हेल्दी रहने के लिए यूं तो लोग अपनी डाइट का पूरा ख्याल रखते हैं, लेकिन स्नैकिंग के समय उनसे चूक हो जाती है। जब उन्हें हल्की भूख लगती है तो वह कुछ भी खा लेते हैं, जिससे उनका पूरा कैलोरी काउंट बिगड़ जाता है। इतना ही नहीं, अनहेल्दी स्नैकिंग कई तरह की अन्य प्रॉब्लम्स की वजह भी बनता है। ऐसे में अगर आप किसी हेल्दी ऑप्शन की तलाश में हैं तो पोहा या मुरमुरा खाया जा सकता है।
चावल की मदद से बनने वाला पोहा और मुरमुरा बेहद ही स्वास्थ्यवर्धक माने जाते हैं और इन्हें हल्की भूख के लिए एक अच्छा ऑप्शन माना जाता है। चूंकि, यह दोनों ही हेल्दी हैं तो अब सवाल यह उठता है कि इन दोनों में से अधिक हेल्दी क्या है या फिर किसे डाइट में शामिल करने से आपको अधिक लाभ मिलेगा। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डाइटीशियन रितु पुरी आपको बता रही हैं कि पोहा या मुरमुरा में से किसका सेवन करना ज्यादा बेस्ट है-
कैसे बनता है पोहा या मुरमुरा
पोहा या मुरमुरा की क्वालिटी के बारे में जानने से पहले आपको यह भी समझना चाहिए कि इसे कैसे बनाया जाता है। मुरमुरा वास्तव में एक पफ राइस होता है। जिसे चावलों को पफ करने बनाया जाता है। कभी-कभी इसे बनाते समय पॉलिश राइस का भी इस्तेमाल किया जाता है। जिसके कारण चावल के अधिकतर पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं।(मुरमुरे से तैयार करें टेस्टी स्नैक्स)
वहीं, पोहे को कच्चे चावलो से तैयार किया जाता है। यह एक फ्लैटन राइस होता है। यूं तो दोनों ही सेहत के लिए अच्छे हैं, लेकिन अगर इन दोनों की आपस में तुलना की जाए तो पोहा मुरमुरे की तुलना में कहीं अधिक बेहतर है।
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मुरमुरे में आयरन कंटेंट होता है कम
यूं तो लोग मुरमुरे की चाट आदि बनाकर खाना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि मुरमुरे में पोहे की तुलना में आयरन कंटेंट कम होता है। इसलिए, अगर आप एनीमिक हैं और अपनी डाइट को बेहतर बनाना चाहते हैं तो ऐसे में आपको पोहे को प्राथमिकता देनी चाहिए।
कैलोरी कंटेंट
पोहा और मुरमुरा के कैलोरी कंटेंट में भी काफी अंतर होता है। जहां 100 ग्राम मुरमुरे में लगभग 402 कैलोरी पाई जाती है, वहीं, 100 ग्राम पोहा में लगभग 110 कैलोरी होती है। इस लिहाज से भी अगर देखा जाए तो पोहा मुरमुरे से कई गुना अधिक बेहतर है। हालांकि, इनके कैलोरी कंटेंट में अंतर इन्हें बनाने के तरीके से भी आ सकता है। इसलिए, इन्हें बनाते समय हेल्दी ऑप्शन ही चुनें।
फाइबर कंटेंट
आयरन की तरह ही फाइबर कंटेंट भी पोहे में कुछ हद तक अधिक पाया जाता है। ऐसे में अगर कोई व्यक्ति वेट लॉस पर है या फिर हेल्दी तरीके से खुद को मेंटेन रखना चाहता है तो ऐसे में उसे पोहे के सेवन(क्या पोहे से होता है वजन कम?) पर अधिक जोर देना चाहिए। जहां एक कप पोहे का सेवन करने से आपको 2 ग्राम फाइबर मिलता है। वहीं, 100 ग्राम मुरमुरे में 1.7 ग्राम डायटरी फाइबर पाया जाता है। शुगर पेशेंट के लिए भी मुरमुरे से अधिक पोहे को लाभकारी माना गया है।
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यूं तो आप इन दोनों को ही अपनी डाइट का हिस्सा बना सकती हैं। लेकिन अगर इनमें से किसी एक को चुनने की बात हो तो ऐसे में पोहे का सेवन यकीनन आपको अधिक लाभ पहुंचाएगा। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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