खाने को पौष्टिक बनाने के लिए जरूरी नहीं कि आप महंगे फूड्स और इंग्रीडिएंट्स का इस्तेमाल करें। हमारे किचन में भी ऐसी कई चीजें, जो खाने को फ्लेवर के साथ-साथ पौष्टिक भी बनाती हैं। कई सारे लोग अपने आहार को बैलेंस करने के लिए और वजन कम करने के लिए फैड डाइट्स की ओर भागते हैं। मगर जरूरी नहीं कि आप इन्हीं चीजों को खाकर खुद को फिट रख सकते हैं।
लहसुन, अदरक, लेमन, आदि ऐसी कई चीजें, जिसका उपयोग हम रोजाना करते हैं और यही चीजें हेल्थ के लिए फायदेमंद भी होती हैं। अब सवाल है कि क्या चुनिंदा इंग्रीडिएंट्स की मदद से हम अपने भोजन को पौष्टिक बना सकते हैं? इसका जवाब देती हैं न्यूट्रिशनिस्ट रीमा देसाई राव। रीमा देसाई राव डाइटीशियन और वेलनेस कंसल्टेंट भी हैं। वह एक सर्टिफाइड डायबिटीज एजुकेटर और FODMAP-सर्टिफाइड न्यूट्रिशनिस्ट भी हैं।
रीमा बताती हैं, "सीमित सामग्री का उपयोग करने की प्रवृत्ति की जड़ें दुनिया भर के किसान व्यंजनों में ऐतिहासिक रूप से हैं, जहां लोगों के पास जो उपलब्ध था, उसी से काम चलाना पड़ता था। यह परंपरा एक आधुनिक पाक कला आंदोलन के रूप में विकसित हुई। ये इंग्रीडिएंट्स आसानी से उपलब्ध थे। खाने के स्वाद को बढ़ाने के साथ ये कई हेल्थ प्रॉबलम्स का भी इलाज बने।"
अब अगर आप भी डाइटिंग में विश्वास नहीं रखते हैं और हेल्दी और टेस्टी चीजों का मजा लेना चाहते हैं, तो अपने आहार में न्यूट्रिशियस इंग्रीडिएंट्स को शामिल करें। ये इंग्रीडिएंट्स कौन-से हैं, आइए एक्सपर्ट से जानें।
नींबू को करें आहार में शामिल
शिकंजी, नींबू पानी, चटनी और अन्य कई चीजों में नींबू पड़ता ही है। यह एसेंशियल किचन इंग्रीडिएंट्स में से एक है। इसका रस किसी भी साधारण डिश को फ्रेशनेस दे सकता है। यह भुनी हुई सब्जियों, सलाद और यहां तक कि ग्रिल्ड मीट को भी चटपटा बना सकता है।
फ्लेवर के साथ-साथ नींबू की एसिडिटी इसे हेल्थ के लिए बढ़िया विकल्प बनाती है। इसके फाइबर्स पाचन शक्ति को तंदुरुस्त बनाते हैं। यही कारण है कि नींबू के रस को गुनगुने पानी में डालकर सुबह पीने की सलाह दी जाती है। नींबू पानी पीना हाइड्रेटेड रहने का एक अच्छा तरीका है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें सादा पानी पसंद नहीं है। इतना ही नहीं, नींबू के रस का एसिडिक नेचर मुंह की बदबू को बेअसर करने और लार के उत्पादन को उत्तेजित करने में मदद कर सकता है।
आप नींबू का पानी पी सकते हैं। आप इसके जेस्ट को डेजर्ट में उपयोग कर सकते हैं। लेमन राइस, सांभर और रसम जैसे खाने में इसका उपयोग होता है।
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पाम ऑयल को करें आहार में शामिल
अब तक आपने ऑलिव ऑयल के फायदों के बारे में ही सुना होगा, लेकिन पाम ऑयल के भी कई हेल्थ बेनिफिट्स हैं। इस तेल को ताड़ के पेड़ के फल से प्राप्त किया जाता है। इसका हाई स्मोक पॉइंट इसे तलने, भूनने और यहां तक कि बेकिंग के लिए एकदम सही बनाता है। पाम ऑयल विटामिन-ई का एक अच्छा स्रोत है। यह स्वस्थ त्वचा, आंखों और इम्यून फंक्शन को बेहतर करने के लिए आवश्यक होता है।
इसमें स्वस्थ वसा (सैचुरेटेड और मोनोअनसैचुरेटेड फैट) का हाई कॉन्टेंट होता है और इसी के कारण यह आपके एनर्जी लेवल को बढ़ाने में मदद कर सकता है। पाम तेल के एंटीऑक्सीडेंट गुण स्किन सेल्स को फ्री रेडिकल्स से होने वाली क्षति से बचाने में मदद कर सकते हैं, जिससे आपकी त्वचा स्वस्थ होती है।
लहसुन को करें आहार में शामिल
ग्रेवी में प्याज के साथ अक्सर लहसुन और अदरक का उपयोग होता है। लहसुन एक शक्तिशाली सामग्री है, जो किसी भी डिश का स्वाद बदल सकता है। आप इसे भूनकर अपने आहार में शामिल करें या इसे चटनी, अचार या अन्य किसी रूप में खाएं।
लहसुन में एलिसिन कंपाउंड होता है, जो अपने रोगाणुरोधी गुणों के लिए जाना जाता है। यह वायरल और फंगल संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकता है। लहसुन में हृदय संबंधी लाभ होते हैं। इसके सेवन से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार किया जा सकता है। जिन लोगों में सूजन रहती है, उन्हें इसका सेवन जरूर करना चाहिए। इसमें सल्फर होता है, जो शरीर की सूजन को कम कर सकता है।
अगर आप अक्सर बीमार रहते हैं, तो लहसुन इम्यूनिटी को बूस्ट कर सकता है। इससे गुड गट बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा मिलता है और पाचन एंजाइम्स को सपोर्ट करके यह आपके पाचन तंत्र को मजबूत कर सकता है। का समर्थन करके पाचन में सहायता कर सकता है।
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फ्रेश हर्ब्स को करें आहार में शामिल
बेसिल, सिलांट्रो और पार्सले जैसी फ्रेश हर्ब्स आपकी डिशेज में स्वाद और रंग भर देती हैं। ड्राइड हर्ब्स से अलग ये चीजें खाने के नेचुरल स्वाद को एन्हांस करती हैं। धनिया पाचन तंत्र में एंजाइम्स को उत्तेजित करके पाचन में सहायता करता है। इसके अलावा, गैस और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। वहीं पार्सले में फाइबर और ऐसे कंपाउंड्स होते हैं, तो ब्लोटिंग को कम करने में मदद कर सकते हैं।
यह विटामिन-सी की अच्छी मात्रा भी प्रदान करते हैं, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है और इम्यून फंक्शन को बेहतर बनाता है। इन फ्रेश हर्ब्स में मौजूद एसेंशियल ऑयल शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
आप इन हर्ब्स को अपने सलाद में डाल सकते हैं। इनका इंफ्यूज्ड पानी पी सकते हैं, जो बॉडी को डिटॉक्स करने के लिए अच्छा है। इनकी चटनी बनाई जा सकती है और इस तरह से कई रूप में इनका सेवन किया जा सकता है।
न्यूट्रिशनिस्ट रीमा कहती हैं, "ये चीजें खाने को बैलेंस करती हैं। इनके स्वाद और टेक्सचर के कारण ही आपका खाना बढ़िया बनता है। इसके साथ ही, इन इंग्रीडिएंट्स को कम मात्रा में शामिल करने से ही आपको कई बेनिफिट्स मिलते हैं।"
अब आप भी अपने भोजन को पौष्टिक और स्वादिष्ट दोनों बना सकते हैं। अपनी डाइट में इन चीजों को शामिल करें। यदि आपको किसी तरह की एलर्जी है, तो पहले अपने न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह जरूर लें।
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