फैशन की दुनिया को आप किस तरीके से देखती हैं? मेरा पूछने का मतलब है कि फैशन के लिए कोई उम्र का पैमाना है क्या? मतलब कि बड़ी उम्र की महिलाएं क्यों हमारे यहां साड़ी तक ही सीमित हो जाती हैं? ज्यादातर लोग इस बात से सहमत होंगे कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ते जाती है लोगों के फैशन का तरीका भी थोड़ा कम हो जाता है। लेकिन पिछले कुछ सालों में इसमें बदलाव देखने को मिले हैं।
इसी तरह फैशन को अक्सर हम materialistic, momentry और fake मानते हैं। इससे भी कई लोग सहमत होंगे। लेकिन इस सोच में भी पिछले कई सालों में बदला देखने को मिले हैं। Runway और फैशन ट्रेंड पिछले कई सालों से कुछ नया ट्राय करने में विश्वास करता रहा है। आज की डेट में ज्यादा उम्र के मॉडल को फैशन के फिल्ड में पहले की तुलना में ज्यादा आसानी से काम मिल जाता है। जबकि पहले ऐसा नहीं था। वेस्ट में ये चलन शुरू से था जो अब इंडिया में भी शुरू हो गया है।
फ्रेंच लक्ज़री ब्रांड Celine ने 81 साल की मॉडल Joan Didion को अपना ब्रांड एम्बेसडर बनाया था। इसी तरह YSL ने अमेरिकन सिंगर Joni Mitchell को पिछले साल अपना ब्रांड एम्बेसडर बनाया है। Carmen Dell'Orefice 86 साल की उम्र में दुनिया की सबसे बड़ी उम्र की मॉडल बनी हैं जिन्हें रनवे पर रैम्पवॉक किया है।
लेकिन ऐसे एक्ज़ाम्पल अपने देश में देखने को क्यों नहीं मिलते? मिलते हैं, केवल हमें इनके बारे में मालूम नहीं है। जैसे कि फॉर्मर ब्यूटी क्वीन Nafia Ali Joseph आज भी फैशन में काफी फेमस नाम है। इसी तरह अर्जुन रामपाल की पत्नी Meher Jessia आज भी फैशन डिज़ाइनर्स की फेवरेट muse हैं।
तो फिर ऐसा क्या है कि एजिंग मॉडल के एक्ज़ाम्पल हम अपने देश में उंगुलियों में गिन लेते हैं और वेस्ट में इनकी भरमार है। इसी पर हमने फैशन डिज़ाइनर अनुराधा पी. धवन से बात की और उनसे जाना कि वो इस बारे में क्या सोचती हैं।
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आपको भी ऐसा ही लगता है क्या कि हमारे देस में कुछ भी नया शुरू करने की उम्र होती है? अगर नहीं तो आप कैसे कह सकती हैं कि चीजें बदल रही हैं?
हां... है। हमारे समाज में माना जाता है कि जो किया जा सकता है जवानी में ही किया जा सकता है औऱ अब तो हमें ये admit भी कर लेना चाहिए। इसके साथ हमलोग अपना बहुत सारा टाइम केवल ये सोचने में ही लगा देते हैं कि कौन क्या कर रहा है और कौन कैसे दिख रहा है। कोई सामने वाला अगर किसी से सुंदर लग गया तो उसके ऊपर पूरी रिसर्च कर ली जाती है कि वो इतनी सुंदर और जवान कैसे दिख रही है। हमलोग के लिए व्हाइट बाल, रिंकल्स, डबल चिन, एक बूरे सपने की तरह होते हैं। और फिर उसके बाद इन सब से छुटकारा पाने के लिए हमलोग ना जाने कितने सारे प्लास्टिक सर्जरी करवाते हैं।
जबकि हमें इन सब से ब्रेक लेने की जरूरत है और उन चीजों पर फोकस करने की जरूरत है जो हमारे लिए जरूरी हैं। जैसे की हेल्दी रहना और अपने समाज को अच्छा बनाने में सहयोग देना। तो किसी की भी यहां पर लम्बी लाइफ तो है नहीं, ऐसे में हर किसी को इन चीजों के बारे में सोच कर टाइम वेस्ट करने की जगह कुछ ऐसा करना चाहिए जो इस समाज को अच्छा बनाए।
इस उम्र में आपको मॉडलिंग का ख्याल कैसे आया? आपका अनुभव कैसा रहा?
सारे क्रिएटिव लोगों की तरह मैंने भी कई सारे एरियाज़ में अपना हाथ अजामाया है। अहहह भले ही मैं एक प्रोफेशनल फैशन डिज़ाइनर हूं लेकिन कहानियां बताना मेरा शौक है। मैंने मॉडलिंग की किसी कारण से शुरू की थी। मैंने एक अखबार के लिए "Grey is new Sexy" और "Grey has never been so yay" नाम से कैम्पेन किए थे। इसके बाद मैं Cosmopolitan magazine के swimsuit issue का हिस्सा बनी थी। उस टाइम पर मेरे लिए ये एक अच्छा और unique अनुभव था।
लक्ज़री ब्रांड Céline और YSL ने ज्यादा उम्र की मॉड्ल के साथ कैम्पेन किए हैं। तो क्या आपको लगता है कि फैशन धीरे-धीरे एज़ के ऑब्सेशन से पार पा रहा है।
ये देखकर अच्छा लगता है की बड़े-बड़े प्रतिष्ठित इंटरनेशनल कैम्पेन और कंपनियां बड़ी उम्र की महिलाओं, मॉडल्स और सेलेब्स के साथ काम कर रही हैं। बड़े लेवल पर और काफी सारे तरीके हैं जिनसे फैशन के atmosphere को काफी इनक्लूसिव को बनाया जा सकता है। केवल सीनियर सिटीसन्स के लिए ही नहीं और minorities जो हमारे सोसायटी में हैं उनको भी इस atmosphere में इन्कल्यूड किया जा सकता है।
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क्या आपको लगता है कि इंडिया में बड़े के मॉडल के साथ काम करना एक टेम्पररी फेज़ है?
भले ही ये टेम्पररी या यूं कहें कि statement-y चीज हो, लेकिन इसके साथ ही चलना चाहती हूं औऱ चल रही हैं। एज़ शेमिंग के खिलाफ जो कैम्पेन चल रहा है मैं उसके साथ हूं। मेरे चारों तरफ ऐसे कई सारे एक्ज़ाम्पल हैं जो मुझे इंस्पायर करती हैं। केवल फैशन में ही नहीं बल्कि कॉर्परेट वर्ल्ड में भी ऐसा हो रहा है।
उन लेडिज़ को आप क्या कहना चाहेंगी जो अपने अम्र से भाग रही हैं?
मैं इन लेडिंज़ को कहना चाहती हूं कि "age-shaming" को हाइलाइट करें और अपने उम्र की वजह से ये ना सोचें कि आप irrelevant और unemployable हैं। जब मैं और एजेड लेडिज़ को अच्छे और सामान्य तरीके से ट्रीट होते हुए देखती हूं तो मुझे बहुत अच्छा लगता है। आप कौन सी लिस्टिक लगा रही हैं, कौन सा हेयरस्टाइल बना रही है, आपके या सारे डिसीज़न सोसायटी से प्रभावित रहते हैं। जबकि आपको सोसायटी के बारे में ना सोच के खुद के बारे में सोचना चाहिए। इसलिए हमेशा पॉजिटिव रहें। हेल्दी रहें और अपने उम्र को एक्सेप्ट करिए और उसी के साथ खुश रहिए।
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