हर महिला सोचती है कि मुश्किल वक्त के लिए सेविंग्स करे। अगर आप भी बचत करने का सपना देखती हैं लेकिन यह सोचकर उलझन में हैं कि बैंक की एफडी चुनें या पीपीएफ आज हम आपकी यह मुश्किल दूर कर देंगे। बैंक एफडी और पीपीएफ दोनों में निवेश से आप लंबे दौर में बड़ी सेविंग्स कर सकती हैं, लेकिन आपके लिए यह जानना जरूरी है कि किसमें सेविंग आपके लिए ज्यादा फायदेमंद है। आज हम पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) और पांच साल के बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट के बारे में बात करें-
पीपीएफ में निवेश के बाद इसकी मैच्योरिटी की अवधि 15 साल होती है। अगर पीपीएफ की बात करें तो महिलाएं सबसे ज्यादा इसी टैक्स सेविंग स्कीम में निवेश करना पसंद करती हैं। इनकम टैक्स कानून के सेक्शन 80C के तहत इसमें निवेश करने पर आप एक फाइनेंशियल इयर (वर्तमान में 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2019) में 1.5 लाख रुपये के निवेश पर टैक्स छूट पा सकती हैं। इस निवेश में सबसे बड़ा आकर्षण यह है कि यह आपको EEE (निवेश के वक्त करमुक्त, ब्याज पर करमुक्त, निवेश भुनाने पर करमुक्त) का बेनिफिट देता है। यानी कि PPF खाते में सालाना जमा रकम पर आपको टैक्स नहीं चुकाना पड़ता है। इस पर मिलने वाला ब्याज भी पूरी तरह टैक्स फ्री होता है। PPF में निवेश की हुई रकम मैच्योरिटी के बाद भी टैक्स फ्री रहती है।
एक और फायदा यह है कि PPF अकाउंट के 15 साल के मैच्योर होने के बाद आप पीपीएफ की रकम को खाते में हीं पांच साल और रख सकती हैं और नियम के अनुसार इस पर ब्याज पा सकती हैं।इस दौरान आपको खाते में अलग से रकम जमा करने की जरूरत नहीं है। एक्सटेंशन की अवधि में हर साल एक बार खाते से पैसा निकाला जा सकता है। सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर पंकज मठपाल के अनुसार, अगर महिलाएं रिटायरमेंट या लंबी अवधि के किसी वित्तीय लक्ष्य के हिसाब से निवेश करती हैं तो उन्हें PPF अकाउंट को 15 साल के बाद भी चलाना चाहिए।'
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अगर एफडी खातों की बात करें तो इसमें बैंकों में एक निश्चित रकम जमा कराई जाती है। हालांकि 3 या पांच साल के लॉकिंग पीरियड में इसमें महिलाएं कुछ हद तक बचत कर सकती हैं, लेकिन इस पर होने वाला फायदा टैक्स में कट जाने से आपका शुद्ध लाभ कम हो जाता है।
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पंकज मठपाल कहते हैं, 'इस वक्त PPF अकाउंट में जमा रकम पर सालाना 8% ब्याज मिलता है। इस पर मिलने वाला ब्याज और मैच्योरिटी की रकम पूरी तरह से टैक्स फ्री होती है। वहीं अलग-अलग बैंकों के फिक्स्ड डिपॉज़िट में 6 फीसदी से लेकर 8 फीसदी तक का ब्याज मिलता है, लेकिन बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट में आपको ब्याज से कमाई पर टैक्स चुकाना पड़ता है जिससे आपको होने वाला फायदा कम हो जाता है। ऐसे में पीपीएफ खाते में निवेश करने से आपको लंबी अवधि में ज्यादा फायदा मिलता है।'
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