Verified by Nutritionist Megha Mukhija
नींबू पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, इसमें विटामिन-ए, सी, पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। साथ ही, इसमें कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट, आहार फाइबर, फैट और प्रोटीन होता है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि यह डायबिटीज को कंट्रोल करने में भी मदद करता है।
यदि आप डायबिटीज से ग्रस्त हैं और शुगर स्पाइक्स को कंट्रोल करने के तरीके खोज रही हैं तो नींबू को अपनी डाइट में शामिल करें। खट्टे फल में पाए जाने वाले प्रचुर मात्रा में घुलनशील फाइबर और विटामिन सी बहुत फायदेमंद होते हैं।
हाल के एक अध्ययन से पता चला है कि कैसे नींबू का रस ब्लड ग्लूकोज को कम कर सकता है। यह एक लो जीआई (ग्लाइकेमिक इंडेक्स) फूड है और यदि आप अपनी डाइट में नींबू को सही तरीके से शामिल करती हैं तो यह सूजन को कंट्रोल में रखने के अलावा खाने के बाद ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद कर सकता है।
नींबू डायबिटीज से पीड़ित लोगों को कैसे प्रभावित कर सकता है और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? इसके बारे में हमें न्यूट्रिशनिस्ट मेघा मुखीजा जी बता रही हैं। मेघा मुखीजा 2016 से Health Mania में चीफ डाइटीशियन और फाउंडर हैं।
मेघा जी के अनुसार, 'नींबू पोटेशियम और विटामिन-सी का एक समृद्ध स्रोत है। इसमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन द्वारा इसे डायबिटिक सुपर फ़ूड माना जाता है।' लेकिन सबसे पहले यह जान लेते हैं कि डायबिटीज में नींबू खाने से आपको क्या फायदे हो सकते हैं?
डायबिटीज में नींबू के सेवन के फायदे (Lemon for Sugar Patient)
1. ग्लाइसेमिक कंट्रोल
ग्लाइसेमिक इंडेक्स (जीआई) एक संकेत है कि भोजन ब्लड शुगर लेवल को कैसे प्रभावित करता है। इसे 0 से 100 के पैमाने पर मापा जाता है, जिसमें 100 शुद्ध ग्लूकोज होता है। भोजन में जीआई जितना अधिक होता है, ब्लड शुगर का लेवल उतना ही अधिक होता है।
जब हाई जीआई वाले भोजन के साथ नींबू का रस का सेवन किया जाता है तब स्टार्च के चीनी में रूपांतरण को धीमा कर सकता है और इस प्रकार भोजन के जीआई को कम कर सकता है।
उदाहरण के लिए, चावल में नींबू का रस मिलाने से भोजन के बाद ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिलती है।
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2. रोकता है मोटापा
2013 के एक अध्ययन के अनुसार, खट्टे फलों के बायोएक्टिव घटक मोटापे की रोकथाम और उपचार में योगदान कर सकते हैं।
मोटापे से ग्रस्त लोगों में डायबिटीज होने की संभावना अधिक होती है क्योंकि ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन का ठीक से उपयोग करने की शरीर की क्षमता पर अतिरिक्त प्रेशर पड़ता है। इसलिए नींबू मिलाने से दोनों में मदद मिलती है।
नींबू को डाइट में शामिल करने के 5 तरीके (How to use Lemon for Diabetes)
पहला तरीका
भोजन से पहले एक गिलास नींबू पानी पीने से भोजन के बाद ब्लड शुगर लेवल को 45 मिनट के भीतर कम करने में मदद मिलती है। यह उचित शोध द्वारा प्रमाणित किया गया है।
दूसरा तरीका
सलाद में शामिल करें और उन्हें भोजन से पहले लें। फाइबर, विटामिन-सी और पोटेशियम का कॉम्बिनेशन हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज को मैनेज करने में उत्कृष्ट परिणाम देता है।
तीसरा तरीका
हाई कार्ब और हाई जीआई आइटम जैसे चावल, पास्ता, आलू आदि पर नींबू निचोड़कर खाएं। इससे ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद मिलती है।
चौथा तरीका
प्रोटीन के अच्छे अवशोषण और पूरे भोजन के बाद ब्लड शुगर की वृद्धि को कम करने के लिए चिकन, दाल, मछली पर नींबू का रस निचोड़ें।
पांचवा तरीका
इसे ग्रीन टी, ब्लैक टी, होममेड मॉकटेल में शामिल करें।
खुराक - 1 से 2 नींबू पानी प्रतिदिन लेने की सलाह दी जाती है।
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सावधानी
- नींबू का बहुत ज्यादा सेवन दांतों के इनेमल को खराब कर सकता है।
- नींबू के छिलके में ऑक्सालेट होते हैं, जो अधिक मात्रा में कैल्शियम ऑक्सालेट किडनी स्टोन का कारण बन सकते हैं।
- अत्यधिक नींबू का सेवन एसिड रिफ्लक्स और हार्ट बर्न को ट्रिगर कर सकता है।
अगर आप भी डायबिटीज से परेशान हैं और शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना चाहती हैं तो इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। इस आर्टिकल को शेयर और लाइक जरूर करें, साथ ही कमेंट भी करें। डाइट से जुड़े ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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