इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आर्इपीपीबी) ने कुछ समय पहले ही अपनी बैंकिंग सेवाएं शुरू की हैं। इनके तहत आप सेविंग्स और करेंट अकाउंट खुलवा सकती हैं। इनमें पैसे का ट्रांसफर, डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी), बिल और यूटिलिटी पेमेंट जैसी सुविधाओं का लाभ उठाया जा सकता है। अगर आप बैंकिंग सेवाओं का फायदा उठाना चाहती हैं, लेकिन बैंकों में न्यूनम बैलेंस मेंटेन करने के नाम पर मोटी रकम नहीं रखना चाहतीं तो आप इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में तीन तरह के खातों के विकल्प पर गौर फरमा सकती हैं। इन बचत खातों में रेगुलर, डिजिटल और बेसिक सेविंग अकाउंट शामिल हैं। आइए जानते हैं इनकी खासियतें-
पोस्ट ऑफिस के सेविंग्स अकाउंट के उलट यह खाता आप जीरो बैलेंस के साथ खुलवा सकती है। पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट में कम से कम 20 रुपये का बैलेंस रखना जरूरी होता है। इसकी सबसे बरेगुलर सेविंग्स अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस मेनटेन करने की जरूरत नहीं है। इसमें खाता खुलवाने के लिए 10 साल से ज्यादा की उम्र होने चाहिए। केवार्इसी के साथ इस खाते को खुलवाया जा सकता है। इस खाते में आप अपनी इच्छानुसार जितनी बार चाहें पैसा जमा करा सकती हैं। इसमें पैसे निकालने पर भी कोई बंदिश नहीं है।
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इस खाते से जुड़ी अलग-अलग तरह की सेवाएं पाने के लिए डेबिट कार्ड या चेक बुक नहीं मिलती, सिर्फ करेंट अकाउंट के साथ चेक बुक की सुविधा मिलती है। इसके बदले आपको क्यूआर कार्ड दिया जाता है। इसके साथ सबसे अच्छी बात ये है कि इसके इस्तेमाल के लिए आपको खाता नंबर और पासवर्ड याद रखने की जरूरत नहीं है। कारण है कि ट्राजेक्शन में बायोमेट्रिक आइडेंटिफिकेशन से आपकी सारी डीटेल मिल जाती हैं। इसमें फिंगरप्रिंट या आंखों की पुतली से पहचान की जाती है। इस कार्ड की मदद से आप ट्रांजेक्शन, मनी ट्रांसफर, बिल पेमेंट, कैशलेस शॉपिंग जैसी सुविधाओं का लाभ उठा सकती हैं। क्यूआर कार्ड के गुम या चोरी हो जाने पर भी खाते में पैसा सेफ रहता है। इसकी वजह यह है कि हर ट्रांजेक्शन में बायोमेट्रिक के जरिए सत्यापन होता है।
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इस खाते में एंड-ऑफ-डे बैलेंस एक लाख रुपये से ज्यादा नहीं हो सकता है। इस खाते को आप पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट के साथ लिंक कर सकती हैं। इस तरह महीने के आखिर में एक लाख रुपये से ज्यादा के बैलेंस को लिंक किए हुए पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट में शिफ्ट कर सकती है। वैसे पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट की भी अपर लिमिट है। अगर आप बिजनेस करती हैं, तो आप इस बारे में विस्तार से जान लें।
महिलाओं को बैंकिंग से जुड़े कामों के लिए बाहर निकलने में मुश्किल होती है। ऐसे में बैंक की डोर स्टैप सर्विंस काफी सुविधाजनक होती हैं। आर्इपीपीबी में खाता खुलवाने या दूसरी बैंकिंग सेवाओं के लिए आपको घर से निकलने की जरूरत नहीं होती। घर बैठे ये काम आसान से हो सकते हैं। इन सेवाओं के लिए ग्रामीण डाक सेवक (जीडीएस) या पोस्टमैन आपके घर आते हैं। बिना किसी अतिरिक्त फीस के ये घर आकर आपका बचत खाता खोल देते हैं। खाता खुलने पर इन्हीं से फंड ट्रांसफर, नकदी जमा और पैसे निकालने, बिल भुगतान आदि के लिए कहा जा सकता है।
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इसमें कुछ लिमिटेशन का भी ध्यान रखें। इसमें ज्वाइंट रेगुलर सेविंग्स अकाउंट नहीं खुलवाया जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि खाता केवल एक व्यक्ति के नाम होता है। हालांकि, रेगुलर सेविंग्स अकाउंट में नॉमिनेशन की सुविधा उपलब्ध है।
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