चावल के बिना किसी का भी खाना अधूरा होता है। इसे उबालकर, पुलाव या फाइड राइस आदि के रूप में खाना पसंद किया जाता है। जल्दी से कुछ भी बनाना हो तो हम फटाफट पुलाव बनाना पसंद करते हैं। इसके अलावा राजमा चावल, छोले चावल, कढ़ी चावल आदि भी बच्चों से लेकर बड़ों तक, सभी को बेहद पसंद होते हैं। यह कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होने के साथ-साथ स्वादिष्ट और पौष्टिक भी होते हैं। लेकिन वेट लॉस करने वाली महिलाएं इसे खाने से कतराने लगती हैं और उनके दिमाग में यही सवाल आता है कि चावल खाने से वजन बढ़ने लगता है। कुछ महिलाएं वेट लॉस के लिए व्हाइट राइस और रेड राइस को लेकर कन्फ्यूज रहती हैं तो कुछ का मानना है कि वेट लॉस डाइट में आप रेड राइस को शामिल कर सकती हैं। अगर आप भी वजन कम करने की कोशिश कर रही हैं और आपको समझ में नहीं आ रहा है कि व्हाइट राइस या रेड राइस की तुलना में कौन से चावल आपके लिए बेहतर होते हैं? तो परेशान न हो बल्कि MY22BMI की न्यूट्रिशनिस्ट और फाउंडर Ms. Preety Tyagi से इस बारे में विस्तार से जानें।
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व्हाइट राइस
Ms. Preety Tyagi का कहना है कि ''हमारे शरीर को एनर्जी के लिए कार्बोहाइड्रेट की जरूरत होती है इसलिए हमें इसे अपनी डाइट मेें शामिल करना चाहिए। चावल में फैट कम लेकिन प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है। लेकिन व्हाइट चावल में भूसी, चोकर की परत और जर्म्स को हटा दिया जाता है। इस निष्कर्षण के परिणामस्वरूप, व्हाइट चावल में ब्राउन, ब्लैक या रेड किस्मों की तुलना में कम पोषक तत्व होते हैं। व्हाइट चावल में भूसी की पॉलिश होती है और अगर हम 100 ग्राम सफेद चावल को देखें तो उससे 6.3 ग्राम प्रोटीन मिलता है।''
व्हाइट चावल कम अनाज, मध्यम-अनाज और लंबे अनाज (बासमती, जैस्मीन और डूंगरा) में आते हैं और इन किस्मों में से हर किसी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स अलग-अलग होता है। अगर आप बासमती या डूंगरा चावल चुनती हैं तो इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होते हैं जबकि कुछ अन्य सफेद चावल में ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत ज्यादा होते हैं। व्हाइट चावल में फाइबर की मात्रा बहुत कम होती है क्योंकि इसमें से भूसी को निकल दिया जाता है। हालांकि व्हाइट चावल में आयरन भी होता है लेकिन रेड राइस की तुलना में काफी कम होता है।
रेड राइस
रेड राइस का यूनिक कलर इसमें मौजूद एंथोसायनिन नामक तत्व के कारण होता है जो एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। यह विशेष रूप से छिलके वाले चावल या बिना छिलके वाले चावल दोनों में उपलब्ध होते हैं। प्रति 100 ग्राम, रेड राइस में सात ग्राम प्रोटीन और दो ग्राम फाइबर होता है। रेड और ब्लैक दोनों तरह के चावल में व्हाइट की तुलना में अधिक मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। हालांकि, यह व्हाइट चावल की तुलना में थोड़े मंहगे होते हैं।
ब्राउन और ब्लैक राइस
रेड और व्हाइट राइस के अलावा, अन्य चावलों की किस्मों में ब्लैक और ब्राउन राइस भी शामिल हैं। न्यूट्रिशनिस्ट ब्राउन और ब्लैक राइस को अन्य चावलों की तुलना में ज्यादा फायदेमंद मानती है। हालांकि, व्हाइट चावल की तुलना में रेड थोड़ा बेहतर होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि चावल में फाइबर की मात्रा व्हाइट की तुलना में अधिक होती है। लेकिन आपको ब्राउन और ब्लैक राइस खाने से रेड से भी ज्यादा फाइबर मिलता है। फाइबर हमें लंबे समय तक पूर्ण महसूस करने में मदद करता है और यह हमारी आंतों के लिए भी अच्छा है।
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अगर आपको ब्राउन और ब्लैक राइस पसंद नहीं है तो इसके पौष्टिक गुणों को पाने के लिए व्हाइट के साथ मिलाकर लें। अगर आप वेट लॉस के दौरान नियमित रूप से चावल खाना चाहती हैं तो न्यूट्रिशनिस्ट आपको ब्राउन राइस को अपनी डाइट में शामिल करने की सलाह देती है क्योंकि इसे खाने से आपको लंबे समय तक भरे हुए होने का अहसास होता है और बार-बार खाने से बच सकती हैं।
अब तो आपको समझ में आ गया होगा कि वेट लॉस डाइट में आपको कौन से चावल शामिल करने चाहिए। यह आर्टिकल आपको कैसा लगा? हमें फेसबुक पर कमेंट करके जरूर बताएं। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए हरजिंदगी से जुड़ी रहें।
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