बच्चों को कई तरह की ड्रिंक्स पीना काफी अच्छा लगता है। उनकी फेवरिट ड्रिंक्स की लिस्ट में कोल्ड ड्रिंक से लेकर चॉकलेट मिल्क, पैकेज्ड फ्रूट जूस आदि कई तरह की ड्रिंक्स शामिल होती है। यह कुछ समय के लिए बच्चों की प्यास को बुझा भी देती हैं। साथ ही साथ इससे इन्हें एक टेस्ट भी मिलता है। लेकिन सवाल यह है कि मार्केट में मिलने वाली तरह-तरह की ड्रिंक्स बच्चों के लिए कितनी सुरक्षित हैं।
यह तो हम सभी जानते हैं कि कार्बोनेटेड पेय पदार्थ बच्चों के लिए अच्छे नहीं होते और इसलिए, अक्सर पैरेंट्स इन कार्बोनेटेड ड्रिंक से बच्चों को दूर रखने का प्रयास करते हैं। लेकिन कुछ पेय पदार्थ ऐसे भी होते हैं, जिससे पैरेंट्स को कोई आपत्ति नहीं होती। उन्हें लगता है कि इससे उनके बच्चों को कोई नुकसान नहीं होगा या फिर कुछ पेय पदार्थों को तो वे हेल्दी मानकर भी बच्चों को पीने के लिए देते हैं। जबकि वास्तविकता इससे उलट ही होती है।
तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डायटीशियन रितु पुरी आपको कुछ ऐसे ही ड्रिंक्स के बारे में बता रही हैं, जो वास्तव में बच्चों के लिए बेहद हानिकारक साबित हो सकती हैं-
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कार्बोनेटेड ड्रिंक्स
कभी भी बच्चों को कोला, डाइट कोक, कोल्ड ड्रिंक व अन्य इस तरह की ड्रिंक्स का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। इसमें कंसर्टेडेट शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है। अगर लिमिट से अधिक शुगर लिया जाए तो इससे बच्चे के शरीर से कैल्शियम खोने लगता है। इसके अलावा, यह बच्चों के ब्रेन डेवलपमेंट पर भी विपरीत असर डालता है। साथ ही इससे मेमोरी लॉस की समस्या भी होती है। इस तरह की फिज़ी ड्रिंक्स से बच्चों को मोटापे से लेकर डायबिटीज व अन्य कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। इसलिए जहां तक हो सके, बच्चों को ऐसी आर्टिफिशियल व फिजी ड्रिंक्स से बचना चाहिए।
चाय व कॉफी प्रॉडक्ट
चाय व कॉफी भी बच्चों को नहीं देनी चाहिए। इनमें टैनिन की मात्रा अधिक होती है। यह बच्चों की हार्ट रेट पर विपरीत असर डालती है। कुछ लोग यह मानते हैं कि अगर सुबह के समय चाय या कॉफी का सेवन किया जाए तो इससे स्टूल पास करने में आसानी होती है। जबकि यह एक मिथ ही है। वास्तविकता तो यह है कि लगातार चाय या कॉफी के सेवन करने से बच्चों को इसकी लत लग जाती है, जिससे उनकी सेहत पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
इतना ही नहीं, चाय या कॉफी का सेवन बच्चों को पेट खराब, सोने में कठिनाई, एकाग्रता में कठिनाई आदि का कारण बनता है। कॉफी में बहुत अधिक कैफीन होता है, इसलिए अपने बच्चे को एक गर्म कप कॉफी या एक गिलास कोल्ड कॉफी देना बहुत अच्छा विचार नहीं है।
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पैकेज्ड फ्रूट जूस
अधिकतर महिलाएं अपने बच्चों को पैकेज्ड फ्रूट जूस या फिर घर पर भी जूस निकालकर देती हैं। उन्हें लगता है कि इससे वह अपने बच्चे की सेहत का ख्याल रख रही हैं। जबकि ऐसा नहीं है। पैकेज्ड फ्रूट जूसेस में शायद ही कोई पोषक तत्व होते हैं। इनमें स्वाद को बरकरार रखने के लिए आर्टिफिशियल फ्लेवर और चीनी को मिक्स किया जाता है। इस प्रकार यह आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए खराब होते हैं। वहीं, दूसरी ओर अगर आप घर पर भी बच्चों को फलों का रस देने से बचें, क्योंकि इसमें फाइबर कंटेट नहीं होता। बेहतर होगा कि इसके स्थान पर आप अपने बच्चों को ताजे फलों की प्लेट परोसें।
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