साफ नहीं होता है। इसका असली कारण कब्‍ज है। ऐसे में ज्‍यादातर लोगों के मन में यही सवाल आता है कि सुबह तुरंत पेट साफ करने के लिए क्या करें?

अगर आप भी कब्‍ज से परेशान हैं, तो एक्‍सरसाइज करने से फायदा हो सकता है। एक्‍सपर्ट के अनुसार, एक्‍सरसाइज वजन कम करने और मसल्‍स को टोन करने के साथ ही, दिल को दुरुस्‍त रखती है और कब्‍ज दूर करती है। ऐसा इसलिए क्‍योंकि, कब्‍ज का सबसे बड़ा कारण एक्टिविटी की कमी है।

कब्‍ज से छुटकारा दिलाने वाली एक्‍सरसाइज के बारे में योग एक्‍सपर्ट जूही कपूर बता रही हैं। एक्‍सपर्ट का कहना है, ''ये 2 एक्‍सरसाइज पेट के आस-पास के हिस्‍से पर काम करती हैं और डाइजेशन को मजबूत बनाती हैं, जिससे कब्‍ज की समस्‍या को दूर किया जा सकता है।''

इसके अलावा, एक्‍सरसाइज बड़ी आंत से भोजन को गुजरने में लगने वाले समय को कम करके कब्‍ज से छुटकारा दिलाती है। साथ ही, एरोबिक एक्‍सरसाइज ब्रीथिंग और हार्ट रेट को तेज करती है। यह आपकी आंतों में मसल्‍स के नेचुरल संकुचन को उत्तेजित करता है। बेहतर संकुचन वाली आंतों की मसल्‍स मल को जल्दी से बाहर निकालती हैं।

मलासन ट्विस्ट (Malasana Twist)

Malasana twist

यह बात तो आप जानते ही हैं कि मलासन पेट से जुड़ी समस्‍याओं के लिए अच्‍छा रखता है। हम आपको बता दें कि मलासन में ट्विस्ट जोड़ने से डाइजेशन के लिए इस एकसरसाइज के फायदे और भी बढ़ जाते हैं। ट्विस्टिंग पोज से डाइजेस्टिव सिस्‍टम अच्‍छा होता है, इसलिए यह कब्‍ज को दूर करने में मदद करता है।

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मलासन ट्विस्ट की विधि

  • सबसे पहले घुटनों को मोड़कर मल त्‍याग करने वाली पोजिशन में आ जाएं।
  • इसके बाद अपने हाथों को दोनों घुटनों पर रखें।
  • फिर पहले दाएं घुटने को हाथ की मदद से आगे करके जमीन से टच करें।
  • अब बाएं घुटने को हा‍थ की मदद से जमीन पर लगाएं।
  • इस आसन को दोनों पैरों से कई बार करें।

मलासन ट्विस्ट के फायदे

  • कब्‍ज की समस्‍या से छुटकारामिलता है।
  • पेट नसों और मसल्‍स में स्‍ट्रेच लाता है।
  • एनर्जी का संचार होता है।
  • शरीर में विभिन्‍न अंगों में ब्‍लड सर्कुलेशन अच्‍छी तरह से होता है।
  • पैरों, हिप्‍स और जांघों की टोनिंग होती है।
  • साइटिका के दर्द से राहत मिलती है।
  • सांसों से जुड़ी समस्‍याएं ठीक होती हैं।

क्रो वॉक (Crow Walk)

इसमें आपको मलासन में बैठकर आगे-पीछे जाना होगा। यह डाइजेस्टिव सिस्‍टम को मजबूत करता है और पेट के निचले हिस्‍से में ब्‍लड फ्लो को बढ़ाकर कब्‍ज की समस्‍या को दूर करता है।

क्रो वॉक की विधि

  • इसे करने के लिए घुटनों को मोड़ लें।
  • अब पैरों के बल मलासन में बैठें।
  • इस पोजिशन में हिप्‍स को थोड़ा ऊपर करके रखें।
  • अब अपने हाथों को दोनों घुटनों में रखें।
  • इसके बाद पैरों के बल चलें।
  • पहले दाएं पैर और फिर बाएं पैर से चलें।
  • इस एक्‍सरसाइज को कई बार करें।
इसे जरूर पढ़ें: कब्ज और जोड़ों के दर्द से हैं परेशान तो रोज करें ‘मलासन योगा’

क्रो वॉक के फायदे

  • वजन तेजी से कम होता है।
  • पेट की चर्बी कम होती है।
  • सूजन कम होती है।
  • शरीर के निचले हिस्‍से में ब्‍लड फ्लो बेहतर होता है।
  • एनर्जी मिलती है।
  • जांघों और हिप्‍स की चर्बी कम होती है।

इन एक्‍सरसाइज को रेगुलर करने, सही मात्रा में पानी पीने और हेल्‍दी डाइट लेने से कब्ज को कंट्रोल करने और रोकने में मदद मिलती है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो, तो इसे लाइक और फेसबुक पर शेयर जरूर करें। इसी तरह के और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Image Credit: Shutterstock.com
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